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  • 11 hours ago
खटीमा के सिंघाड़ा मेले में यूपी और उत्तराखंड के काश्तकार सिंघाड़े लाते हैं, नेपाल से भी सिंघाड़ों के शौकीन मेले में पहुंचते हैं

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00:00ॐइस्ट अम्यूजमेंट पार्क और इलक्ट्रोनिक गेमिंग के जमाने में भी उत्राखन के उदम सिंग नगर जिले में एक अदभुद मेला लगता है।
00:12इस मेले को सिंगहाडा मेला कहा जाता है।
00:15खटीमा में भारत नेपाल सीमा पर गंगासनान से लगने वाला दस दिविस्य सिंगहाडा मिला, भारत ही नहीं बलकि पडोसी देश नेपाल के सैकड़ों लोगों का भी पसंदीदा मिला है।
00:28उत्राखन और यूपी के कई जिलों से सिंगहाडा व्यापारी, परिवार सहित कई पीडियों से यहां सिंगहाडे और अन्य वस्तों का व्यापार करने खटीमा के जनकया इलाके में पहुँचते हैं।
00:41गुल्गुरी धूप में अगर आपको सिंगहाडे का आन्द लेना है तो आपको आन्य वका भारत के पास सीमा के जनकया इलाके में जहां इन दुनों चल रहा है यह गंगराशनान का मेला जो की सिंगहाडा मेला के नाम से भी जाना जाता है।
01:11तन्ड के सीजन में गुनगुना सिंगहाडा सभी को बेहत भाता है।
01:35सीजनल फल होनी की वजह से सिंगहाडा बेहत कम समय के लिए ही बाजार में उपलब्ध होता है।
01:40In the beginning of the season, you will understand that this is what the craze is going to be.
01:47Yes, if you will be in Gulaab Thund, then you will be able to go to Udham Singh Nagar in the Jhankaiya.
01:55You will be able to go to the Jhankaiya in the Jhankaiya.
02:10You will be able to go to the Jhankaiya.
02:32we have no living outside, we have a lot of people in the outside,
02:36I think there are 200 or 200 countries,
02:39if the cars come and take a hundred dollars,
02:42if the people come here, they have money,
02:44the money is still still still still,
02:46we have been here a year,
02:48our grandparents used to come here,
02:50our parents used to come here,
02:51we have here with family,
02:53we have a good job,
02:55we have 35 countries,
02:58and we have been doing good,
03:00इस मेले में 20-25 रुपे प्रतिकीलों तक ये जलिये फल सिंघाडा बिक रहा है
03:06स्थानिय थारू जनजाती के काश्टकार इस फल को नकत पैसों के साथ साथ धान या अन्य फसलों से भी खरीदते हैं
03:14जो इस आधुनिक युग में भी प्राचीन समय की सुन्दर जलक पेश करते देखे जा सकते हैं
03:18बीते कई दशकों से खटीमा की भारत नेपाल सीमा पर लगने वाला ये मेला
03:24अपने सिंगाडे का स्वाद भारत ही नहीं बलकि देश की सीमाओं को पार कर नेपाल देश के लाखों लोगों तक पहुचाता आ रहा है
03:54चेमाम दरजरो जन्प्रतों के सिंगाडा व्यक्र�roid इस मेले में पहुसते हैं जो की अपने शंगाडे को
03:59क्योंकि वहाँ पर उनके तालाब है और तमाम खोटी करते हैं इस मेले में उस सिंगाड़े को बेशने आते हैं
04:03foreign
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