Delhi: दिल्ली के लाल किले (Lal Qila Blast Case) के पास हुए ब्लास्ट में नूंह कनेक्शन (Nuh) सामने आया है. जांच एजेंसियों को संदेह है कि धमाके में इस्तेमाल 20 क्विंटल NPK (अमोनियम नाइट्रेट) नूंह (Nuh) से खरीदा गया था. यह विस्फोटक अवैध माइनिंग में उपयोग होता है. आतंकियों के मददगारों की भूमिका संदिग्ध है.
00:00दिल्ली में बीते सुमवार को लाल के लिए के पास जोरदार धमाका हुआ, कार में हुए इस धमाके में बारत से जादा लोगों की मौत की अशंका है, बारतों गिंती में हो चुके हैं, लेकिन कई लोग अभी भी घायल हैं और यदा कदा लाश में भी मिल रही हैं, जैसा की �
00:30तब वो हरियाना के नू से खरीदा गया था, इस ब्लास्ट की देश भर में चर्चा है और इसको लेकर के देश भर के तमाम इलाकों में चापे मारी की जा रही है, अब इसके तार हरियाना के नू से जुड़े हैं, सुत्र बताते ही कि नू से 20 किलो इन पीके यानी अमोनिय
01:00के द्वारा, हाना के आतंकियों की मदद किसने की और इसमें भूमी का किसकी है, इसको लेकर कि जाच एजिंसिया लगातार काम कर रही है, जाच एजिंसिया गोदामों की परताल कर रही हैं, खाद विक्रेताओं से कुश्टाच कर रही हैं, क्योंकि जादा तर समय अमोनियम
01:30क्योंकि यहां पर अमोनियम नाइट्रेट खुले आम बिकता है।
01:34फुलिस को शक है कि नू से ही किसी आतंकवादी के मददगार ने ये मदद की हूँ।
01:40जांच इस इंसिया नू में पड़ताल कर रही हैं, जांच में जुटी हैं, यहां खादवी क्रेताओं के स्टॉक चेक किये जा रहे हैं।
01:46और इस बात का भी पता लगाया जा रहा है कि क्या आतंक्यों ने नू से ही इंपीके खरीदा था, जो कि करीब 20 कुंतल के आसपास था।
01:55खादवी क्रेताओं के नाम पच्चान चिपानिक की शर्थ के बाद ये बाद सामने आई है कि यहां पर अकसर इंपीके यानि अमोनियम नाइट्रेट बेचा जाता है, कई जगे तो बिना रिजिस्टेशन के भी ये विखता है, जिसका ना तो कोई रिकॉर्ड होता है, ना
02:25खादवी क्रेताओं के घरों पर चापे मारी कर रही है, उनके गोदाम भी चकिये जा रहे है, अगर स्टॉक कम मिलता है, तो शक्के आधार पर उनसे हिरास्त में ले करके पूश्टाच की जा सकती है, दिल्य ब्लास्ट का कनेक्शन मेवात से जुड़ा है, ये संसनी खेज
02:55खासा यहां पर काम होता रहा है, यानि स्लीपर सेल के तौर पर कई लोग नूहू और मेवात के रहें, सुत्रों के मताबिक लालकला बलास्ट की जाच कर रही, दिल्ली पुलिस बुधवार की शाम को करीब 6 वजे के असपास हरियाणा के नूह, फिरोशपुर जिरका के वस
03:25करने के लिए अमोनियम नाइट्रेट का इस्टमाल किया जाता है, ऐसे में संभावना है कि इस जगे से आसानी से अमोनियम नाइट्रेट मिल सकता है, चांच एजनसी इसी एंगल को खंगालते हुए फिरोशपुर के वैसा ही गाओं पहुंची थी, हालांकि इस पूरे मामल
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