जयपुर। जयपुर में डाला छठ पर्व का पावन अनुष्ठान शनिवार को विशेष योग संयोगों में नहाय-खाय से आरंभ हुआ। रविवार से समाजजन 36 घंटे का कठोर निर्जल व्रत आरंभ करेंगे। युवा वर्ग भी पूरे उत्साह और श्रद्धा से छठी मईया की भक्ति में शामिल होगा। घर-घर में मैया के गुणगान होंगे। नए विवाहित जोड़ों के घरों में ‘कोशिया भरने’ की रस्म निभाई जाएगी। प्रभा महतो और परमा बिहारी ने बताया कि विवाहित महिलाएं सोलह श्रृंगार करके छठी मईया को प्रसन्न करने के लिए भजन गायेंगी। ज्योतिषाचार्य पं. पुरुषोत्तम गौड़ के अनुसार, सूर्योपासना से छठ माता प्रसन्न होकर परिवार को सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करती हैं। यह पर्व अस्त और उदयमान दोनों सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा का प्रतीक है। सोमवार को अस्ताचलगामी यानी डूबते सूर्य को पहला अर्घ्य दिया जाएगा। पूजा के लिए बिहार के विभिन्न जिलों से सामग्री मंगाई गई है। गलता तीर्थ में रातभर मेला रहेगा, जिसमें 60 से अधिक भोजपुरी कलाकार प्रस्तुति देंगे।
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