00:00जितनी तेजी के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास हो रहा है, सड़के बहतर हो रही है, उसी के साथ-साथ अधिक गती के कारण दुरगटनाओं की भी संख्या बढ़ रही है, लेकिन ये दुरगटना ना हो, इसके लिए प्रयासों की निरंतरता जारी है,
00:23कोई भी रेडिमेट टक्नीक ऐसी नहीं होती है, कि जिसके माध्यम से हम इनको एक बार में ही रोक सकें,
00:31लेकिन बहतर को और बहतर करने का प्रयास ये होना चाहिए, जिसमें संपून समाज की जागरूकता और भागीदारी की आवशकता होती है,
00:41क्योंकि बड़ी संख्या में जो एक्सिडेंट होते हैं, उसमें हमारे युवाओं की जान जाती है, और इसलिए इस तरह की वरक्शॉप, इस तरह के आयोजन, समाज में जागरूकता के साथ साथ,
00:52तक्नीक को बहतर बनाने के लिए, संपून सिस्टम को एक्टिवेट करने के लिए, और उनमें नवाचारों को जोड़ने के लिए आवशक होते हैं, और उस दिशा में, आज मानी मुख्यमंत्री जी के मुख्यातित में, आज का ये कारकर मायजित हुआ है, जिसमें श्रीब
01:22रिपोर्ट में ये सामने आया है, अगर महीने में दो बार जो निरिक्षन होता है, उनमें सौफ्ट्वियर चिन्नित करता है कि कौन से पांच कामों का एक सांट पा निरिक्षन होगा, तो स्वाभावे, मुझे बोल ले लिए या आप बोल लिए बहले, तो कौन से पांच क
01:52सौफ्ट्वियर के माद्यम से निर्धारित होता है, तो स्वाभाविक है, हर महीने ऐसे निरिक्षन जिने हम आचक निरिक्षन कहते हैं, फिर दोर आता हूँ, ये आचक निरिक्षन हैं, जिनमें सारी सड़के समाहित नहीं हो सकती हैं, या सारे काम समाहित नहीं हो सकते हैं
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