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  • 3 days ago
कार्तिक पूर्णिमा का महत्व और इसकी परंपराएं सरल भाषा में समझें

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00:00ये हर महीने की पूर्डिमा का अपना महत्व होता है और हर पूर्डिमा किसी न किसी महापुरुष से संबंधित होती है
00:12कार्तिक पूर्डिमा का महत्व क्या है?
00:17कार्तिक मास के शुकल पक्ष की पूर्डिमा को कार्तिक पूर्डिमा कहा जाता है
00:25इस पूर्डिमा का शैव संप्रदाय में यानि भगवान शिव के मानने वालों में और वैशनव संप्रदाय में यानि भगवान विश्नु के मानने वालों में दोनों में बराबर महत्व है
00:44कार्तिक पूर्डिमा पर भगवान शिव ने त्रिपुरा सुर नामक राच्छस का वद किया था
00:54इसलिए उनका एक नाम त्रिपुरारी भी है
00:58और कार्तिक पूर्डिमा पर भगवान विश्नु ने मत से अवतार भी लिया था
01:07कार्तिक पूर्डिमा एक और वजह से बहुत ज्यादा मुल्यवान है
01:14वो ये है कि इसी दिन गुरु नानक देवजी महराज का जन्म हुआ था
01:21स्रिष्टी में प्रकाश फैला था
01:24इसी लिए इसको प्रकाश पर्व के और गुरु पर्व के रूप में मनाया जाता है
01:33कार्तिक पूर्डिमा पर पवित्र नदियों में सनान किया जाता है
01:41और फिर नदी के किनारे दीप दान किया जाता है ऐसी परंपरा है
01:49कार्तिक पूर्डिमा पर दान करने का विशेश महत्व है
01:56और कार्थिक पूर्डिमा पर आप अलग-अलग ग्रहों के लिए दान करके ग्रहों की समस्या को दूर कर सकते हैं
02:09जो ग्रह आपकी जिन्दगी में समस्या दे रहा है उस ग्रह से संबंधित वस्तु का अगर आप कार्थिक पूर्डिमा पर दान करते हैं तो उस ग्रह की समस्या दूर हो जाती है
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