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ये वीडियो वेदान्त संहिता - 5th अक्टूबर, 2025 के लाइव सत्र से लिया गया है|
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Transcript
00:00एक छोटे से छोटा वो इंस्टाग्रामर होता है वो भी जानता है 영상्स मैनिपुलेट कैसे किये जाते हैं
00:04कुछ भी नहीं है ठोड़ा बैक्रण्ड मुजिक लगा दो
00:06कुछ भी साड़ा सा वीडियो होगा उसमें लगा दो background music को देखा वो धरड़ा के भगेगा
00:11अभी हमारी YouTube टीम बड़ी परिशान है
00:14इनको बोला गया है कि भाई कम से कम जो मेरी गंभीर बात है
00:19उसमें पीछे साई आरा काहे लगाते हो
00:21और यह ऐसे ऐसे करके अपना चलाते रहते थे
00:25कि यह नहीं करना है
00:27चलो कोई मैंने चटपटी बात बोली या चलो साधारन कोई सामाजिक मुद्दा है
00:31वहाँ पर तुमने कुछ लगा दिया संगीत ठीक है
00:34पर मैं कोई बिलकुल तात्विक गंभीर बात बोल रहा हूं
00:37तो मुसमें भी पीछे कुछ लगाते रहते हो कि
00:39नीले नीले अंबर पे चांड जब छाए
00:42और खुश भी हो जाते हो आचारे जी देखाए
00:44अब यह परिशान है
00:46यह कह रहा है हमारे वीडियो व्यूज नहीं आ रहे
00:50तो पहले भी आते थे वो भी नकली थे फिर तुमारे
00:52वो भी emotional manipulation ही है कि तुम उसमें पीछे संगीत डाल रहे हो
00:57कुछ कर रहे हो
00:58बावना तो बड़ी सस्ती चीज होती है
01:02बोलतर हो पशुओं में भी होती है
01:04भावना अंधी चीज होती है
01:06आप अपनी कोई भावना बताओ जो पशुओं में नहीं होती
01:12इसका मतलब समझो
01:16चेतना का कोई संबंदी नहीं है भावना से
01:18आप बिलकुल मूरक आदमी हो सकते हो
01:21वो फिर भी सब भावनाई होंगी जो पशुवों में होती है
01:23आप बिलकुल कुटेल आदमी हो सकते हो फिर भी आप में व सारी भावनाई होंगी जो पशुवों में होती है
01:28लेकिन हमें इस बाद जबानाज होता है
01:32You know, we Indians, we are extremely emotional people
01:34That's not something to be proud of
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