Vaikuntha Chaturdashi 2025: बैकुंठ चतुर्दशी (Vaikuntha Chaturdashi) भगवान विष्णु और भगवान शंकर — दोनों की संयुक्त उपासना का पावन दिन माना जाता है। यह कार्तिक शुक्ल चतुर्दशी को मनाया जाता है, और कहा जाता है कि इस दिन किया गया दान, स्नान और उपवास हजारों गुना फल देता है।
00:00बैकुंट चतुरदशी से आच्छे है बैकुंट में इस्तान दिलाने वाला चतुरदशी इस कार्तिक महा के शुकलपक्ष की चतुरदशी के दिन आता है और देव दिवाली से पहले पढ़ता है इस दिन ऐसा कहा जाता है कि भगवान शिव स्वेम भगवान विश्णू से ब
00:30अब ऐसे में इस दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं आई आई आपको बताते हैं लेकिन उससे पहले जान लीजिए कि आखिर कब है बैकुंट चतुरदशी
00:38बैकुंट चतुरदशी मुहरत का आरंब 3 नवंबर सुम्वारियारी की आज रात 2 बच कर 6 मिनट से होगा
00:44वहीं 4 नवंबर मंगलवार को रात में 11 बच कर 37 मिनट पर इस्तिथी का समापन होगा ऐसे में बैकुंट चतुरदशी 4 नवंबर को मनाई जाएगी
00:52इस दिन पूजा करने के लिए शुब मुल्त शाम को 5 बच कर 35 मिनट से लेकर 7 बच कर 36 मिनट तक रहेगा
00:58चलिए जानते हैं बैकुंट चतुरदशी पर क्या करना चाहिए
01:01सुबा ब्रह्म मुरत में स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहने फिर भगवान विश्नु और शिवजी की अरातना का संकल पने
01:07कहें मैं आज बैकुंट चतुरदशी के पूर्णने दिन पर भगवान विश्नु और शिवजी की पूजा करूँ
01:12इसके लावा तुलसी दल से पूजा करें इस दिन भगवान विश्नु को तुलसी दल चड़ाना बहुत शुब माना जाता है
01:17तुलसी के बिना पूजा अधूरी मानी जाती है
01:19भगवान शिव को गंगा जल दूद, शहद और बेल पत्र चड़ाएं ऐसा करने से मन के दोश मिटते हैं और जीवन में शांते आती है
01:26इस किलावा दीबदान का इस दिन खास महत्व होता है
01:29मंदिर घर और मदी के किनारे दीपक जलाएं कहा जाता है कि दीबदान से अंधकार मिटता है और आत्मा को प्रकाश की और ले जाता है
01:35इस किलावा दान के रूप में अन्वस्तर तेल दीपक भल और तिल का दान करें
01:39खासत और से बरमणों और जरुवत मंदों को दान देना बेहद पूर्णे कारी होता है
01:44अब ऐसे में जानते हैं इस दिन क्या नहीं करना चाहिए
01:46इस दिन मास मचली अड़न शराब लहसुन प्यास जैसी चीजों का सेवन वर्जित है
01:50ये दिन केवल सात्विक भोजन और उपवास के लिए होता है
01:54पूरे दिन शानती से भक्ती करें
01:56किसी से जगड़ा बुरा वेवार कटू वचन ना बोलें
01:58इससे पूर्णे घट जाता है
02:00इसके लावा भले ही बगवान विश्नु को तुलसी चड़ाई जाती है
02:03लेकिन इस दिन तुलसी दल तोड़ना मना है
02:05एक दिन पहले तोड़े हुए पत्ते का उप्यूप करें
02:08इस दिन जूर बोलना धुका देना या लोब रखना अश्यूब माना जाता है
02:11मैकुंडे चतुरदशी का अर्थ ही है
02:14आत्मा को सत्य और परकाश की ओर ले जाना
02:16फिलाल इस वीडियो में इतना ही
02:18अगर आपको ये जानगारी पसंदाई हो तो इसे लाइक करें
02:20शेयर करें और चैनल को सब्सक्राइब करना बिल्कुल न भूले
Be the first to comment