00:00जनता जानती है कि ये फिजूल के वादे हैं और जिस तरीके से इन लोग फॉल्च प्रोपगांड़ा जो है महागडवन्दन हर समय स्वरेट करती है
00:14दोहजार चौबिस के लोगसबा चुनाव में भी फॉल्च प्रोपगांड़ा चला था
00:18कि अगर इंडिय की सरकार आएगी तो संविधान खतम हो जाएगा आरक्षन खतम हो जाएगा
00:22तो इस तरह के फॉल्च डारेटिफ को बिल्ड करना उनका काम है
00:25जहां तक रही तिजसरी आदव जी के वादे की बात तो जब वो उपमुख्य मंत्री थे तो इस में से कितने वादे वो पूरे किये थे
00:32अगर आप उनके पिता जी का जो कारे शैली था उसको आप छोड़ दी जब वो इस प्रदेश के उपमुख्य मंत्री थे
00:42तो इतने सारे वादों में युवाओं के लिए, महिलाओं के लिए, गरीबों के लिए, दलित वंचत शोशत वर के लिए, वो अपना individual काम कितना गिना सकते हैं, अपना कितना विजन बता सकते हैं
00:52माने ने मुख्य मंतरी श्री नतीश कुमार जी के नित्रित्व में जो काम हुआ, उसका वो क्रेडिट लेते हैं, पर वो आज तक नहीं कहें कि ये मेरा पेट प्रोजेक्ट था, ये मेरा विजन था, इसको हम धरातल प्रोगार है, तो ये खुदी बताता है कि उनकी क्या शंत
01:22बहुत पॉजिटिव आउटकम्स आ रहा है, राश्रत धर्श्री चराग पार्समान जी परस्नली वो सारी सीटों पे बहुत मेहनत कर रहे हैं, जितने भी हमारे प्रत्याशी हैं, वो भी उस सीट पे मेहनत कर रहे हैं, और परिश्रम का फल जरूर मिलेगा और अच्छा मिल
01:52बहुत पुछ बहुत बिहार को दिया है, बिहार के लिए उन्होंने बहुत कुछ किया है, और आने वाले समय में शीश नित्वित्व का फैसला है, जो वहां पर पोलिंग एजन्ट थी, जो ओफिसर थी वहां पर, उनसे गलती से मेरे राइट हंड के इंडेक्स पिंगर पर
02:22थी, वो थोड़ा उन पर गुस्ता आगे कि राइट नहीं, लेफ्ट पर करना तो वो तुरन से लेफ्ट में कर दी, तो ये सब human error
02:28चीज जो होता है, ये विपक्ष के जो नेता है, ये विपक्ष के जो कारे करता
02:34लोग है न, उन लोग को बार-बार ऐसे कुछ-कुछ बीच-बीच में फुटेच चाहिए होता है, क्योंकि अपना तो उनका कुछ नहीं है, तो बिचारे हम लोग के चक्कर में वो जितना टी-ार-पी अपना बढ़ा ले-बढ़ाले वाला बात है
02:43अजीद पवार के बेटे का नाम जमीन घोटाला में आया है, उसमें जमुए आने को किस हम आरी बड़ी में श्रियसी सिंग जी के लिए आए है, जमुए बढ़ान सभा में और चुनाव प्रचार कर रहे हैं, पून्ट बहूमत से भारी मतों से वो विजय ही हो, उसके लिए
03:13के बजाए, और हिंसा की परंपरा मेरे यहां नहीं थी सो भागे से, तो वो क्या करते थे कि उस कमरे में आ जाएंगे या बाहर से गुजरेंगे और चौपाई बोलेंगे, प्रात काल उठीके रगुनाथा, मात पिता गुरुनावई माता, कभी-कभी मैं गुसे में उठकर
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