00:00माथे का टेंपरेचर बढ़ा हुआ है बुखार है गला बैड गया है लेकिन पदियात्रा धिरिन शास्त्री जी की लगातार जारी है आज भी मारे साथ में है अब तो पास में है बाके बिहारी जी काफी करीब आ गए है अच्छा मैसूस हो रहा है अब तबियत कैसी है
00:16पहले से ठीक है और उतनी ठीक नहीं है पर भगवायन ढैया करेंगे दो दिन से इस बाकी है और ये एक विचारिक करानती है हिंदूओं की एकताकी तो ये अनवरत चलती रहेगी जब तक तनमे प्रान है अंतिम श्वास्त तक जीएंगे हिंदूओं के लीए मरेंगे हिंदु
00:46दिन से आज सात्वा दिन है इस बीच मौसम बहुत बदल गया है धन जादा बढ़ गई है यात्रा का मौसम अमिजाज आपको बदलावा लग रहा है पॉजिटिव तरीके से
00:55सकारात्मक विचारधारा के लोग और जुड़ रहे हैं और बहु संख्या बढ़ गई है अपार अभी आठ किलो मीटर आगे पूरी पद्यात्री निकल चुके हैं तो शुरूप पद्यात्रा का तो बदला है और ये यात्रा रुकेगी नहीं ये यात्रा पद्यात्रा जब 16 �
01:25आपके विचार और जो एजेंडा है वो हमने पढ़े हैं देखा है ब्रिज चेत्र में यात्रा पहुच रही है आपने लिखा है वहां के लिए कि मास मदिरा वहां पर बैन हो जाए बंद हो जाए कैसे होगा ये काम ये सरकार का काम वो जब चाहे तब कर से एक बार में कर द
01:55तो सरकार यदि किसी कारण बस कागजी दिक्कत या लोग के कारण नहीं रोक पाएगी तो जन मानस की मांग के आधार पर फिर वो रुक जाएगा तेह है उसमें कोई संदेर नहीं हो वो यहां ब्रिज चेत्र से बाहर हो जाएगी मास मंदरा की दुकार
02:12बहुत सारे पॉलिटिकल लोग भी यहां पर आते हैं कल भी डेपिडिस इमारे चत्यजगर के पर मास मंदरा पर बैन लाने कोई बात करता नहीं है यह जाएगी दुरभाग है कि हम इस देश में नारे देते हैं कि भारत नसा मुक्त हो नसा मुक्त भारत को बनाने के लिए �
02:42दीवालों पर लिखवाते हैं नसा मुक्त हो लेकिन उसी का लाइसेंस मिलता है बेंचने का आप सरकार के बहुत करीवी माने जाते हैं लोग कहते हैं प्रदान मंत्री के आप तारीव भी करते हैं सीधी बात क्यों नहीं हो पार यह इन सब चीजों को लेकर हम केवल भगवा
03:12अबूत पूर्वे इस देश के लिए उन्होंने जो किया हमारी दिश्टी में सायथ कोई ना कर पाया होगा तो हम तो विचार वदलने वाले विक्ति हैं तो अपनी बात हमने उनको भी रखी से इस भाव आंगे उनके पास रखेंगे और लेकिन जनमानस स्वयम यदी जाग
03:42हुआ था अभी कोई आपको एक संग्लास एक चश्मा देकर चला गया ऐसे उपहार लगातार मिलते हैं यह मिलते रहते हैं इसी में लोग कंट्रोवर्शी कर देते हैं तो कह देते बावा मैंगा गिलास चश्मा पहन रखा है और किसी ने अभी दिया दल लिया और उसकी सु
04:12कोशी की रहने माले हैं और इतनी वेदना इनोंने सही राष्ट के लिए अपने सपूत को समर्पित किया ऐसे भाग साली पिता इनके साथ बैठकर हमने पुशाद पाया आज और बहुत गोरों महसूश किया बहुत सरल सहज है ये बहन 2012 में धंगा हुआ था कोशी में कोशी �
04:42में विधर्मियों इक ट्रपनती मजभी सोच케 विचार धारा के लोगोंने इनके पती को मार दिया था हमारा केवल और केवल इतना ही कहिना है यदि हिंदू एक हो जाएगा तो इनको अपना पुत्र भी ना कोना पड़ता इनको में पति धोना परता यदी भारत हिंदू रा
05:12तो फिर बहुत देर हो जाएगी यह वह समय है जहां मतुला जन्म भूमी नजदीक है और यहां से इतनी जोर से आवाद जानी चाहिए कि वहां धर्म बिरोधियों ने जो अपने पत्थर लगा रखें उनकी नियू दहल जाए कानून को हाथ में नहीं लेना है कोट का आदेस क
05:42बूल जाते हैं लेकिन सब नहीं भूलते हैं इसे हमारे ध्यान में था कि हमें सहीद परिवार को यह एक दिन पढ़ियात्रा करनी हैं दस दिनों में तो हमने फिर रिशर्च करवाया तो हमें पता लगा कि है मराज यहीं छेत्र के जो सहीद हुए लेकिन एक बात हम कहना चा
06:12चाहने प्रेम करने वाले या कथा सुनने वाले श्रोता हैं या जितने भी भारती हैं उनसे प्रात्ना है कि एक दो महीना बाद जब आपको सामर्थता आए
06:22सो रुपया पचास रुपया का डॉनेशन एक भारत में अकाउंट है सहीत परिवार की आर्थिक मदद के लिए आप उसमें कर दें ताकि इनको बल मिल सके और इन लोगों को आंगे की जीवन यापन के लिए विवस्था मिल सके गहीं न कहीं
06:39प्रशासनिक तोर पर राजनेतिक तोर पर इनको सिर्फ मंचों पर दिखाने के लिए भर बुलाया जाता वास्तविक्ता उससे बहुत परे होती है दूसरी होती है हम लोग जमीन के जुड़े आदमी हैं तो हमें पता है
06:53हम जमीन से जुड़े आदमी हैं, तो हमें पता है, मंचों पर तालिया बजवाने के लिए, सिंपेथी लेने के लिए, कि हम बहुत भावनात्मक हैं, इन लोगों को बुलाया जाता है, उस दिन माला डाली जाती, जैसे हो मंच से उतरते, कोई गारी से इन लोगों को छोड़न
07:23हैं, तो इस यात्रा से सिर्फ एक मैसेज नहीं, बहुत सारे ऐसे लोगों को जोड़ने का काम किया जा रहा है, जो शायद समाज के लिए बहुत जरूरी थे, लेकिन बहुत पीछे छूड़ गये थे, यात्रा अपने आज साथवे दिन पर पहुच गई है, उसकी भविता �
07:53कैना में शैलेन के साथ मनीश और अस्या पलवल आस तक
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