बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में नीतीश कुमार के अभियान ने सबको चौंका दिया है। विपक्ष जहां उनकी सेहत को लेकर सवाल उठा रहा था, वहीं नीतीश हर दिन कई जनसभाएं कर नए राजनीतिक रिकॉर्ड बना रहे हैं। नालंदा से लेकर सीमांचल तक उनकी रैलियों की रफ्तार बता रही है कि वो पहले से ज्यादा एक्टिव और रणनीतिक हैं। तेजस्वी यादव जहां सीमित रैलियों तक सिमटे हैं, वहीं नीतीश की एनर्जी और रणनीति इस चुनाव का नया नैरेटिव तय कर रही है। क्या “बीमार” बताने वाला प्रोपेगेंडा अब ढह चुका है?
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