00:00जार्खन की धर्ती आज एक बार फिर उत्सब के रंग में रंगी है 15 नवम बढ़ वहती थी जिसने इस प्रदेश के इतिहास को नई पहचान दी जब संगर्ष की तपिस से तपेश सपनों ने आकार लिया और जार्खन एक अलग राजी के रूप में अवतरित हुआ इसी दि
00:3025 अस्थापना दिवस के मौके पर देवघर आज निर्त्य संगीत और रंगारंग कारिक्रमों के बीच अपनी पहचान का उत्सब मना रहा है यहां अस्थानी आंदोलनकारियों को अस्मरन करने का विश्रीश आयलजन किया गया है
00:42क्या कहिएगा जिस तरह से इनका समाज में योगदान रहा है किस तरह से याद कर रहा है किस तरह से इक कर रहा है
01:12गौर तलवे की जारखन के गठन में संथाल और देवघर का विशेश योगदान रहा है इसलिए यहां के अस्थानिय लोग उत्सब के साथ अस्थापना दिवस मना रहे है
01:26वहीं देवघर पुलिस प्रसासन के तरफ से अस्थापना दिवस को लेकर सुरक्षा के भी पुक्ता इंतिजाम किये गए हैं
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