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  • 2 days ago
03_नवम्बर_सोमवार_-_1_लाख__आपका_काम_बना_देगा_ये_चालीसा___Khatu_Shyam_bhajan___Bhajan

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00:00श्री गुरु चर्णन ध्यान धर सुमीर सचीदानन्द
00:18शाम चली सा बणत है रच चापाई छंद
00:32शाम शाम भजी बारंबारा सहज ही हो भव सागर पारा
00:47इन सम देव ना दूजा कोई दीन दयाल ना दाता हुई
01:01शाम शाम भजी बारंबारा सहज ही हो भव सागर पारा
01:19इन सम देव ना दूजा कोई दीन दयाल ना दाता हुई
01:35भीम सुपूत्र अहिल्वति जाया कही भीम का पोत्र का हाया
01:45यह सब कथा सही कलपां पर कनिक न मानों इसमें अंतर
01:56बरबरीक विशन आवतारा भातन हे तुमनुज तन धारा
02:12वासु देव देव की प्यारे जस्मत मै आनंद दुलारे
02:22मदु सुधन गोपाल मुरारी प्रिज किशोर गोवर धन धारी
02:33सियाराम श्रीहरी गोविंदा दीन पाल श्रीबाल मिखंदा
02:44दामोदर रण छोड बिहारे नाथ दुलारे का धीश खरारे
03:00राणा बललभ रुक मणी कंता गोपी बललभ कंस हनंता
03:11मन मोहन चित चोर कहाए माकन चोरी चोरी खाए
03:22पुरली धर यदू पति घंशामा क्रिशन पतीत पावन अभिरामा
03:32माया पती लक्ष्मी पती शाम पुरुषो तब किशब जग दीशाम
03:53वेश्व पती जे भुवन पसारा दीन बंधु भक्तन रखवारा
04:04प्रभु का भेद न कोई पाया शेश महेश थके मुनिराया
04:14नारद शारद रिशियो गिंदर शाम शाम सब रतत निरंपर
04:25कवी कोजी कर कनन गिनन्ता नाम अपार अथाह अनन्ता
04:41हर स्रिश्टी हर सुख में भाई ये अवतार भगत सुख दाई
04:52हिर दर्माही कर देख विचारा शाम भजै तो हो नीस्तारा
05:03कीर पड़ावत गणी का तारी दिल नीटी भक्ति बलिहारी
05:13सती अहिल्या गोतम नारी भई शाप वश शिला दोलारी
05:29शाम चरण रज चित लाई तहो जीपती लोग में जाई
05:40अजा मिल अरुसदन कसाई नाम पताप परम गति पाई
05:50जाके श्याम नाम धारा सूक लही दुख दूर हो सारा
06:01गली बैजनती माल सुहाई छवे अनूप भातन मन भाई
06:22शाम शाम सुमी रहू दिन राते शाम दुपहरी कर पर भाते
06:33शाम सार थी जिसके रत के रोडे दूर होए उस पत के
06:44शाम भक्त ना कही पर हारा भीर परी तब शाम तुकारा
06:55रस ना शाम नाम रस पीले जेले शाम नाम के हीले
07:10संसारी सुख भोग मिलेगा अंत शाम सुख योग मिलेगा
07:21शाम प्रभू है तन के काले मन के गोरे भोले भाले
07:32शाम संत भबतन हितकारी रोग दोश अधना शेभारी
07:42प्रेम सहित जब नाम पुकारा भगत लगत शाम को प्यारा
07:58हाटों में है मथुरावांसे पार भ्राह्म पून आविनाशी
08:09सुधा कान भरी मुरली बजाई दिल्ली प्रांत जहां सुनी पाई
08:20प्रिद बाल जेते नारी नरे भूब्ध भए सुनी बंसी के सर
08:31हडबड कर सब पहुचे जाई हाटों में जहां शाम कनाई
08:52जिसने शाम स्वरोप निहारा भवभय से पाया छुटकारा
09:03शाम सलोने सवरे
09:20शाम सलोने सावरे बरबरेक तनुधार
09:39इच्छा पूर्ण भगत की करोना लावबार
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