00:00राजय दिख पारिवारिक पार्टी और परिवार का दुरूनी कलह उभर कर आया लेकिन महत्वपुन विशय यह है कि जिस बेटी रोहिनी ने अपने पिता की प्रान रख्षा की हो और उस बेटी के मुझ से कराह निकल रहा हो
00:22जिस भाई के कलाई में राख्षी बांदी आज उस परिवार को भी अल्विदा कह रही है पार्टी को भी अल्विदा कह रही है
00:32रोहनी आचारिया
00:34सवाल के घेरे में लालू जी आप है
00:37लाबडी देवी जी आप है
00:40लालू जी राजनीत के धितराष्ट हो गए
00:43कि सब कुछ जानते हुए भी
00:47खामोस क्यों है
00:49आप उस घर के
00:52मुख्य ने आई धीश है
00:53तो मुख्य ने आई धीश की भूमी का
00:56अगर अदाप नहीं करेंगे
00:58तो इसका मतलब रोहनी के द्वारा किये गए कृति
01:02जो आपके प्रान रक्षा के लिए किया है
01:05वह भी आपके अपराद की स्रेनी में आ जाएगा
01:10तो बेटी का करा
01:12बहुत भारी पढ़ता है
01:14इसका इहसास अगर लालू जी आपको तो होता ही होगा
01:19मन में होता होगा अब जुवान पर नहीं आ रहा है
01:22समय है
01:23परिवार राजनीत का तो कुनवा विखरी गया
01:27अब परिवार का भी कुनवा विखर जाएगा
01:30इसलिए ग्यान चक्चु खोलिए
01:33बिहार के बाहर के लोग जीलूल के लिए ठीक है बाहर अब लोकल बिहार में भी आपको बिहारी मेधा पर भरोसा नहीं है यह तो आपका दुख़त पक्ष़ है
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