00:00दीपावली के बाद पहले शुक्रवार को गंग्रेल मड़े में अनोखी आस्था देखने को मिली
00:14धमतरी के मांगार मोती परिसर में 36 गर सही दूसरे राज्यों से पहुँची महिलाए
00:21संतान सुख के लिए नार्यल लेकर जमीन पर दंडवत लेट गई
00:26कुछ देर बाद मांगार मोती मंदिर के मुख्य पुजारी और बैगा लेटी हुई महिलाओं के उपर से चलते हुए मंदिर तक पहुचे
00:37अब जो पता चला तो मैं आई हूँ यहां मनने तो बच्चे का मतलब जो भी कोई कोई आता मनने तो पूरा होता है ऐसा सुनी हूँ
00:44यहां मनने तो बच्चे का मतलब जो भी कोई कोई आता मनने तो पूरा होता है ऐसा सुनी हूँ
01:00बताया जाता है कि अंगार मोती मंदिर में लगने वाला मड़ई चवर में हुआ करता था
01:25लेकिन बांध बनने के बाद चवर डूब गया साल 1978 से यह मड़ई गंगरेल में ही लग रही है
01:32इस बार 800 से ज्यादा महिलाओं ने परन प्रथा के लिए पंजियन करवाया कई महिलाए बिना पंजियन के भी शामिल हुई है
01:41यह आदि शक्ति मां अंगारमोती पुर्वस से चनातन निसांतान को संतान देने के लिए माता जीट प्रस्थिद यह अपने गोथ के लिए ललक में आते हैं
01:56अपने अपने गोथ के खुल के लिए आते हैं उनका सद्धाव बाव से पुकारते हैं वह मनों कामनपूना होता है संतान इसमयाओं यह तो अपना फार्वन तिर्वन गाव का माता जीट देवी जीट उस्ताथता है
02:13This is a very old age.
02:17Ma Aungar Moti has been a very old age of 4 years.
02:23This is a very old age of 4 months.
02:28Maatai Ji was the first age of 4 months.
02:31When Gengrildin was the first age of 72,
02:34then Maatai Ji also came into the desert.
02:37After coming to the desert,
02:39Maatai Ji, Samaakad Allahu, Buddha Ji 등es
02:46They had some evoluses.
02:49They had some special
02:57Ma 2시, Pārta Therean says
03:01progresses that Maatai Ji has become a permanent nutrient.
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