Skip to playerSkip to main content
Patna Metro Video: पटना मेट्रो (Patna Metro) की शुरुआत होते ही अफरातफरी मच गई है। कुछ लोग बिना टिकट यात्रा कर रहे हैं, वहीं कई ने जबरन गेट तोड़कर एंट्री की। मेट्रो स्टेशनों पर गुटखे की पीक, कचरा और चोरी-लूट की घटनाएं भी सामने आई हैं। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हो रहा है, जिससे कानून-व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। क्या ये विकास का सही तरीका है? देखें वीडियो और जानिए पूरी सच्चाई।

#PatnaMetro #ViralVideo #BiharMetro #PMRC #GateTodKarEntry #BetiTicketYatra #MetroLoot #PatnaNews #BiharNews #IndiaMetro #PublicBehavior #ViralPatna

~PR.250~ED.106~GR.122~HT.96~

Category

🗞
News
Transcript
00:00पटना मेट्रो, सपनों की सवारी, विकास की रफतार और उमीदों की पटरी पर दोड़ता नया युग
00:17जब इसका उद्घाटन हुआ तो पूरे शहर में एक उमीद की लहर दोड़ गई
00:22लोगों ने सोचा अब हमारा शहर भी दिल्ली, मुंबई जैसा होगा, चमचमाती ट्रेने, स्वच प्लैटफॉर्म और अनुशाशत सफर
00:32लेकिन जितनी जल्दी ये मेट्रो चली, उतनी ही तीजी से कुछ लोगों की मानसिक्ता ने ब्रेक लगा दिया
00:39सोचल मीडिया पर हाली में एक वीडियो सामने आया, जिसने पूरे देश को शर्म सार कर दिया
00:45इसमें दिखा कि कैसे लोग टिकट स्कैन किये बिना मेट्रो स्टेशन के बैरियर को पार कर रही हैं
00:51जैसे किसी खेल का हिस्सा हो, बच्चे जुके, रैंगते हुए बैरियर के नीचे से निकले, जैसे कोई खेल हो, और बड़े भी पीछे नहीं रहे, वो बैरियर के बीच की छोटी सी जगह से निकलने की कूशिश करते रहे, मानू किसी मिशन पर हो, और जब एक महिला फंस �
01:21इस पूरे द्रिश्य में जो सबसे ज्यादा चांकाने वाला था, वो था सुरक्षा का नदारत होना
01:50कहीं कोई सुरक्षा करमी नहीं, कुछ यूजर्स ने तो ये मान लिया कि शायद मशीन खराब हो, लेकिन ये तर्क तब धराशाई हो गया, जब लोगों ने जान बूच कर नियम तोड़नी की प्लैनिंग करते हुए, खुद को कैमेरे में कैद कर लिया, जैसे ही वीडियो स
02:20उमीद थी, जैसे वो पहले से ही जानता होगा, ये होगा, दूसरे ने तीखी टिपणी की, यकीन नहीं होता, नालंदा विश्विद्याल्या यहीं बना था, और तीसरे यूजर्स ने कटाक्ष करते हुए कहा, कुछ दिन में ट्रेन भी चूरी हो जाएगी, इसकड़ी में
02:50आम जनता से पूछा गया, विकास की गाड़ी सरकार लाती है, लेकिन उसे पटरी पर चलाने की जम्मेदारी नागरिकों की होती है, ये विडियो सिर्फ एक घटना नहीं, बलकि एक आईना है, जिसमें हम अपनी मांसिक्ता और जम्मेदारियां और अपने शहर के प्रती अ
03:20बहुत है, जब आप हमारे भीतर चिपे हैं, विकास तब तक अधूरा है, जब तक नागरिक अपने कर्तवियों को नहीं समझते, मैटों से सफर करना आसान है, पर सच्चा सफर तब शुरू होगा, जब हम अपने भीतर के गयर जिम्मेदार यात्री को रूख पाएंगे
03:50अपने पाइंगे
Be the first to comment
Add your comment

Recommended