00:00जो डेलिगेशन जाना चाहता है वो नाटक थोड़ी करता है कि दम से करके तैयारी कर रहे हैं फिर आओ मुझे रोको ये आग में घीच रखने का काम करने के बजाए लोगों में प्रेम उसादवाओ बढ़े इसके लिए भी तो कोशिश करना चाहिए कभी कभी समझवादी प
00:30क्यों तो ना हो प्रेम उसादवावना से नहीं हो सकता क्या आप क्यों चाहते हैं कि पत्थर बरसे क्यों चाहते हैं कि लाठी बरसे ना लाठी बरसे ना पत्थर बरसे लोगों के मुह से प्रेम और समवाद बरसे किसके लिए भी कभी कोशिश करिए और मैं समनता हूं कि भ
01:00आप फ्रेम सद्वाओ को बिगाडने का काम क्यों करते हैं?
01:03आठ साल से कोई कर्फियू नहीं लगा है उत्तर प्रदिस में.
01:05क्योंकि कानून का राज है.
01:12यह तो यह कहा जा सकता है कि यह जो जा रहा था, इससे महौल बिगाव सकता है.
01:12और वो भी जानते हैं, वो कोई सदभाव के लिए जा रहे थे क्या, उनके जाने से कोई चीज बहतर बने वाली थे क्या, क्यों लेक उत्ते जिनात्रों बियान देते हैं, लोगों को बढ़काते चले आते, विपक्ष का काम विरोध करना ये बास सही है, लेकिन विरोध भी ल
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