सुप्रीम कोर्ट के सीनियर वकील बलराज सिंह मालिक ने Oneindia से खास बातचीत में कहा — “इस देश में कोढ़ है जातिवाद और मनुवाद।” उन्होंने कहा कि बचपन से जातिगत भेदभाव का सामना करने वाले लोग आज भी सम्मान के लिए संघर्ष कर रहे हैं। बलराज मालिक ने सवाल उठाया — “क्या ब्राह्मण ही सनातन परंपरा के ठेकेदार हैं या ये परंपरा एक धंधा बन गई है?” उन्होंने आरएसएस, योगी आदित्यनाथ और जाति व्यवस्था पर भी तीखी टिप्पणी की।
पूरा इंटरव्यू देखिए और जानिए क्यों बोले — “योगी को पीले कपड़े छोड़कर पैंट-कमीज़ पहन लेनी चाहिए।”
Senior Supreme Court lawyer Balraj Singh Malik, in an exclusive conversation with Oneindia, called casteism and “Manuvaad” a disease in Indian society. He questioned — “Are Brahmins the real custodians of Sanatan Dharma or is it just a business now?” Malik also made sharp remarks on RSS, Yogi Adityanath, and India’s caste hierarchy, saying that the mindset dividing people by caste must end.
Watch this explosive statement — 👉 “Yogi should leave his saffron robes and wear a pant-shirt instead!”
00:00अब क्या आपको लगता ये पिछलन ज्यादा बढ़ गया है जज की जाती देखकर के टिपनी कर देना मेरे मन का फैसला नहीं आया
00:06के लगता इस देख में कोड है कोड जातीवाद वनवाद मनुवाद ये कोड की तरह है इस देख में हमारी यंग पिटुक के हमारी जैसे लोग इससे सिकार रहे यंग उमर में कि जो बचपन से हम जिस माहूल में पैदा होके आए श्कूल में हम इकठे पड़ते हैं और गाउ
00:36इसको सनात्र परंपरा कहूं इस देश के लोग एक दूसरे से मिलने से एक दूसरे की इज़त करने से अपने भेद मानने से और कोई अपने आप में सुपरीम मानने है बैठा सिर्फ ब्रामन होने की वज़ा से कोई आदमी सुदर सपर्स है सडूल का सडूल ट्राइब उसको �
01:06कि इसा ने नहीं देश से खतम होना चीए देश में एती गठे और परब परकड़ेश होसे,知道 that
01:12इ Minnie ऐर
01:15इस लिएमारे लोग andracMaragirm वहार जाके दुनिया में बस रहे
01:17एक आप इस तरह का महहुशन कर रहे हैं वहाँ चाहते हैं कडा में अमरी का में आश्टेलिया में
01:22घर बेच बेच के बच्चे बाग रहें क्यों किहां कि हमें सव्यविधान के इस सरकार नहीं इस सरकार किसी बाप की नहीं सरकार
01:31सबत भी ऐस सवधानिक है फ्रोड सबत है गाटिया सबत है सरकार सबत तो होना ही नी चीए वैवस्ता है यह सवधान की वैवस्ता गवर्मेंट ऑफ इंडिया का मतलब यह है देश में भारत की मानविय वैवस्ता तो रूल अफ लो नहीं है मैं यह एड़ोकेट्स को बताता ह�
02:01बिलकुल बक्वास है डंडे से मानव जाती नहीं की जा सकती सिस्टम अफ लोग एक से मेरे दिमाग में सवाल आया चुकि आपने का समाज की कुरूतियों बात की सनातन की और यहां पर भी कई बार यह देखनें पर आया जैसे सीजी आई के प्रोटोकाल की बात थी वो भी �
02:31अगरे आने वाड़ा जो चीफ जश्री बनने वाड़े सूरिय कांत कहता तो नहीं होता है को यह कलपना नहीं ध्यान जाता है यह हम देख पा रहे हैं को राजपुजा जो होता तो उस पर नहीं होता यह हकीकत है इस देश की अभी इससे हमें उबरना होगा यह मानसिक्ता �
03:01लगता है मुझे लगता है उपर की कटेगरी में से या आदमी या ब्रामन है या बढ़िया समाच से पता चल जाएगा अभी एक दो दिन में देश के प्रधान मंत्री हो या को हो या मतलब यह हो गया कि सनातन परमपरा की ठेकेदार इकाली ब्रामनों ने लिए इसका मतलब
03:31सर आप से बहुत इंपर्ट की देश की सरकार के जो मुखियां है नरेंद मोदी और जिस संगठन कहीं पीछे उनकों के सवर्स में भी बहुत संगठन आरे सस्थ जो है यह दावा करता है कि हमारे जाती की बाती है राम परसाद राम कुमार यह होते हैं जाती की बात नहीं हो
04:01जनातन धरम के ठेकदार को नहीं और यह समाज नहीं है और यह समाज कि वो लोग जो आई समाज की संसाओं पर कभजा किये बैठे हैं और अज सरकार में बीजेपी है इसलिए चुपचाप उनके साथ हैं डरते हुए
04:29यह समाज का रारेसिच का क्या मतलब अर्य समाज धो गोर मुर्ति पुजा विरोधी है यूपी के मुखमंती आदितनाथ जो योगी आदितनाथ हैं वो नाथ संपरताय से आते जहां पर जाती तो खतम हो जाती उनकी खुद की खतम होगा नाथ संपरताय तो डौंग के खिला�
04:59क्यों पॉलिटिक्स में आपकी वोट है आप एलेक्शन लड़ सकते हैं कौन रोगता आपको
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