बिहार चुनाव 2025 में BJP की जबरदस्त जीत हुई, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक वक्त ऐसा भी था जब गेम पूरी तरह पलट सकता था? असदुद्दीन ओवैसी के पास एक ऐसा फॉर्मूला था, जिसे अगर तेजस्वी यादव मान लेते, तो स्थिति बिल्कुल अलग हो सकती थी। इस वीडियो में जानिए कि AIMIM ने RJD को क्या सलाह दी थी, कैसे सीटों का समीकरण बदल सकता था, और क्यों तेजस्वी ने इस फॉर्मूले को नजरअंदाज किया। क्या सच में BJP हार सकती थी? पूरी कहानी जानने के लिए वीडियो आखिर तक देखें।
00:00एक चीज मैं OEC के अंदर हो देखता हूं, मुझे वो राधनितिक तोर पर चुनाव लड़ने की जो सहली है वो प्रग्धान मंतरी मोधी और मिध्षा से बहुत प्रभावी दिखते हैं
00:08मैंने बता है जो मोटस अपरेंडे बीजेपी की है वही OEC अपनाते हैं और चुनाव लड़ने की जो तरीका पीम मोधी का अमिश्राक है वो अपनाने की कोशिश करते दिखे विहार चुनाव में OEC
00:31वो कई बार उनका एक बयान भी वारल हो रहा है कि आप बीजेपी को नहीं रोक पाओगे वो जनतास ऐसा कह रहे हैं और उसके पीछे वजा ये देते हैं कि अगर आपको बीजेपी को हराना है तो बीजेपी की जैसा ही बनना पड़ेगा उसके जैसा ही 24 गंटे 365 दिन चुन
01:01उसमें OSC ने होस्यारी दिखाई और उसी होस्यारी की वज़ा से पांच सीटे जो गवाई थी या पांच सीटे जो जीती थी 2020 में उसको फिर से 2025 में भी जीत लिया बहले ही चार भी दाय चले गए एक संदेश भी दे दिया और एक संदेश ये दे दिया कि भाई मेरी पार्�
01:31नेता हो यहां नेता और दम है तो मेरी पार्ट टिकेट टिकेट से जीत जाओ और देखिए मैं करीब एक साल पहले OSC जी से मिला था और यह सवाल भी मैंने पूछा था कि इस बार आपका क्या प्लान होगा क्योंकि आपके जो पांच जीते हुए उमिदवार थे उनमेंसे �
02:01साथा कि अगर वह वापस आते हैं उनोंने काया कि जिस ने एमाईम के उसूलों के मुखालफत की है जो जिनों ने एमाईम के उसूलों के खिलाफ जाकर के काम किया है वो नाक भी रगडद लें हम उन्हें वापस पार्टी में नहीं लेंगे टिकेट देने के कोई सवाल ही �
02:31हमें नेता की जरूरत नहीं है, हमें अल्फसक्यकों की भलाई करने वाले कारेकरताओं की जरूरत है.
02:37यह वो पार्टी कर पाती है, जिसका उस छेत्र में एक कैडर बोत होता है. यह बीजेपी भी बहुत बार दिखाती है. बीजेपी के बड़े नेता, अगर सोचते हैं कि बीजेपी को वो अपने आप से वागनिंग करेंगे, यह करेंगे, यह अपने बेटे को बोत दे, तो वो
03:07और यह मायवती ने भी करा जहां-जहां है, और उनका जो ओएसी का है, उस सीमांचल इलाखे की बात करेंगे, जहां भी अल्व संक्यक बोर्ट 40% के आसपास आ गया, बहुत ओएसी ऐसा कर सकते हैं.
03:19बिल्कुर, शेवेन जेकी बात में थोड़ा सा और जोड़ना चाहूंगा, यह जो बात आपने कही, वो बात कई बार BJP के बारे में कही जाती है, जैसा कि आपने भी बताया, नेता से बड़ा निसान, निसान सबसे बड़ा है, नेता उससे बड़ा नहीं है, बीजेपी में
03:49कॉंग्रेस बनी, आनपरदिस में राच कर चुकी है, तो कॉंग्रेस में ऐसा देखने को मिलता है, कि नेता बड़ा बन जाता है निसान सी, यहां तो बेबाब एक चीज होती है, अगर आपकी पार्टी के पास कोई आइडियोलोजी नहीं है, तो कैडर नहीं होगा, बिल्क
04:19तो कुल मिलाकर हम इस बातचीत के अंत में यही कह सकते हैं, कि OEC ने साबित कर दिया है, कि पतांवाला निशान ज्यादा महत्पूर है, जो जीत कर आते हैं, वो चाहे किसी भी पार्टी में चले जाएं, हम फिर से वहां पर अपने नए उमिद्वार को जिता कर दिखा दें
Be the first to comment