Skip to playerSkip to main content
  • 5 days ago
वरिष्ठ इतिहासकार राजकिशोर 'राजे' बताते हैं, कि ताजमहल के मुख्य मकबरे के पूर्वी और पश्चिमी दिशा में आकर्षक भवन बने हैं.

Category

🗞
News
Transcript
00:00ुmحبت की निशानी ताजमहल का दीदार करने हर दिन हजारों की संख्या में देशी बीदेशी परेटक आगरा आते हैं।
00:07ताजमहल के मुक्ष मकरे की पश्च्चिम दिशा में साही मस्जिस तो uh, PU Aurvī दिशा में जवाव यानि झमात खाना है
00:16जिसे अंग्रेजों ने महमान खाना नाम दिया
00:19इस महमान खाने की पच्चीकारी भी परेटकों को खुब आकर्सित करती है
00:24और ये साही मस्जिद और महमान खाना ही ताज महल की खूब सूर्ती में चार चांद लगाते हैं
00:31अब एक बार फिर महमान खाना दमकाने के साथ ही पच्ची कारी की रंगत लोटाने पर भारतिय पुरातत्त सर्वेच चड़ बिभाग 80,00,00 रुपे खर्च कर रहा है
00:42ये वही महमान खाना है जिसे अंग्रेजों ने मुगलों के पतन के बाद गेस्ट हाउस बना दिया था
00:50अईए एटीबी भारत की स्पेसल रिपोर्ट में महमान खाने की पच्ची कारी की खासियत और ये तिहास के बारे में जानते हैं
01:12अग्रेजों ने अपने कल्चर के हिसाब से ताज महल के महमान खाने में नाइट पार्टी की सुरुवात की
01:40और महमान खाने में पार्टीशन करके कमरे बनाए गए
01:44इन कमरों को किराय पर देना सुरू किया जहाँ पर न्यू कपल हनीमोन बनाने के लिए आते थे
01:51और यहाँ पर वाइन पार्टी भी होती थी
01:54शामबिर सिंग इटीबी भारत आगरा
Be the first to comment
Add your comment

Recommended