00:00कोटद्वार के शिवालिक नगर स्थित ज्यान भार्ती सीनियर सेकेंडरी स्कूल में खेल भावना, नवाचार और विज्यान के संगम को दर्शाते हुए स्पोर्ट्स मीट और विज्यान प्रदर्शनी का भव्य आयोजन किया गया।
00:12इस आयोजन में चात्रों ने जोश और उत्सा के साथ बढ़ चड़ कर भाग लिया।
00:42स्मार्ट टेकनोलोजी, स्वास्थे विज्यान और डिजिटल इनोविशन पर आधारित मॉडल्स शामिल रहे।
00:47प्रदर्शनी का उद्देश्य चात्रों में वैज्यानिक दृष्टिकोण और नवाचार की भावना को बढ़ावा देना था।
00:53इसी कारेक्रम के अंतरगत आयोजित स्पोर्ट्स मीट में बैडमिंटन, कबड़ी, दौड, रस्सी रेस और वॉलीबॉल सहित विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया।
01:02बालक तथा बाली का वर्ग दोनों में चात्रों ने शानदार प्रतियोगिताओं में उतक्रिष्ट प्रतियोगिताओं करने वाले चात्रों को प्रमाण पत्र और पुरसकार प्रदान किये गए।
01:32और प्रदर्शन की सराहना की और उनके उज्वल भविश्य की कामना की। उन्होंने कहा कि शिक्षा, खेल और विज्ञान साथ मिलकर बच्चों के व्यक्तित्व विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
02:02मैं देख रहा हूँ कि आपका खेल के परते बड़ा रुजान है, बहुत अच्छा है, विद्याले ने आपको बहुत ही अच्छा ट्रेंड किया है, यहाँ पर कल्चरल प्रोग्राम हुआ, जो एक दू इवेंट जो हमने देखे, वहाँ पर बच्चों का इस तरता वो काप
02:32हुआ करता था, तब कहते थे कि खेलोगे, कूदोगे, क्या करोगे, बनोगे खराब, पड़ोगे, लिखोगे, बनोगे नबाब, अब वो धारना जस्ट उसके उलट हो गई है, अब तो यह है कि गेम्स में हमारी जैसे अभी बेटी ओनने क्या करा है, वर्ड कप जीता है कि
03:02इस क्रिकेट को उतना बड़ा मैतो मिलता है, उनको अगर स्टेडियम पे देखें तो कितनी भीड रहते हैं, लेकिन अब बालिकाओं का जो क्रिकेट हैं, उसको भी देखने के लिए लोग जा रहे हैं, और उनको भी एड और बाकि सारी चीज़े उतना ही सम्मान मिल रहा है
03:32बस दो-चार चीज़े मैं आपको बताना चाहता हूँ, जो मैंने अपने छात्र जीवन में और अभी तक जो केरियर में मैंने मैसूस किया है, जो मेरा अनुवव है, सबसे पहले तो आपको अनुसासित होना है, खेल भी हमें अनुसासन की भावना ही सिकाते हैं, क्योंकि ग
04:02अगर सपोच करो की वन डे क्रिकेट चल रहा है और उसमें ताइमली अगर किसी कैप्टेन ने ओबर पूरे नहीं करवाई पचास ओबर, तो क्या होता है उसमें? मैच फी कड़ जाती है, नियम है कि आपको इतने समय में इतने ओबर पूरे करवाने हैं, ऐसी जैसे कबड़
04:32सिखाते हैं, तो नियम जो काइदे होते हैं, वो नियम पिर आगे जाके लाज बनते हैं, कानून बनते हैं, अब वही नियम आपको पूरे लाइट टाइम फॉलो करने होते हैं, सड़क पर कीप टू दे लिफ्ट, क्यों कहा गया है? अब बाएं चलेंगे, आप इदर बाए
05:02जब हम लोग यहां से गेम के नियम सीखेंगे, खेल भावना जब हमारी होगी, तो उसमें हमारी एक तो एक ता की भावना होती है, हम एक दूसरे का सम्मान करते हैं, हमारे टीम भावना होती है, और फिर हम उसी अनुसासन को लेकर आगे चलते हैं, तो फिर ही आप लोग का
05:32कि दो कोई को फैसर मिने गगए खोगी को वाज का बने गा कोई राष्टिर बनेगा को मादा।
05:45फॉलो करेंगे। ठीक है अगर आपके अंदर सवचनदता ओगी तो आप अपरादी बनेंगे।
05:56अगर जो व्यक्ति स्वचंद होता है क्योंकि स्वचंद व्यक्ति अगर वो मादा पिता का कहना नहीं
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