00:00आज से ठीक पांस साल पहले जो मेरे लिए जिस तरीके का चक्रवू रचा गया था और मुझे पूरी तरीके से कौरना कर दिया गया था
00:09मुझे लगता है दीरे दीरे वो तमाम परिस्तिया आज उनके साथ होने लग गई
00:12वो अलग तलग अपनी पार्टी में पढ़ गए अपने ही परिवार के लोग कभी उन्होंने मुझे जो किसी और का बेटा था उसे बाहर किया आज उनका अपना बेटा खुद विदान सभा नहीं पहुँच पाया
Be the first to comment