मथुरा में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा के दौरान एक ऐसा पल आया जिसने सभी को भावुक कर दिया। भीड़ में से एक बच्चा अपने माता-पिता से बिछड़कर स्टेज पर पहुँच गया, और फिर जो हुआ, वो देखने लायक था।
पंडित जी ने उस बच्चे से जो कहा — वो न सिर्फ़ माँ-बाप के लिए एक संदेश था, बल्कि इंसानियत की एक मिसाल भी।
00:00जिनका भी लड़का हो वो ले जाएं नहीं तो इसे बाबा बना दिया जाए जहां भी इनके पिता जी अमित जी हो
00:11माता जी पूजा इनकी माता जी जहां भी हो लड़का को ले जाओ यदि एक्ष्ट्रा है तो सुचना भेजो इसे बैरागी बाबा बना दिया जाए
00:30कि घबडाव मत तो एली बाबा बनाने मजाकर है क्या बनेगा बता बोल आर्मी हाँ आर्मी बनाए यह बहुत यह भी तो बाबाई है आर्मी तो साधु है
00:44हारे हारे हारे हारे हारे एक बालक है जो कहां के हो अमें तमस्ती नाव है गोंडा जी लाकर अरे वाग अमंग धुबे गोंडा
01:08अवस्ती के दुबे तुम अमंग धुबे हमारे पास है जिनका भी लड़का हो वो ले जाए नहीं तो इसे बाबा बना दिया जाए
01:37जाए जहां भी इनके पता जी अमित जी हो माता जी पूजा इनकी माता जी जहां भी हो लड़का को ले जाओ यदि इस्ट्रा है तो सुचना भेजो इसे बैरागी बाबा बना दिया जाए घबडा मत तो इनकी बाबा बनाने मजा का है
02:06क्या बनेगा बता बोल आर्मी आर्मी बनाए ये भी तो बाबाई है आर्मी तो साधू है
02:22हर्याना प्रशासन को बहुत बहुत धन्रबाद प्रशासन को धन्रबाद सबको साधूबाद राष्ट गान के लिए सावधान मुद्रा में सब लोग खड़े हो जाएं
02:38सब लोग मुस्कुराएं हस्ते हुए पदियात्रा में चलें साम को कोशी में मिलेंगे आज पुझ श्री बिनोद बाबाजी महराज आ रहे हैं
02:50अबे आए नाए लोग धान को करेंदा लोग में में जायए रहे हैं
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