00:00मंगल धाएगी अलदी के बाद समझ की, ठीक है, बुलन की प्राइब है, कावडी, वो कावड सुनी मंदल है, की लहरी की तोड़ मल्टेरपत, है न, अपूर में पालर में है, अगर मंगल को बता दिया कि उस चिंता को उने लिफे का घर बुला है, तो परिशान हो जाएगी म
00:30अनल्टरणית को उने के लिफे कि घर बाद समय कहले है
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