Bihar Election 2025: बिहार चुनाव में बंपर वोटिंग का क्या है असली रहस्य? जहां एक तरफ रिकॉर्ड मतदान प्रतिशत दर्ज हुआ है, वहीं दूसरी तरफ 46 लाख मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से गायब हैं! क्या यह वास्तव में जनता का उत्साह है या वोटिंग प्रतिशत का एक नया गणित? जानें कैसे मतदाताओं की संख्या घटने से प्रतिशत बढ़ जाता है। इस स्थिति से NDA और RJD में से किसे मिल सकता है फायदा? क्या तेजस्वी की 'बदलाव की लहर' है या नीतीश-मोदी सरकार पर जनता का भरोसा? इस जटिल राजनीतिक समीकरण और 'गायब' वोटर्स के सच को उजागर करता है यह विश्लेषण।
00:19बिहार चुनाफ के इस दौर में बंपर वोटिंग ने सबका ध्यान अपनी और खीच लिया
00:24आम तोर पर जब वोटिंग प्रतीशत बढ़ जाता है तो माना गया कि जनता में जोश है
00:30लोग बदलाव की उमीद में है या अपने पसंदिदा दल को फिर से मौका देने के लिए बाहर निकले
00:37लेकिन इस बार मामला थोड़ा अलग है
00:40एक और बिहार में रेकार्ड वोटिंग दर्ज की गई
00:43तो दूसरी और आंगडे बताते हैं कि करीब 68 लाख मतदाताओं का नाम सूची से हटाया गया
00:50और केवल 22 लाख नाम चोड़े गए
00:52यानि कि कुल में लाकर 46 लाख मतदाता अब भी बिहार की मतदाता सूची से बाहर है
01:00इसका मतलब है कि मतदाताओं की कुल संख्या घटी है
01:03लेकिन वोटिंग प्रतिशत बढ़ गया
01:06जाहिर तोर पर SIR के बाद फरजी वोटर्स का नाम इस लिस्ट से काड़ दिया गया था
01:12जिसके बाद 46 लाख मतदाता सीधे तोर पर बिहार की वोटिंग विवस्था से बाहर हुए
01:18ये एक दिल्चस्प स्थिती पैदा करता है कि क्या वास्तव में जिनता के बढ़ते उत्सा का ये संकेत है
01:25या गणना का गणितिया प्रभाव की वोटिंग प्रतिशत इस बार बढ़ गया बंपर वोटिंग पंपर वोटिंग ये जो शब्द हम बार बार सुन रहे हैं
01:35क्या इसके पीछे सच्चाई वैसी ही है जो नजार आती है यदि पहले बिहार में 9 करोड मत दाता थे और अब उसमें 46 लाक नाम कटने के बाद ये संख्या लगभग 8.54 करोड हो गई
01:48तो करीब 5 प्रतिशत की ये कमी है अगर पहले की तरह लगभग उतने ही वोट पड़े जितनी पिछली बार पड़े थे तो कुल वोट प्रतिशत अपने आप बढ़ जाएगा उधारन के लिए अगर पहले 9 करोड में से 60 प्रतिशत यानि की 5.4 करोड लोगों ने वोट दि
02:1860 से बढ़ कर 65 प्रतिशत हो जाएगा इस तरह से बंपर वोटिंग का मतलब जरूरी नहीं कि लोगों ने असाधारन रूप से ज्यादा वोट डाले बलकि पंजिकृत मददाताओं की संख्या घटनी से प्रतिशत अपने आप ऊपर चला गया ऐसा भी हो सकता है अब सवाल �
02:48इसे परिवर्तन की लहर के रूप में देख रहा है उनका कहना है कि बढ़ी हुई वोटिंग जिनता की नाराज की और बदलाव की इच्छा दर्शाती है अगर ग्रामेड क्षेत्रों में युवाओं ने बड़ी संख्या में वोट डाला तो ये आरचेडी के लिए फायदे
03:18कि जिन मतदाताओं के नाम हटाए गए वे अधिकतर निश्क्रिया या डुपलिकेट थे इसलिए अब जो सक्रिया मतदाता है वे असल में सरकार के कामकास से खुश हैं अगर शहरी इलाकों में वोटिंग बढ़ी तो ये NDA के पक्ष में जा सकता है हकीकत में बंपर वोटि
03:48पुल मिलाकर इतना कहा जा सकता है कि मतदाता सूची में कमी और वोटिंग प्रतिशत में बढ़ातरी दूनों ने मिलकर एक नया राजनतिक गणत खड़ा कर दिया जहे इससे किसी दल को फायदा मिले या फिर नहीं इतना तो तय है कि बिहार की जनता पहले से कहीं ज्यादा
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