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00:00मेरे खर पे हैं आम के पेड़ और मैंने बंदरों को खिलाए धेड़ सारे आम हर दो तीन दिन के गैप में मैंने कम से कम पांच दिन बंदरों को आम खिलाए हैं 30 से 40 किलो एक दिन में जो पहला दिन था उस दिन मैंने एक शॉट वीडियो बनाया था आम खिलाता हुआ बंदर
00:30बच्चो मैं आगया
00:34कैसे है
00:39हाँ एक मिनिट
00:42मेरको जरा गाड़ी साइड में लगाने तो
00:44फिर आता हूं मैं ठीक है रुको
00:45बच्च
00:50आगय मेले बच्चे आम खाएंगे
00:54हाँ रुको एक मिनिट
00:56एक मिनिट
00:58रुक जाओ
01:04हाँ रुको रुक जाओ
01:10रुक जाओ आम खाएंगे ना शब
01:13देखो सब आम खाने कले कट्थे हो गए मेरी गाड़ी के पास
01:16आजाओ
01:20रुको मेला रहू ना
01:24रुक जाओ मेला रहू ना आओ
01:26आजाओ
01:28वर्न टू थी
01:30आओ
01:34रुक जाओ
01:36रुक जाओ
01:38रुक जाओ
01:40रुक जाओ
01:42रुक जाओ
01:46रुक जाओ
01:48रुक जाओ
01:50अभी आमो का सीजन चल रहा है
01:52मेरे पेडों के आम जड़के खराब हो जाए
01:54उससे अच्छा मैं दो चार दिन से अपना कट्टे भर भर के ला रहा हूं
01:56और यहां डाल देता हूं
01:58जहां पर बंदर जादा दिखते हैं वहां पर डालता हूं
02:00तक अच्छे से इनका पेड भी भर जाए
02:02और फिर इनको देखके मन को सुकून भी मिलता है
02:04क्योंकि जंगलों में फ़लों की पेड तो है नहीं कहीं
02:07यह थे हमारे पास आते हैं हो ट्रेनों काम आते हैं
02:09नहीं को इसे कभी आट आज अभी ड्रेड देती है
02:11वह यह लिकिन इतना बंदरों के लिए इतना काफी होता ना
02:15कि अच्छे के इनको थोड़ा सो खाने को मिल रहे है
02:21इनको खिला के मन को भी शांती मिलती है
02:26ओ पच गया हो गया हो गया खालो खालो जबच गया हां
02:34पच गया बच्छा
02:36कि मार्केट में तो फल वगर इतने महेंगे कि इनके लिए खरीदना भी चाहूं तो खरीद निसकते हैं
02:53वाल बनके जड़ को तो खरीदना भी चाहूं तो खरीदना भी चाहूं प्रागवे कि इनके लिए खरीद वगर उादना भी ब안से लिए प्रोग मुश्पटाए।
03:23हेलो दोस्तों मेरे चैनल पर तुम्हारा स्वागत है और आज भी मैं बंदरों को खिलाने आया हूँ वो देखो पीछे कितने सारे बंदर खा रहे हैं धेर सारा आम लाया हूँ आज भी मैं कम से कम 35-40 किलो यार शायद उससे जादा ही होगा बड़ा सा कटा भर के लाया है और
03:53सारे हैं बहुत अच्छा लग रहा है और मन को इतनी सुकून मिलता है जितने भी फलों के वैपार वाले हैं उन सबते मेरी रिक्वेस्ट है कि जब आपके फल खराब हुजाते हैं या बिखते नहीं है तो आप उनको कूडे में टालने के जगा पेड़ों के नीचे डाल दि
04:23तो आप बंदरों के लिए और बाकी जीव जंतुओं के लिए अगर पेड़ों के नीचे डाल दोगे तो जादा अच्छा रहेगा और फिर वहां पर कुछ कच्रा भी नहीं रह जाएगा कुछ ताइम बाद हम लोग जंगलों पे भी तुप्जा कर रहे हैं और शेहरों में
04:53वो उनको इंसान छोड़ता नहीं अगर जंगलों में भी फ़लों के पेड़ होते हैं तो इंसान उनको भी नीच छोड़ता तो जानवर जाए तो जाए कहां मतलब बंदरों के लिए ना जंगलों में कुछ रह गया और शेहरों में तो वैसे भी कुछ नहीं है क्योंकि इंस
05:23चाहे थोड़ा बहुत ही करें लेकिन करें
05:25तो जितने भी अनिमल लवर्ड हैं उस सबसे मेरी यही रिक्वेस्ट है कि अगर खिला सकते हो
05:30बंदरों के लिए खरीद सकते हो तो खरीदो और अगर नहीं खरीद सकते हो और आप लोगों के घर में फलों के पेड़ हैं
05:36तो अगर चार पेड़ है तो उसमें से तीन चाहे बेश को लेकिन एक पेड़ के आम चाहे रखो बंदरों के खिलाने के लिए खुद के लिए क्योंकि एक पेड़ से भी इतना आम निकलाता है कि आप भी जी भरके खा सको और जानवरों को भी खिला सको बंदरों को भी खिला स
06:06जो चुछ ना कुछ करना चाहते हैं वो अपने लेवल पर रहे हैं जो करने चाहे स्टेट और बंदरों को ऐसे खानावाना खिलाना हो फल खिलाने हो तो अच्छा ओगा कि हम लोग थोड़ा सा और जादा करें इनके लिए क्योंकि हम एनिमल लफ अगर करेंगे तब हो पाए�
06:36पर इनसे नफरन करने करने वाले surroundings जानवरों प्लोकर सकते करो I will believe
06:49सब्सक्राइब याजू करेंग़ तो अब आफ़ाती कर सकते कर रहे हैंहें बाद्ट
07:01कोई देख लो चतिस गड़ और हर जगा इतने जंगल कट रहे हैं 400 400 एकड कट रहे हैं बंगलूरी में कट
07:08और सरकार ने उसके बारे में एक शब्द नहीं बोला तो भाई हमारी सरकारे जो हैं यह सिफ इंडस्ट्री लिस्ट के लिए हैं और किसी के लिए नहीं है तो अच्छा यही रहेगा कि सारे अनिमल लवर्स मिलके हम सब करें इन जानवरों के लिए क्योंकि हमारे अलाव और को
07:38जो देसे कम एक सो तीस से एक सो चालिस क्लो आम मैं बंदरों के लिए डाल चुका हूँ अब तक हमारी पेड जब तक आम देते रहेंगे तब तक मैं बंदरों के लिए ऐसे डालता रहूंगा, यह देखो जड़ा पीछे कितने अच्छे आम कहा रहें घ्लफ हुआ है
08:04तो बंदर चुट चाप आराम से खा सकें अभी बंदरों में खतरनाक लड़ाई भी हो गई थी बहुत कुछ देखने को मिल जाता है इनके चेहरे पर जो सुकून है भाई बहुत अच्छा लगता है देखके
08:34किसी चीज की चिंता नहीं इनको पता है इनके डाला गया है बड़े चोटे सब खा रहे हैं खुशों के यही खुशी है यही वह स्वकून है जो आत्मा हमारी दूरती है
08:50किसी भी जानवर को खिलाओ, बंदरों को खिलाओ, डॉगीस को खिलाओ, बिल्यों को खिलाओ, गाय को खिलाओ, इवन डॉग्कीस को खिलाओ, किसी भी जानवर को खिलाओ, बहुत मन को सुकून मिलता है, आत्मा को अंदर से एक शांती मिलती है न, भाई वो बहुत जरूरी ह
09:20बिल्कुल ऐसा होता है कि जैसे सब कुछ मिल गया देखो जड़ा इस बंदरिया को देखो कितने प्यार से बच्चे को दूद पिलाती जा रही है और साथ में खाती भी जा रही है बच्चा कि तना क्यूट है यार इसका एसी एक और भी है वह देखो
09:42बंदुरा ने बहुत सारे बच्चे दे रखे है यार इतने क्यूट क्यूट है इतने प्यारे और भी है यार देखो कितने प्यारे बच्चे है छोटे छोटे वह अले बंदर थोड़े से बड़े हैं लेकिन फिर भी वह बच्चे ही है देखो छोटे हैं वह
10:01प्रुट प्रुट प्रुट
10:31हेलो दोस्तों आज है पांचवा दिन बंदरों को आम खिलाने का अभी कम से कम मैं 500 चैनलों तक के आसे आम क्याएच को आप उसाई।
10:49तो दो जगांपे मेरे को घो डाल से कर इस सब्सक्राइब कॉन में यह तो इस बीस बीस किलो के असपास बढर तो इसके स्पास इधर्मया
11:11इहां रहे हैं और वाम दाल जगा ना था हमानु सब्सक्राइब
11:16तो बहुत अच्छा लग रहा है आज मंगलवार है फिर से जैसे मैं पिछले मंगलवार आया तब ऐसे इस मंगलवार फिर से आ गया और बीच में भी मैं दो-तीन बार और आम क्योंकि गिर रहे थे पेट से तो लेके आ गया था तो अभी काफी सारे आम दे दिया मैंने अब प
11:46या फिर अगले सीजन का वेट करूँगा या जब सब्जी आ जो सस्ती हो जाती है या सब्जी वाले जो फेक ने लगते हैं वो इकटी करके इनके लिए ले आऊ जैसे करना है कुछ नो कुछ तो करना पड़ेगा इनके लिए पर यह है कि कम सकम जब तक मेरे मेरे पेड़ के
12:16अच्छा लगता है कि ऐसा लगता है यार हां कुछ कर रहे हैं इनके लिए और बहुत प्यार से बच्चे खेल रहे हैं खा रहे हैं सब बहुत बढ़िया हो रहा है और अब यह बंदर थोड़ा सा मेरे से फ्रेंडली वी हो गए है मतलब टाचे नहीं करने देते हैं लेकिन �
12:46उसके बाद सब बहुत पेशेंटली आम खाने आते हैं तो यह बहुत अच्छी चीज है कि इनको थोड़ा सा पता है कि मैं इनका ध्यान रखता हूं तो इनका भी थोड़ा सा एटिट्यूड मेरे लिए बदल गया है वरना यह फैले बहुत ज़्यादा एग्रेसिव थे मतल
13:16करता हूं और यह आप कुछ नहीं कहते हैं तो अच्छा लगता है और बहुत प्यार से इवन बंदरिया जो अपने बच्चों के साथ बैठी रहती है वह भी अब कुछ नहीं बोलती जैसे पहले बहुत एग्रेसिव होते थे यह घुराते थे और पीछे पर जाते थे अब �
13:46सब्सक्राइब करना सब्सक्राइब करना मत भूलना और बने रहना मेरे चैनल के साथ बांचु की व्लॉग्स
14:14और सब्सक्राइब बटन दबाओ जल्दी से सब्सक्राइब बटन दबाओ जै हिंद जै भारत बंद मात रम जै श्री राम
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