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Transcript
00:00मारी माहा है ना एक छोरी जल महीं
00:11विल्कूल आपर जेडी
00:15दो दिन ताइ माही रोती रही के उड़ने आपरी छोरी दे दूद पिलावन है दूद
00:23पर नहीं बानियो ताप
00:29मैं कहीं नहीं कर सक्या हूँ
00:35दो दिन ताइ माचोरी भूग प्यासो लड़ते रही
00:45और बजहार गहीं
00:59मैं जद भी कहीं नहीं कर पाया हूँ
01:05थारा बापू
01:19बलो माना सो
01:26तुमने बीमारी रे चालता जमेन रुजादा तर इस सोर उन रिलाज में बिग्या हूँ
01:34बलो मति पड़े रहता हूँ
01:41थारे जुँ
01:57थारे जुँऊ
02:00मैं खाट मत पड़े रहा हूँ
02:09खाट मत पड़े रहा हूँ
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