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00:00बिस्तर पर पड़े हुए हो और मुर्दे की तरह अंगुठा चल रहा बस कुछ दिनों में इतना बड़ा जाएगा अंगुठा इधर अंगुठा इतना बड़ा इधर हाथ अच्दम मजबूत इसको सौभाग्य मानो अगर काम इतना है कि सांस लेने की फुरसत नहीं मिल रही
00:30चीज को सीखने के लिए निष्ठा दिखाई है तुम्हारे पास सचमुच कोई ऐसी चीज होती दिली तो तुम उसके लिए समय ज़रूर निकाल लेते वहारे पास कुछ ही नहीं दिली चीज इसलिए जो काम 6 बज़े खत्म हो सकता हो तुम 10 बहे तक करते हो व्योंकि समय ख
01:00एक अर्थ में काला तीत चले गए तुम सुभा कब होई दोपर कब होई रात कब होई पता ही नहीं चला ठके ऐसे के सो कब गए पता ही नहीं चला इससे बड़ी नियामत कोई हो सकती है जिन्दगी की
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