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नर्मदा (गुजरात) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘जनजातीय गौरव दिवस’ कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
यह आयोजन स्वतंत्रता सेनानी भगवन बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर डेडियापाड़ा में आयोजित किया गया।

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Transcript
00:00और इसी काम को जिन्दा करने के लिए आने वाली पीडी को स्परण रहिए लिए हमने देश में कई ट्राइबल मुजियम बनाए जा रहे हैं
00:15यहां गुजरात में भी राज पिप्रा में ही 25 एकड बुशाल ट्राइबल मुजियम के लिए जमीन पर बहुत बड़ा मुजियम आकाल दे रहा है
00:28अभी कुछ दिन पहले मैं 36 गड़ भी गया था वहां भी मैंने शहीद वीर नाराइणची जन जातिय संग्रहाले का लोकारपन किया था
00:43वैसे ही राजची में जिस जेल में भगवान बिर्शामुंडा रहे उस जेल में अब भगवान बिर्शामुंडा को अरुष समय के आज़ाजी के अंदोलन को ले करके एक बहुत बड़ा मिजियम बनाया गया है
01:00साथियों आश्री गोविन गुरू उनके नाम से एक चैर जन जातिय भासा समवर्धन केंद्र के रुप में उसकी सापना की गई है
01:16यहां भील, गामित, वसावा, गरासिया, कॉंकणी, संधाल, राठवा, नायत, दबला, चौदरी, कोकणा, कुंबी, वरली, डोडिया
01:38ऐसी सभी जन जातियों की, उनकी बोलियों पर अध्यन होगा, उनसे जुड़ी कहानियां और गीतों को समरक्षित किया जाएगा
01:51जन जातिये समाच के पास, हजारों वर्षों के अनुभवों से सिखा हुआ, ग्यान का अपार भंडार है
02:02उनकी जीवन सैली में विज्ञान छिपा है, उनकी कहानियों में दर्शन है, उनकी भाषा में परियावरन की समझ है
02:17स्री गोविन गुरु चैर इस सम्रुद्ध परंपरा से नई पिड़ी को जोड़ने का काम करेगी
02:29साथियों, आज जन जातिये गवर अधिवस का यह अवसर, हमें उस अन्याय को भी याद करने का अवसर देता है
02:40जो हमारे करोडों आधिवसी भाई बेनों के साथ किया गया
02:46देश में छे दसक तक राज करने वाली कॉंग्रेस ने आधिवास्यों को उनके हाल पर छोड़ दिया था
03:03आधिवासी इलाकों में कूपोशन की समझ्या थी, स्वास्त सुरक्षा की समझ्या थी, सिख्षा का अभाव था
03:16कनेक्टिविटी का तो नामों निशान नहीं था, ये अभाव ही एक प्रकार से आधिवासी छेत्रों की पहचान बन गई थी
03:31और कॉंग्रेस सरकारे हाथ पर हाथ धर कर बैठी रही है, लेकिन साथियों आधिवासी कल्यान भाजपा की सरवोच्च प्रास्विक्ता रही है
03:48हम हमेशा इस संकल्प को लेकर चले कि हम आधिवासीों के साथ हो रहे अन्याय को समाप्त करेंगे
03:59उन तक विकास का अलाब पहुचाएंगे
04:04देश को आजहाथ तो 1947 में हो गया था
04:14आधिवासी समाथ तो भगवान राम के साथ भी जुड़ा हुआ है, इतना पुराना है
04:19लेकिन छेचेशे दसक तक राज करने वालों को पता ही नहीं था
04:29कि इतना बड़ा आधिवासी समाज के विकास के लिए कुछ करने की जरूरत है
04:35साथ जो पहली बार अटल विहारी बाजपाई प्रधान मंत्री बने बाजपा की सरकार बनी
04:44तब देश में पहली बार जन जातिय समाज के लिए एक अलग मंत्राले का गठन किया था
04:55उसके पहले नहीं किया गया लेकिन अटल जी की सरकार के बार
05:01दस सान जो कॉंँग्रेस को फिर से काम करने का मोका बिला
05:07तो उन्होंने इस मंत्राले की उपेशा की
05:10पूरी तरह भुला दिया गया
05:13आप कलपना कर सकते हैं
05:16दोजार तेरा में कॉंग्रेस ने जन जातिय कल्यान के लिए
05:21कुछ हजार रुपिय की योजना बनाएश कुछ हजार रुपिय
05:26एक जिले में एक हजार रुपिय से काम नहीं होता है
05:29हमारी सरकार आने के बात
05:32हमने बहुत बड़ी वृद्धी कई
05:35उसके हीतों की चिंता की
05:38हमने मंत्राले के बजेट को बढ़ाया
05:40और आज जन जातिये मंत्राले का बजेट
05:45अनेक गुना बढ़ा करके
05:48हमने आज जन जातिये खेत्रों के विकास का बिड़ा उठाया है
05:53सिख्षा हो, स्वास्त हो, कनेक्टिविटी हो
05:57हर खेत्र में हम आगे बढ़ने का प्रयास कर रहे
06:00साथियों
06:02एक समय यहाँ
06:04गुजरात में भी आदिवासी इलाकों में स्थिती बहुत अच्छी नहीं थी
06:11हालात यह थी
06:15कि अमबाजी से उमरगाउं तक
06:19पूरे आदिवासी पट्टे में
06:23एक भी साइन्स टिम की स्कूल तक नहीं थी
06:28साइन्स स्कूल नहीं थी
06:30डेडिया पाड़ा और सागबारा जैसे इलाकों में
06:35विद्यार्थियों को आगे पड़ने का मोका नहीं मिल पाता था
06:40मुझे याद है
06:42जब मैं गुजरात का मुख्यमत्री था
06:45तो मैंने यहाँ
06:47डेडिया पाड़ा से ही
06:49करणिया के लवनि माहुचों शुरू किया था
06:52तो बहुत सारे बच्चे
06:55मुझे मिलते थे
06:57और वो बच्चे
06:59बहुत सपने देखते थे
07:01बहुत बनना चाहते थे
07:03कुछ को डॉक्टर बनने का मन था
07:05कोई एंजीनियर बनना चाहता था
07:08कोई साइंटिस बनना चाहता था
07:09मैं उन्हें समझाता था
07:13शिक्षा ही इसके रास्ता है
07:17आपके सपनों को पुरा करने में
07:21जो भी बादाएं हैं
07:24उन्हें हम दूर करेंगे में विश्वाद देता था
07:27साथियों
07:29सित्यों में बढ़लाव के लिए हमने दिन रात मेहनत की
07:32उसी का परणाम है
07:35आज गुजरात के आदिवासी पट्टे में
07:38मैं जब मुक्ह मंत्री बना उसके पहले जहां साइंस टिम की स्कूल नहीं थी
07:45आज उस आदिवासी पट्टे में
07:48दस हजार से ज़्यादा स्कूल है
07:52फिछले दो दसों को में
07:55आदिवासी इलाके में
07:59दो दरजन
08:00साइंस कॉलेज
08:02सिर्फ स्कूल नहीं
08:04साइंस कॉलेज
08:05कॉमर्स कॉलेज
08:07आर्ट कॉलेज बने हैं
08:09भाजपा सरकार ने
08:11आदिवासी बच्चों के लिए सेंक्डो होस्टेल तैयार किये
08:15यहां गुजरात में दो ट्राइबल युनिवर्सिटी भी बनवाई
08:21ऐसे ही प्रयासों से यहां भी बड़ा बड़लाव आया है
08:2720 साल पहले जो बच्चे अपना सपना लेकर मुझसे मिलते थे
08:36अब उनमें से कई डॉक्टर और इंजीनियर है तो कोई रिसर्च फिल्में काम कर रहा है
08:43साथियों आदिवासी बच्चों का भविश उज्वल बनाने के लिए हम दिन रात काम कर रहे है
08:52बीते पांच से वर्चों में ही केंद्र सरकार ने देश में एक लब्य मोडल आदिवासी स्कूलों के लिए
09:02अठारा हजार करोड रुपे से ज़्यादा खर्च किये है
09:07चात्राओं के लिए स्कूल में जरूरी सुविदाय उपलब्द कराई गई
09:11इसका नतीज़ा यह है कि इन स्कूलों में एड्मिशन लेने वाले ट्राइबल बच्चों की संग्या में
09:20साथ प्रतिशत की वृत्ती हुई है
09:23साथियों आदिवासी युवाओं को जब आउसर मिलते हैं
09:29तो वो हर खेत्र में बुलंदी को छूने की ताकत रखते हैं
09:36उनकी हिम्मत उनकी महनत और उनकी काबिलियत
09:42ये उन्हें परंपरा से मिले हुए विरासत में मिले होते हैं
09:50आज खेल जगत का हुदान सबके सामने हैं
09:53दुनिया में तिरंगी की शान बढ़ाने में
09:58आदिवासी बेटे बेटियों ने बहुत बड़ा योगदान दिया है
10:03अभी तक हम सब मेरी कौम
10:08थोनाकल गोपी, दूती चन
10:13और भाइचुंग भूटिया जैसे खिलाडियों के नाम जानते थे
10:18अब हर बड़ी प्रतियों किताब है
10:22ट्राइबल इलाकों से ऐसे ही नए नए खिलाडी निकल रहे
10:29अभी भारत की क्रिकेट टीम ने
10:33विमेन वर्ल्ड कप जितकरी के हाँ रचा है
10:36उसमें भी
10:38हमारी एक जन जातिय समाज की बेटी ने
10:42एहम भूमी का निभाई है
10:44हमारी सरकार
10:46आदिबासी हिलाकों में
10:49नई प्रतिभाओं को तलास दे
10:52और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रही है
10:56जन जातिय खेत्रों में
10:59स्पोर्ट फैसिलिटीज को भी बढ़ाया जा रहा है
11:03साथ यह हमारी संकार
11:06बंचित को वरियता के वीजन पर काम करती है
11:11इसका बहुत बड़ा उदहरान है
11:14यह हमारा नर्वदा जिला भी है
11:16पहले तो ही अलग नहीं था
11:19वो बरुज जिले का हिस्ता था
11:21कुछ फूरद जिले का हिस्ता था
11:23और यह सारा इलाका
11:25कभी पिषरा माना जाता था
11:28हमने इसे
11:30बरियता दी
11:32हमने जिलों को आकांची जिला बनाया
11:36और आज
11:37यह विकास के कई परामेटर्स में
11:40बहुत आगे आ गया है
11:42इसका बहुत बड़ा अलाब
11:45यहां के आदिवासी समझाय को मिला है
11:47आपने देखा है
11:49केंदर सरकार की कई योजनाओं को
11:52हम आदिवासी बहुल
11:54राज्यों और वंचित वरगों के बीच जाकर
11:56ही लाउच करते हैं
11:58आपको याद होगा
11:592018 में
12:02मुप्त इलाज के लिए
12:04आईशमान भारत योजना लाउच हुई थी
12:07यह योजना हमने
12:09जारखन के आदिवासी लागे में
12:11राची में जाकर यह शुरू हुई
12:14और आज देश के करोरों आदिवासी भावेणों को
12:17इसके तहट
12:18पाँच लाग तक मुप्त इलाज की सुविदा
12:21मिल रही है
12:22सरकार ने आईशमान आरों के मंदिर
12:25के शुरूआत भी
12:27आदिवासी भावूल
12:2836 गड़कर की थी
12:30इसका भी बहुत बड़ा लाब
12:33जन जातिये वर्क को मिल रहा है
12:36साथ क्यों आदिवासीों में भी
12:38जो सबसे पिछ़़े आदिवासी है
12:40हमारी सरकार
12:42उन्हें विशेश प्रांस्पिक्ता दे रही है
12:45जिन खेत्रों में
12:47आजाजी के इतने दसक बाद भी
12:50जहां न बिजली थी
12:52न पानी पहुँचाने की ववस्ता थी
12:55ना सडक थी
12:57ना आस्पताल की सुविदा थी
13:00इन इलाकों के विकास का विश्यत अभियान चलाने के लिए
13:04हमने जारखन के खूटी से
13:07पी-म जन्मन योजना शुरू की थी
13:10भगवान बिर्सामुंडा के गाउं में गया था
13:14उस मिट्टी को माथे पर चड़ा करके
13:17मैंने आधिवास्यों के कल्यान के संकल पर लेकर लेकर लेकर निकला हुआ इंसान
13:22और देश का मैं पहला प्रजाज मत्री था
13:25जो भगवान बिर्सामुंडा के घर गया था
13:28और आज भी भगवान बिर्सामुंडा के परिवार जनों के साथ
13:33मेरा उतना ही गहरा नाता रहा
13:35पी-म जन्मन योजना पर
13:40चोबिस हजार करोड रुपे खर्च किये जा रहे
13:44साथियों धरती आबा जन जातिये ग्राम उतकर सा अभ्यान भी
13:49पिछले आदिवासी गावों के विकात की नई गाथा लिख रहा है
13:55देश भर में अब तक साथ हजार चैदिक गाव इस अभ्यान से जूड़ चुके
14:02इन में से हजारों गाव ऐसे हैं जहां पहली बार पीने का पानी पाइपलाइन से पहुचा है
14:12और सेंकडों गावों में टेली मेडिसिन की सुविदा शुड़ हुई है
14:18इस अभ्यान के तहट ग्राम सभाओं को विकास की दुरी बनाया गया
14:24गावों में स्वास्त, सिक्षा, पोशन, किर्शी और आजी विका पर सामूदाएक योजनाय तैयार हो रही है
14:36यह अभ्यान दिखाता है कि अगर कुछ ठान लिया जाए तो हर असंभव लक्ष भी संभव बन जाता है
14:46साथ्यों, हमारी सरकार आदिवास्यों के जीवन से जुड़े हर पहलू को ध्यान में रखकर काम कर रही है
14:55हमने वन उपज के संग्या को बिच से बढ़ा कर करीब सो किया है
15:02वन उपज पर MS पी बढ़ाई
15:04हमारी सरकार मोटे अनाज स्री अन्न को खुब बढ़ावा दे रही है
15:12जिसका फायदा आदिवासी खेत्रों में खेती करने वाले हमारे आदिवासी भाई बेनों को मिल रहा है
15:20गुजरात में हमने आपके लिए वन बंदू कलने और योजना शुरू की थी
15:26इसको आप कोई नहीं आर्थिक मजबूती मिली
15:30और मुझे आद है जब उस योजना को मैंने शुरू किया था
15:34तो महिनों तक अलग-अलग आदिवासी खेत्रों से लोग
15:40मेरा धन्यवाद करने और मुझे सम्मानित करने के लिए इतनी बड़ी परिवर्तन कारी है थी
15:48मुझे आज खुछी है कि भुपेंद्र भाई उस वन बंदू कलने और योजना का विस्तार कर रहे है
15:58और अब उसे जन जातिय कल्यान योजना के रूप में नए विस्त्रूत्र खारकमों के साथ आपकी सेवा में प्रस्तूत किया जा रहा है
16:10भाईयों बैनों आदिवासी समुदायों में सिकल सेल की मिमारी एक बहुत बड़ा खत्रा रही है
16:19इससे निपड़ने के लिए जन जातिय इलाकों में डिस्पैंसरी, मेडिकल सेंटर और हॉस्पिरल के संख्या बढ़ाई गई है
16:29सिकल सेल बिमारी से निपड़ने के लिए राष्टिय स्तर पर अभ्यान चल रहा है
16:35इसके तहट देश में छे करोड आदिवासी भाई बेनों के स्क्रीनिंग हो चुकी है
16:42साथियों नई राष्टे सिक्षानिसी के तहट स्थानिय भासा में पढ़ाई के उसी विदा भी दे जा रही है
16:50आदिवासी समाच के जो बच्चे केवल भासा के कारण पिशड़ जाते थे
16:56वो अब स्थानिय भासा में पढ़ाई करके खुद भी आगे बढ़ रहे हैं
17:03और देश की तरक्की में अपना जादा से जादा योगदान दे रहे है
17:09साथियों हमारे गुजरात के आदिवासी समाच के पास कला की भी अद्भूत पुंजी है
17:16उनकी पेंटिंग्स उनकी चित्र कलाएं अपने आप में खास है
17:24एक बेटी वहाँ चित्र लेकर के बैठी है वो देने के लिए लाई लगती है
17:30यह हमारे स्पीजी के लोग जरह ले लो इस बेटी के पास से
17:36यहाँ से मिल लगता है कुछ वर्ली पेंटिंग भी दिखता है उसमें
17:41धन्यवाद बेटा आपका अगर उसमें अता पता होगा तो मैं चिठी लिखूंगा आपको
18:00बहुत बहुत धन्यवाद बेटा कला चित्र यहाँ सहज है हमारे परेजबाय राठवा जैसे चित्रकार जो इन विधाओं को आगे बढ़ा रहे हैं
18:22और मुझे संतोज हैं कि हमारी सरकार ने परेजबाय राठवा को पद्म पुरसकार से सम्मानित किया है
18:32साथियों किसी भी समाज की प्रगति के लिए लोक तंत्र में उसकी सही भागिदारी भी उतनी ही जरूरी होती है
18:45इसलिए हमारा देह है जन्यातिय समाज के हमारे भाई भेहनों को देश के बड़े पदों पर भी पहुँचे
18:56देश का नित्रुत्व करें आप देखिए आज देश की राश्पति एक आदिवासी महिला है
19:07इसी तरह बीजेपी ने एंडिये ने हमेशा आजवी वासी समाज के हमारे होनहार साथ्यों को
19:21सिर्ष फ्रदों पर पहुँचाने का प्रयास किया है
19:24आज चत्रिस गड़ के मुख्य मंत्री हमारे जनजातिय समाज के विष्ण देव जी साय चत्रिस गड़ का काया कप्पल कर रहे है
19:35उडिशा में स्री मोहंचरन माजी भगवान जगरनाच जी के आशिरवात से जन्रजातिय समुदाय के हमारे माजी जी उडिशा का विकास कर रहा है
19:51अरुनाचल प्रदेश में हमारे जन्रजातिय बंदू प्रेमा खांडू जी मुक्रमंत्री के रुपे काम कर रहे हैं
19:58नागालेंड में हमारे जन जातिये वंदू नेफ्यू रियो काम कर रहे हैं
20:04हमने कई राज्जों में आदिवा से मुख्यमत्री बढ़ाए
20:08देश के कई राज्जों की विदान सबाओं में
20:12हमारी पांटी ने आदिवा से स्पिकर बनाए
20:15हमारे गुजरात के मंगुबाई पटेल मत्यप्रदेश में गवर्णर है
20:20हमारी केंदर सरकार में
20:25सर्वारन जी सोनोवाल आदिवस्नी धवात से हैं
20:31और पूरी शिपिंग मिनिस्ट्री समाल रहे हैं
20:34वे कभी आसाम के मुख्मंत्री हुआ करते थे
20:37साथियों इन सभी नेताओं ने देश की जो सेवा की है
20:43देश के विकास में जो योगदान दिया है
20:47वो अतुलनी है अबुत्पुर्वा है
20:50साथियों आज देश के पास
20:53सबका साथ सबका विकास के मंत्र की ताकत है
20:57इसी मंत्र ने बीते वर्षों में करोडों लोगों का जीवन बढ़ला है
21:04इसी मंत्र ने देश की एक्ता को मजबूती दी है
21:09और इसी मंत्र ने दसकों से उपेक्षित जन्र जातिय समाज को मुख्य धारा से जोड़ा है
21:19इतना ही नहीं संपुर्ण समाज का नेत्र तो हो रहा है
21:23इसलिए आज भगवान बिर्शा मुंडा की एक सो प्रतास्वी जैन्ति के पावन परवपर
21:30हमें सबका साथ सबका विकास के मंत्र को मजबूत करने की शपक लेनी है
21:38ना विकास में कोई पीछे रहे
21:42ना विकास में कोई पीछे छुटे यही धर्तियाबा के चर्णों में सच्ची स्था धांजली है
21:52मुझे भी स्वात है हम सब एक साथ मिलकर आगे बढ़ेंगे
21:58और विक्सित भारत के सपने को पूरा करेंगे
22:02इसी संकल्प के साथ आप सभी को एक बार फिर
22:09जन जातिये गवरव दिवस की शुब काम आए
22:13और मैं देश्वाचियों को कहूंगा
22:15कि ये जन जातिये गवरव दिवस
22:19इसमें हमारी मिट्टी की महक है
22:23इसमें हमारे देश की परंपराओं को जीने वाले
22:29जन जातिये समुदाय की परंपरा भी है पुर्शार्थ भी है
22:38और आने वाले यूप के लिए आकांशाय भी है
22:43और इसलिए भारत के हर कोने में
22:46हमेशा हमेशा हमने 15 नवेंबर को
22:52बगवान बिर्शामुंदा के जन्व दिवस को
22:56जन जातिये गवरव दिवस को
22:59अत्यत गवरव के साथ मना रहा है
23:02हमें नई शक्ति से आगे बढ़ना है
23:05नई विश्वात से आगे बढ़ना है
23:08और भारत की जड़ों से जुड़ते हुए
23:11हमने नई उचायों को पार करना है
23:14इस विश्वात के साथ
23:16आप सब को बहुत बहुत धन्वात
23:19भारत माता की
23:21हम सब को पता है
23:28बंदे मात्रम इस गीत को 150 साल ये अपने आप में भारत की एक महान प्रेणा का लंबी यात्रा का लंबे संगर्ष का हर प्रकात से बंदे मात्रम एक जो मंत्र बन गया उसके 150 पर सम्वना रहे है
23:58मेरे साथ बोलिये बंदे बंदे बंदे बंदे बंदे बंदे
24:22झाल झाल
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