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Nuclear submarine Khabarovsk Explainer: समंदर की गहराई में कुछ ऐसा बन चुका है… जिसकी मौजूदगी से पूरी दुनिया सहमी हुई है। कोई नहीं जानता यह कब और कहाँ से वार करेगा — बस इतना तय है कि जब ये चलेगा, तो पूरा तट समुद्र में समा जाएगा। इसका नाम है — “ख़बरोव्स्क”, रूस की नई परमाणु पनडुब्बी…और इसके अंदर छिपा है “पोसाइडन” — वो डूम्सडे हथियार, जिससे शुरू हो सकता है तीसरा विश्व युद्ध। इस खतरनाक हथियार से अमेरिका तक खौफ में है...

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00:00समंदर की गहराई में कुछ ऐसा बन चुका है जिसकी मौजूदगी से पूरी दुनिया सहमी हुई है
00:04कोई नहीं जानता ये कब और कहां से वार करेगा बस इतना तैह है कि जब ये चलेगा तो पूरा समुद्र तट समा जाएगा
00:12इसका नाम है खबरोस्क रूस की नई परमाडू पंडुब्बी और इसके अंदर च्छिपा है और साइडर वो डूस डे हतियार जिससे शुरू हो सकता है तीसरा विश्यूद
00:21इस खतरनाक हतियार से अमेरिका तक खौफ में है आगे हम आपको बताएंगे पूरी कहानी
00:26नमस्कार मैं हूँ आज से पिक्बाल और आप देख रहे हैं वन इंडिया
00:29रूस नौप्चारिक तोर से अपनी नई परमाडू संचालित पंडुब्बी प्रोजेक्ट 09851 खबरोस को लांच कर दिया है
00:45ये एक लंबे समय से चल रही बेहद सिक्रेट योजना है जिसे खास तोर पर वोसाइडन नाम की परमाडू संचालित समुदरी डोन जिसे अकसर डूमस्डे मिसाइल या प्रले मिसाइल कहा जाता है को ले जाने के लिए डिजाइन किया गया है
00:57इस लांच समारू कायोजन रूस के सेव मौश शेपियाड के सेवेरोदस विंस्क में किया गया है जिसमें वरिष्ट उसैन अदिकारी जहास निर्माड विशेशग और डिजाइन इंजिनियर शामिल थी
01:08रूसी कमार ने इस लांच को देश की नौसैनिक परमाडू शमिता के आधुनिकी करण की दिशा में एक एहम कदम बताया है
01:14ये पंडुबी अब पोसाइडन जलमगन हतियार यानि के अंडर वाटर हतियार कॉणाली की पहली परिचालन वाहक बनने जा रही है
01:21पोसाइडन एक परमाडू सक्षम स्वतंद्र टार्पीडो है जिसे लंबी दूरी तेज रफ्तार और गहरे पानी में संचालन के लिए तयार किया गया है
01:29खबरोस की लॉंचिंग रूस की हाल ही में पोसाइडन और वी उरेवस्तनिक परमाडू संचालन क्रूज मिसालियों के सफल परिक्षणों के तुरंत बाद हुआ है
01:37अच्छे समय में जब रूस और अमेरिका और इसके सायोगियों के बीच तनाव बढ़ा हुआ है
01:42इस लॉंचिंग से पुतीन ने ट्रंप और पश्चम देशों को एक साथ संदेश दिया है
01:46अमेरिकी राश्पटी नॉलल ट्रंप के प्रशासन ने हाल ही में रूस के तेल शेतर पर नए प्रदिबंद लगाए
01:51और युक्रेन में संगर्श विराम की मांगी इसके जवाब में पुतीन ने परमाडू शक्ति के प्रदाशन को तेज किया
01:57उन्होंने सैन वर्दी में परमाडू अभ्यासों की अधक्षिता की और चितावनी दी कि अगर पश्चमी देश युक्रेन को ऐसे लॉंग रेंज हतियार देते हैं जो रूस की सीमा के भी तरवार कर सकते हैं तो बहुत गंभीर शायद चौकाने वाला जवाब दिया जाए
02:27दूसरी और ट्रम्प ने रूस के परिक्षणों की अलुचना करते हुए कहा कि रूस को युद्ध समाप्त करने पर ध्यान देना चाहिए जो एक हफते में खत्म हो जाना चाहिए था अब चौथे वर्ष में पहुँच गया है
02:38उन्होंने ये भी दावा किया कि अमेरिका के पास दुनिया की सबसे शक्तिशाली परमाडू पंडूबी पहले से ही रूस के तड़ के पास मौझूद है इसलिए अमेरिका को किसी नई परमाडू प्रतिसवर्दा की जरूरत नहीं
02:49पस्चमी व्षिशक्यों ने परमाडू संचालित मिसाइलों की दिरकाले के विवहारता पर संदेह चुताया है और ब्यूरे वस्तनिक को उर्ता हुआ चेर्नोबिल तक कहा है इसके संभावित विकरन जोखिम के कारण
03:01फिर भी रूस का कहना है कि पोसाइडन और व्यूरे वस्तनिक जैसी प्रणालियां रणनीतिक प्रतिरोत की नई पीड़ी और ये पस्चमी मिसाइल रक्षा प्रणालियों के संतुलन को बनाया रखने के लिए जरूरी है
03:10खबरोस के लॉंच समारों की देखरे एक रक्षा मंतरी अंद्रेई बेलो उसाउर ने की उन्होंने से इतिहासिक शन बताया और कहा आज हमारे लिए एक मैट पूर्ण दिन है
03:19प्रसिद सेव माश से बड़ी परमाडू मिसाल पंडूब भी खबरोस को लॉंच किया जा रहा है
03:25खबरोस को बनाने का काम एक दशक से जादा समय से चल रहा था
03:28इसका अनुबंद 2022 में साइन हुआ था और इसका आधिकारिक खील लेंग यानि की निर्माड की शुरुआ
03:3427 जुलाई 2014 को ही थी पहले इसे 2018 में लॉंच करने की योजना थी
03:38लेकिन तकनीकी चुनोती और नौसेना की फात्मिक टाओं में बदलाव की वज़े से कई बार देरी हुई
03:42इस परियोजना का इंजिनरिंग काम रूबिन सेंटरल डिजाइन व्यूरो ओफो मरीन इंजिनरिंग न किया है जो रूस की सबसे पुरानी और अनुभवी नौसेनिक डिजाइन संस्थाओं में से एक है
03:52यही संस्था भारत के आईनेस सिविक्रमादित विमान वाहक पोत के आधुनिकी करण के लिए भी जानी जाती है
03:58चलिए आपको बताते हैं खबरोस की शमताएं क्या है
04:00रूसी रक्षा मंतुराले ने इसकी तकनीकी खासियत गुपत रखी है लेकिन उध्योग सुत्रों और खुली खुफिया रिपोर्टों से कुछ जानकारी स्रामने आई है
04:08इसकी लंबाई लगभग 113 मीटर, चोड़ाई 10 मीटर से जादा विस्थापन करीब 10,000 टन प्रणोदन परमाडू रियक्टर आधारित है जिससे ये महीनों तक बिना सतय पर आये रह सकते है यानि 90-120 दिन तक
04:21इसकी अधिक्तम गती 30-32 नौट्स जानी की लगभग 55-60 किलोमीटर प्रतिगंटा है ये पारंपरिक हमलावर पंडुबी नहीं है बलकि 6 तक पोसाइडन ड्रोन ले जाने के लिए बनाई गई है इसके लावा इसमें आत्मरक्षा के लिए सामान टॉर्पीडो ट्यूब भ
04:51ये टॉर्पीडो और ड्रोन दोनों के गड़ों को मिलाता है यानि ये समुद्र के भीतर से महाद्विपी ये दूरी तै कर सकता है रूसी राश्पती व्राद्मिर पुतीन ने हाल ही में इसकी सफल परिक्षन उडान की बुश्टी की जिसमें पोसाइडन का परमाडु रि
05:2130 एदेशों को बरबाद करने में सक्षम है इसके रियक्टर को रॉननितिक पंडुबियों के रियक्टर से 100 गुना छोटा बताया गया है जिससे ये अत्यधिक दूरी तै कर सकता है और वाहन पोत पर कम जगें घिरता है येतनी गहराई और गती पर संचालित होती है कि मौ�
05:51लाल के इतना ही देखते रहे है वान इंडिया
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