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  • 3 weeks ago
Bichhoo, is a 2000 Indian Hindi-language action thriller film directed by Guddu Dhanoa, starring Bobby Deol and Rani Mukerji. It is a remake of the 1994 French English-language film Léon: The Professional by Luc Besson with the age of the lead actress changed from 12 to 22 years.
Transcript
00:00आज हम जिस फिल्म की बात करने जा रहे हैं, वो साल 2000 में आई थी, और इसने अपनी कहानी और दमदार किरदारों से दर्शकों के मन पर एक गहरी छाप छोड़ी थी.
00:09हम बात कर रहे हैं, बिच्छू, की.
00:10ये सिर्फ एक एक्षन से भरी फिल्म नहीं है, बलकि एक ऐसे विर्तिकी भावनात्मक यात्रा है, जो अपने आतीत के गहरे घावों से गुजर रहा है और आखिरकार उसे अपनी मानवता वापस मिलती है.
00:20फिल्म का परिचे और निर्मान समू, बिच्छू, एक भारतिय, हिंदी भाषा की फिल्म है.
00:26इसकी विधा एक्षन और रोमान चकनाटक की है.
00:29ये फिल्म साल 2000 में प्रदर्शित हुई थी और उस समय इसने काफी सुर्खियां बटोरी थी.
00:34इस फिल्म का निर्देशन किया था श्री गुड्डू धनवा ने.
00:37धनवा जी एक्षन फिल्मों को एक खास अंदाज में बनाने के लिए जाने जाते हैं, और यहां भी उन्होंने पूरी ताक्त जोंग दी है.
00:44उन्होंने कहानी के भावनात्मक हिस्से को एक्षन के साथ बहुत अच्छे से जोड़ा है.
00:48फिल्म के मुख्य किरदारों में हैं श्री बॉबी देवल और श्री मती रानी मुखर जी.
00:51इन दोनोंने अपने किरदारों को इतनी इमानदारी से निभाया है कि दर्शक उनके साथ तुरंट जुड़ जाते हैं.
00:58एक विदेशी कहानी का देशी अंदाज ये जानना दिल्चस्प है कि बिच्छू की कहानी पूरी तरह से मौलिक नहीं है.
01:03यह एक पुनन निर्मान है. ये कहानी साल 1994 में बनी एक फ्रांसी सी अंग्रेजी भाषा की फिल्म से ली गई है.
01:11उस फिल्म का नाम है लियून दे प्रोफेशनल और उसे श्री लूप बेसन में निर्देशित किया था.
01:16बिच्छू ने विदेशी कहानी के मूल भाव को लिया लेकिन उसे भारतिये रंग में रंग दिया.
01:22कहानी में एक बड़ा बदलाव ये किया गया कि जहां मूल फिल्म में मुख्य नायका की उमर 12 साल थी,
01:27महीं बिच्छू में उस किरदार की उमर बढ़ा कर 22 साल कर दी गई.
01:30ये बदलाव भारतिये दर्शकों के लिए फिल्म को अधिक सहज और स्वीकारे बनाने के लिए बहुत जरूरी था,
01:36और इसने नायक नायका के बीच के रिष्टे को भी एक अलग मूर दिया.
01:39जीवा का दर्दनाक अतीत फिल्म का नायक, जीवा, जिसका किरदार बॉबी देवल ने निभाया है, एक बहुत ही दर्दनाक और भयानक अतीत से आता है.
01:48यही अतीत उसे आज के पेशेवर हत्यारे में बदल देता है.
01:51जीवा एक साधारन परिवार से था, जिसे जीवन में रोज मर्रा की कंटिनाईउं का सामना करना पड़ता था
01:56इसी दौरान उसे किरन नाम की एक लड़की से प्रेम हो जाता है, जिसका किरदार श्रीमती मलाइका अरोडा खान निभाया है
02:03लेकिन उनकी यह प्रेम कहानी सामाजिक विशमताओं की भेट चर जाती है
02:08किरण एक उच्च सामाजिक वर्ग से थी जबकि जीवा एक संघरशील परिवार से
02:13किरण के पिता को उनका ये रिष्टा बिलकुल भी मन्जूर नहीं था
02:16सामाजिक वर्ग भेट के कारण वो जीवा को सजा देने का फैसला करते हैं
02:21और यह सजा इतनी भयानक थी कि वो किसी के भी जीवन को तबाह कर सकती थी
02:25किरण के पिता ने एक घिनोना शडेंत रचा
02:27उन्होंने जीवा की माँ और उसकी दो बहनों पर वेश अवरित्ति का जूठा इलजाम लगाया
02:32उन्होंने पुलिस को रिश्वत दी और उन्हें गिरफतार करवा दिया
02:35इस भयानक अपमान और सामाजिक तिरसकार को सहन नकर पाने के कारण
02:39जीवा की माँ और दोनों बहनों ने आत्मात्या कर ली
02:42अपने पिता के इस शर्मनाक और क्रूर कृत्ते से दुखी होकर किरण ने भी आत्मात्या कर ली
02:47जीवा के जीवन का हर खुशी का पल एक ही जटके में छिन गया
02:51अपने प्रियजनों को खोने के इस गहरे सदमे ने जीवा को तोड़ दिया और उसके मन में सिर्फ प्रतिशोद की आज जल उठी
02:57उसने सबसे पहले किरन के पिता को मार कर अपने प्रतिशोद की शुरुआत की
03:01ये भयानक घटना ही जीवा को एक ऐसे व्यक्ति में बदल देती है जो भावनाओं से रहत है जिसके जीवन का एक मात रुद देश्य अब हत्या और पैसा कमाना है
03:10पेशेवर हत्यारा जीवा अपने अतीत से पूरी तरह तूट चुका जीवा अब मुंबई शहर में एक पेशेवर हत्यारा बन जाता है
03:16वो पैसे के लिए किसी की भी हत्या कर सकता है लेकिन उसने अपने लिए एक नियम बना रखा है वो महिलाओं और बच्चों की हत्या नहीं करता
03:23यह नियम कहीं न कहीं ये दर्शाता है कि उसके अंदर की मानवता अभी भी पूरी तरह से मरी नहीं है बलकि उसके अतीत के दर्थ के कारण गहरे दबी हुई है
03:32जीवा एक अपार्टमेंट में रहता है
03:34उसके पडोस में बाली परिवार रहता है
03:37बाली परिवार की सबसे छोटी बेटी का नाम भी किरन है
03:40जिसका किरदार रानी मुखर जी ने निभाया है
03:42ये युवा किरन जिसका दिल साफ है और जो जीवन से भरी हुई है
03:46अपने पडोसियों यानि बाली परिवार को बिलकुल भी पसंद नहीं करती
03:50वो कई बार जीवा से दोस्ती करने की कोशिश करती है
03:53लेकिन जीवा अपने हत्याओं के काम में इतना ज्यादा उलजा हुआ है
03:57और अपने दर्द में इतना डूबा हुआ है कि उसके पास किसी के लिए कोई वक्त अभावनाय नहीं है
04:01वो इस युवा लड़की की दोस्ती की कोशिशों को लगातार नजरंदास करता रहता है
04:05बाली परिवार पर हमला और नई किरन कहानी में मोड तब आता है जब बाली परिवार मुसीबत में फस जाता है
04:11किरन बाली के पिता एक ब्रश्ट पुलिस अधिकारी के लिए नशीली दवाईयां सपलाई करने का काम करते हैं
04:17इस ब्रश्ट अधिकारी का नाम है देवराज खत्री
04:20खत्री को पता चलता है कि बाली नशीली दवाईयों को उससे छुपा रहा है
04:24इस धोखे का बदला लेने के लिए खत्री अपने आदमियों को लेकर आता है और पूरे बाली परिवार को बरबरता से मार डालता है
04:31ये द्रिश्य फिल्म के सबसे हिंसक और चोंकाने वाले द्रिश्यों में से एक है
04:35इस भयानक नरसनहार में किरण अकेली बच जाती है
04:39वो उस वक्त अपने पडोसी जीवा के अपार्टमेंट में दूद देने गई हुई थी
04:42जब वो वापस आती है तो अपने पूरे परिवार को मृत पाती है
04:46ये घटना युवा किरण के जीवन को भी उसी तरह तबाह कर देती है
04:50जैसे एक समय में जीवा का जीवन तबाह हुआ था
04:53जीवा और किरण
04:55एक अनूठा रिष्टा इस भयानक तरासदी के बाद जीवा उस युवा किरण के साथ सहानुबूती महसूस करता है
05:00इसका सबसे बड़ा कारण उसका अपना दुख़द अतीत है जहां उसने भी अपने प्रियजनों को खो दिया था
05:06वो किरण के दर्द को समझता है क्योंकि वो उस रास्ते पर चल चुका है
05:10वो जानता है कि इस तरह का अकेलापन कैसा होता है
05:14धीरे धीरे किरण को ये पता चल जाता है कि जीवा एक पेशेवर हत्यारा है
05:18वो डरने के बजाए अपने परिवार की मौत का बदला लेने का निश्चे करती है
05:23वो जीवा से विनती करती है कि वो उसे हतियार चलाना सिखाए
05:26ताकि वो खत्री और उसके आदमियों से बदला ले सके
05:29शुरुआत में जीवा इसका सक्त विरोध करता है
05:32वो नहीं चाहता कि यह मासूम लड़की हिंसा के रास्ते पर चले
05:36लेकिन किरन की बदले की भावना और द्रिर संकल्ब देखकर जीवा को अंततर हार माननी पड़ती है
05:41वो उसे हतियारों का उप्योग करना सिखाता है
05:44जीवा का ये फैसला उसके लिए एक बड़ा मोर साबित होता है
05:48वो पहली बार किसी के लिए बिना किसी पैसे के भावनात्मक रूप से जुड़ाव महसूस करता है
05:54किरन का साथ उसे अपने अतीत के घावों को भरने का एक मौका देता है
05:58किरन, जीवा के बंज़ दिल में मानफ्ता का बीज बोती है
06:01ये रिष्टा एक संरक्षक और एक प्रतिशोद लेने वाले शिश्य का बन जाता है
06:06इस बीच, खतरी और उसके आद्मियों को ये पता चल जाता है
06:10कि उनके क्रूर हमले में बाली परिवार का एक सदस्य जीवित बच गया है
06:13उन्हें ये भी पता चल जाता है कि वो जीवित सदस्य किरन है
06:17अब खत्री और उसके गुंडे किरण का शिकार करना और उसे मार डालना चाहते हैं ताकि कोई भी चश्मदीद गवा न बचे
06:23परिनाम स्वरूप जीवा को किसी भी कीमत पर किरण की रक्षा करनी पड़ती है
06:28उसका मिशन अब सिर्फ हत्या करना नहीं है बलकि एक जीवन को बचाना है
06:32निशकर्श और चर्चा, बिच्छू एक शक्तिशाली फिल्म है जो एक्षन के साथ-साथ गहरे मानविय भावनाओं को भी दर्शाती है
06:39ये दिखाती है कि कैसे एक पेशेवर हत्यारा भी जब एक मासून जान खत्रे में होती है तो संवक्षक बन जाता है
06:46जीवा का किरदार जो पहले भावनाओं से रह था किरण की मदद करके अपने अंदर की मानवता को फिर से खोचता है
06:52ये फिल्म प्रतिशोत की आग, वर्ग भेद, ब्रश्टाचार और अकेलेपन जैसे कई गंभीर विश्यों को चूती है
06:59बॉबी देवल और रानी मुखर जी के अभिने ने इस जटिल कहानी को दर्शकों के लिए विश्वस्निय बना दिया
07:04रानी मुखर जी ने एक ऐसी लड़की का किरदार निभाया जिसने अपनी मासूमियत खोदी और बदला लेने के लिए मजबूर हो गई
07:10और बॉबी देवल ने एक ऐसे नायक का किरदार निभाया जो अपनी भावनाओं से लड़ता रहा
07:15ये फिल्म उन लोगों के लिए है जो एक्शन और रोमांच के साथ साथ गहरा इसे भरी हुई कहानी देखना पसंद करते हैं
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