छत्तीसगढ़ में भिलाई के प्रसिद्ध लोक कलाकार और लोक वाद्य संग्राहक रिखी क्षत्रिय को लोक रंगमंच और लोक शिल्प के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया है. रिखी पिछले करीब 50 वर्षों से लगातार लोक वाद्ययंत्रों और लोक संस्कृति के संरक्षण में लगे हैं. उन्होंने देश भर से 200 से अधिक दुर्लभ पारंपरिक लोक वाद्ययंत्रों का संग्रह किया है, जिन्हें उन्होंने भिलाई स्थित अपने निजी संग्रहालय में संरक्षित किया है. छत्तीसगढ़ राज्य के 25वें राज्य अलंकरण सम्मान समारोह में 41 विशिष्टजनों को सम्मानित किया गया. ये पुरस्कार उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने दिया. इन पुरस्कारों में भिलाई के लोक कलाकार एवं लोकवाद्य संग्राहक रिखी क्षत्रिय को भी दाउ मंदरा जी सम्मान मिला. रिखी क्षत्रिय को ये सम्मान लोकनाट्य और लोकशिल्प के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए मिला है.
Be the first to comment