बिहार विधानसभा चुनाव के बीच जन सुराज के नेता प्रशांत किशोर एक बड़ी मुश्किल में फंस गए हैं। भीम आर्मी ने प्रशांत किशोर के खिलाफ SC-ST एक्ट के तहत मामला दर्ज कराने की मांग की है। विवाद प्रशांत किशोर के एक इंटरव्यू में जाति सूचक अपमानजनक शब्दों के प्रयोग को लेकर है, जिससे दलित समाज में आक्रोश है। इस मामले ने प्रशांत की राजनीतिक छवि को झटका दिया है। अब देखना है कि क्या पीके इस संकट से निकल पाएंगे या दलित वोट उनसे दूर हो जाएंगे।
00:00बिहार में विधान सभा चुनाव की गहमा गहमी के बीच जन सुराज के सूतरधार परसांद किसोर एक बड़े विवाद में फस गए हैं।
00:08नगीना सांसच चंसेखर आजाद रावड के संगठन भीम आर्मी ने परसांद किसोर और उनकी पार्टी जन सुराज के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
00:38बतादे कि भीम आर्मी के बेगू सराय जिले के जिलाध्यच विकास कुमार ने आरोप लगाया है कि प्रसांद किसोर बार बार दलित समाज को अपमानित करने वाले जातसूचक सब्दों का इस्तिमाल कर रहे हैं।
00:51विकास ने प्रसांद को राधनितिक धोखा देने वाला और दलित वोटो को ठगने की कोशिस करने वाला नेता बताया है।
00:57भी मार्मी के जिलाध्यच के मताबिक प्रसांद किसोर पहले भी दलितों की चुहुरा जात के लिए चोर चुहुरा जैसे अपमान जनक शब्दों का प्रियोग कर चुके हैं।
01:06चंसेखर रावर के निर्दुक्त वाली भी मार्मी ने चेतावनी दी है कि अगर पुलिस ने इस मामले में कोई कारवाई नहीं की तो उनके संगठन के लोग पूरे बिहार में प्रशांद किसोर की जनसभाओं का विरोध करेंगे।
01:18बतादे की प्रशांद किसोर पर लगे आरोपों ने उनकी राधनितिक छवी को भारी नुकसान पहुचाया है।
01:24प्रशांद जहां एक और दावा कर रहे हैं कि वो जन्सुराज के जरिये एक नया राधनितिक मॉडर लेकर आए हैं जो बिहार में परिवर्तन ला सकता है।
01:32लेकिन भीम आर्मी के आक्रमक विरोध परदर्सन ने पीके को मुसीबत में खड़ा कर दिया है।
01:37सियासी गल्यारों में चर्चा है कि दलित समदाय की भावनाव को ठेस पहुचाना प्रसांद किशोर के लिए एक बड़ा संकट बन सकता है।
01:45बतादें कि बीते कुछ सालों में प्रसांद किशोर की छवी एक जिताओ चुनावी रणितिकार के रूप में रही है।
01:51उन्होंने कई राज्यों में तमाम राधितिक दलों को चुनाव जिताए हैं लेकिन अब बिहार में भीम आर्मी के दबाव और चंसेखर रावर की सक्रियता ने पीके को और उनकी पार्टी जनसुराज को घेर लिया है।
02:03प्रसांथ अगर इस मामले को जल्द सांथ नहीं करा पाते हैं तो फिर दलित समाज का वोट उनसे छिटक भी सकता है।
02:10और बिहार के चुनावी तिहास को देखें तो दलित समाज के समर्थन के विना बिहार में सरकार बना पाना या सरकार चला पाना बिल्कुल भी संभव नहीं है।
02:20देखना होगा कि रावड और भीम आर्मी के कड़े विरोत प्रदर्शन के सामने प्रसांत की सोर का सुराज कितना टिक पाता है।
02:27क्या दलित समाज के गुस्षे को नजर अंदाज करना पीके को महंगा पड़ सकता है।
02:32या फिर वो अपनी सियासी चाल के जरिये इस विवात को शांत करा ले जाते हैं।
02:37सब कुछ भविस्य में पता चल जाएगा।
02:39इस ख़वर में बस इतना ही वेरा नाम वैभो है। आप बने रहिए One India के साथ।
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