Chhattisgarh: मदवी हिडमा (Hidma Encounter) छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के सबसे खतरनाक और वरिष्ठ नक्सली कमांडरों में से एक था। वह CPI (माओवादी) की पीपुल्स लिबरेशन गोरिल्ला आर्मी (PLGA) की बटालियन नंबर-1 का कमांडर था और माओवादी सेंट्रल कमेटी के करीब माना जाता था। दंतेवाड़ा-सुकमा-बीजापुर का दक्षिण बस्तर इलाका उसका मुख्य ऑपरेशनल एरिया था।
00:00देश के तमाम सुरक्शा बलों के लिए अब तक सिरदर्द रहा हिडमा आछरकार मारा गया है
00:27वलों ने धेर कर दिया है। हाला कि पहले भी कई बार इसके मारे जाने की खबरें आई लेकिन इस बार फोटो सामने आएं।
00:342021 के बाद कई बार ऐसी खबरें आएं कि वो मारा गया। लेकिन 36 गड़ पुलिस और केंदरी एजिंसियों के हाथ कभी कुछ ऐसा खास नहीं लगा। लेकिन पहली बार है जब हिड्मा के मारे जाने की खबर उच्च सूत्रों से आई है और बकायदा फोटो भी रिलीश करिया
01:04के लिश्ट में शामिल था। 36 गड़ पुलिस के मुताबिक हिड्मा के खिलाब लगभग 1500 से जादा अपराधिक मुकदमे थे जिन में मुखरूप से हत्या हत्या के प्रयास UAPA यानी गैर कानूनी करतिवीदी रोख थाम अधिनियम आम सेक्ट के तहट विस फोट और राज
01:34के लिश्ट में सेक्राणों को मारा गया लिश्ट इसके लावाव साल 2-0-3 में धर्भाघाटी हमला जिसमें महिंद्कर्मा समय 30 लोगों की मौत हुइ थी इसके लाव साल थोजां सत्रव में बुरतिपाल हमला जिसमें 25 यार्पीय के जावान शहीद हुन तारेम हमला जिसμε
02:04इसका एक नाम था ये CPI माववादी की पिपल्स लिबरेशन गौरिल आर्मी यानि PLGA का बटालियन नंबर एक का कमांडर था और माववादी सेंट्रल कमेटी का बेहत करीबी माना जाता था दंतेवारा सुक्मा बीजापुर में तक्षिन बस्तर तक इसका पूरा ओपरेशनल
02:34मारे गये हैं जिनके ऊपर अच्छा खासा इनाम था हाना कि इसके वारे में अभी आधिकारिक तोर पर बयान आना बाकी है लेकिन उच्छ सूत्र बताते ही कि हिडमा मारा गया है और इसकी पुष्टी उच्छ सूत्र कर रहे हैं इस खबर में फिलाल इतना ही अपडेट्स क
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