00:00देखिए, पुर्मी समुदाईक जारखन की एक प्रमुख समाज है और जो अल्रेडी देश में पिछले समुदाई के रूप में अधिसुचित समाज है और मेरा बेक्तिकत मानना है कि जारखन के परिप्रिक्ष में उनकी और आदिवासियों के एक महत्वपूल भूमी का है औ
00:30लेकिन अगर आप आदिवासिय और कुर्मी समुदाई जारखन राज्य की जुक पर परिकल्पना देखे थे उस नजर से अगर जारखन में अपने हग अधिकारों को सरक्षित रखने की बात को लेकर अगर सामुहिक रूप से लड़ते हैं तो ज्यादा दोनों समुदाई क
01:00राज्य सरकार एथनिक रिपोर्ट टियराई वगर से वो भीजती है और सारी बातें प्रमानित होने के बाद जो मापदन्ड है उस पर खराव तरने के बाद ये तय होता है कि कौन अधिवासि सुची में अधिसूचित होगा
01:13ये समाज का अंदोलन लंबे अर्शी से चल रहा है
01:32और इसमें सभी बर्ग के लोगों का सहजोग रहा है
01:44अब बीच में रेल्टे का अंदोलन हुआ
01:49उसके पहले भी दो तिन साल पहले इस तरह के अंदोलन हुए थे
01:56ये तो एक दिन का हुआ उसके पहले छोदिन लोगों ने किया था
01:59कई जगा पर
02:03मुराबादी जैसे बिसाल मैदान में सभाएं हुई
02:10पत्रहातों में बिसाल सभा हुई
02:13बिहार जिसमें एकी कृत था
02:17हमारे थमसंग्जदा और तमाम लोगों के बाटिया जी तमाम लोग थे
02:22सुबाह जादाव जी आये हुए थे डिप्टी नीडर आये हुए थे
02:26जूजका में जवर्जस बैठग हुई थी
02:28लाख आदमी से ज्यादा लोग थे जूजका में
02:31जिसमें हमारे ओल इंडिया कॉंडरेस कमिटी के राम रतनम राम जी आये हुए थे
02:36मान्या उस समय सांगसत सिबु सोरेन जी थे निर्मल मीन जी थे बहुत नेता लोग थे उसमें
02:50और उस समय भी मान्या सिबु सोरेन ने भेजा था तत कालिन प्राइम मिनिस्टर को
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