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  • 3 weeks ago
सवाईमाधोपुर.राजकीय स्कूलों में पढ़ने वाले हजारों मासूम बच्चों की आंखें अब दूध के इंतजार में हैं। सरकार की पन्नाधाय बाल गोपाल योजना ने बच्चों को पोषण देने का वादा तो किया, लेकिन हकीकत में यह योजना अब फाइलों की भूलभुलैया में खोती जा रही है। अप्रैल के बाद से मिल्क पाउडर की एक भी खेप स्कूलों तक नहीं पहुंची है। उधर, जिले के सरकारी स्कूलों में अब मिल्क पाउडर का स्टॉक पूरी तरह से खत्म हो चुका है मगर अब तक मिल्क पाउडर की सप्लाई स्कूलों तक नहीं पहुंची है। सरकारी स्कूलों में मिल्क पाउडर की सप्लाई कब आएगी और बच्चों को दूध कब से मिलेगा। इसका कोई अता-पता नहीं है।

प्रदेश सहित जिले के सरकारी विद्यालयों में संचालित पन्नाधाय बाल गोपाल योजना एक बार फिर अधरझूल में अटकी है। स्कूलों में दूध पाउडर की किल्लत से नौनिहालों को दूध नहीं मिल पा रहा है। सवाईमाधोपुर समेत कई जिलों में मिल्क पाउडर का स्टॉक खत्म हो चुका है। शिक्षा विभाग की ओर से विद्यालयवार आवंटन आदेश जारी करने के बावजूद अब तक राजस्थान को-ऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन (आरसीडीएफ) की ओर से आपूर्ति शुरू नहीं हो सकी है।
97 हजार 900 नौनिहाल दूध से वंचित
जिले में मिड डे मील से जुड़े 1167 राजकीय विद्यालय संचालित है लेकिन मिल्क पाउडर नहीं होने से 97 हजार 900 बच्चे दूध से वंचित है। इस योजना का उद्देश्य कक्षा पहली से आठवीं तक के बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाने, राजकीय विद्यालयों में नामांकन में वृद्धि और ड्रॉप आउट रोकना है।

अप्रेल के बाद से नहीं पहुंचा नया स्टॉक
सरकार की ओर से अंतिम बार अप्रेल माह में विद्यालयों को दूध पाउडर की सप्लाई दी गई थी। इसके बाद से अधिकतर स्कूलों में स्टॉक समाप्त हो गया है। कुछ विद्यालयों में पुराना पाउडर बचा था। वह भी अब खत्म हो गया है। जिले में 1 लाख 82 हजार 965 किलोग्राम पाउडर का आवंटन हुआ है। यह सप्लाई मार्च 2026 तक के लिए आनी है लेकिन अब तक आपूर्ति नहीं पहुंची है।

इनका कहना है...

जिले के सरकारी स्कूलों में मिल्क पाउडर की सप्लाई के लिए हमने राज्य सरकार को पत्र बनाकर भेजा है। जिले में 1 लाख 82 हजार 965 किलोग्राम पाउडर का आवंटन हुआ है लेकिन अभी तक सप्लाई नहीं पहुंची है। जल्द ही मिल्क पाउडर की सप्लाई होगी। इसके बाद स्कूलों में बांटा जाएगा।
लोकेश मैरोठा, प्रभारी, मिड-डे मिल, सवाईमाधोपुर

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