00:00तो लोग मजदूर, प्रवासी मजदूर जो बाहर जाकर 10-12 हजार के लिए हड़ी गला रहे हैं, गाली सुन रहे हैं, मारास्टा में गाली सुन रहे हैं, तमिलाडू में गाली सुन रहे हैं, उनकी मा, उनकी बहन ये पराथना कर रही थी कि वहाई बिहार में कोई विकल पा�
00:30वो त्रस्त हैं पिछले 40 साल से, वो हटे और एक नया राजा, एक नई व्यवस्था बने.
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