अनियमित दिनचर्या और खानपान के साथ भागदौड़ की जिंदगी में युवा पीढ़ी डायबिटीज की गिरफ्त में आ रही है। शहर से लेकर गांवों में खुली आवोहवा में रहने वाले लोग भी इसी चपेट में आ रहे हैं। आज के दौर में आनुवंशिकता की बजाय तनाव व्यक्ति में डायबिटीज होने की वजह बन रहा है। जिला चिकित्सालय की ओपीडी में आने वाले रोगियों में से हर सातवा रोगी डायबिटीज के उपचार परामर्श को आ रहा है।
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