00:00कि अबंदी अगे कि आपे अगे कि अगे ते तुप मेंदी का जाणी गाने है अगे मेरी मेंदी का रांक्यों ने चाड़ा पर कुननत हम चे बयार करता है ना और मासां वह चाती है कि
00:29वहाँ की बहुबनु परीद आजयों नहीं चला
00:32जर्पे बहुबनु गवड़ा थे
00:37अब इस कलग के अजिक अजिक उचला साई मेरा
00:40ना थारे से कुंदन प्यार करता है और ना ही कुंदन की मासा
00:44वो दोनों अगर किसी से प्यार करते है तो थारे बिल्के कलग से ला
00:59करते है तो थारे बिटे करनों से पास नहीं चाहिए मारे को तुए अजिक साने चाहिए
01:06ची खेवर के दिमां में क्या चाहिए तो अजिक चुड़ी पापड़ी है क्योंकि वो और ना हो इस सब के पीछे इस खेवर का लाथ है
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