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  • 9 hours ago

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00:00मेरे खरपे है आम के पेड़े और मेंने बंदरों को खिलाए धेड़erem
00:06हर दोग्या के जाप में मैंने कम से कम पांच दिन बंदरों को आम कहिलाए हैं
00:11तीज से चालिस किलो एक दिन में
00:13जो पहला दिन था, उस दिन मैंने शॉट वीडियो बनाया था, आम किलाता हुआ बंदरों को, तुरे दिन मैं कैमरा नहीं ले गया था
00:20इसमें कम से कम आर्टास किलो आम है, और इसमें है, कम से कम पैतिस से चालेस किलो आम
00:28बचो मैं आ गया
00:34कैसे हैं?
00:40हाँ, एक मिनट, मिरको जरा गाड़ी साइड में लगाने तो, फिर आता हूं मैं ठीक है, रुको
00:47बच, आगे मेले बच्चे, आम खाएंगे, शब आम खाएंगे, हाँ, रुको एक मिनट
00:57एक मिनट
01:00रुक जाओ
01:06रुक जाओ
01:12आम खाएंगे शब
01:14आम खाने के लिए कट्थे हो गए मेरी गाड़ी के पास
01:18आजाओ, रुको
01:22मैला रहू ना
01:24रुक जाओ, मैला रहू ना
01:26आओ, आजाओ
01:28आओ
01:30आओ
01:34आओ
01:38आओ
01:40आओ
01:42आओ
01:44आओ
01:46आओ
01:48क्यू आओ
01:50आओ
01:54आओ
01:56आओ
01:58अच्छे
02:02आओ
02:04तो बच गया हो गया हो गया हो गया कि टो गया खालो खालो बच्चा बच गया हाँ
02:34कि मार्केट में तो फल वगर इतने महेंगे कि इनके लिए खरीदना भी चाहूं तो खरीद मिसकते हैं
02:53जब अध।
03:23हेलो दोस्तों मेरे चैनल पर तुम्हारा स्वागत है और आज भी मैं बंदरों को खिलाने आया हूँ वो देखो पीछे कितने सारे बंदर खा रहे हैं धेर सारा आम लाया हूँ आज भी मैं कम से कम 35-40 किलो यार शायद उससे जादा ही होगा बड़ा सा कटा भर के लाया है और
03:53सारे हैं बहुत अच्छा लग रहा है और मन को इतनी सुकून मिलता है जितने भी फलों के वैपार वाले हैं उन सबते मेरी रिक्वेस्ट है कि जब आपके फल खराब हुजाते हैं या बिखते नहीं है तो आप उनको कूडे में टालने के जगा पेड़ों के नीचे डाल दि
04:23तो आप बंदरों के लिए और बाकी जीव जंतुओं के लिए अगर पेड़ों के नीचे डाल दोगे तो जादा अच्छा रहेगा और फिर वहां पर कुछ कच्रा भी नहीं रह जाएगा कुछ ताइम बाद हम लोग जंगलों पे भी तुप्जा कर रहे हैं और शेहरों में
04:53वो उनको इंसान छोड़ता नहीं अगर जंगलों में भी फ़लों के पेड़ होते हैं तो इंसान उनको भी नीच छोड़ता तो जानवर जाए तो जाए कहां मतलब बंदरों के लिए ना जंगलों में कुछ रह गया और शेहरों में तो वैसे भी कुछ नहीं है क्योंकि इंस
05:23चाहे थोड़ा बहुत ही करें लेकिन करें
05:25तो जितने भी अनिमल लवर्ड हैं उस सबसे मेरी यही रिक्वेस्ट है कि अगर खिला सकते हो
05:30बंदरों के लिए खरीद सकते हो तो खरीदो और अगर नहीं खरीद सकते हो और आप लोगों के घर में फलों के पेड़ हैं
05:36तो अगर चार पेड़ है तो उसमें से तीन चाहे बेश को लेकिन एक पेड़ के आम चाहे रखो बंदरों के खिलाने के लिए खुद के लिए क्योंकि एक पेड़ से भी इतना आम निकलाता है कि आप भी जी भरके खा सको और जानवरों को भी खिला सको बंदरों को भी खिला स
06:06ने मेरे जैसे जो इनिमल लवर्व जो कुछ ना कुछ कर ना चाहते हैं वो अपने करें यह चाहे श्टाइड और बंदरों को ऐसे खाना वाना कहिलाणा हो फल खिंग तो अच्छा होगा कि हम लोग थोड़ा और जादा करें इनके लिए क्योंकि हम अगर करेंगे तब हो पा�
06:36इनसे नफरत करने वाले हजारों अखाई नफरत करने वाले जानवरों से ज़्यादा है और प्यार करने वाले कम हैं तो मेरी सबसे यह रिक्वेस्टे जितनी भी एनिमल लेवर्ड हैं कि अपने लेवल पे जितना कर सकते हो करो क्योंकि हम नहीं करेंगे तो कोई नहीं करेगा
07:06बैंगलूरू में कट है और सरकार ने उसके बारे में एक शब्द नहीं बोला
07:11तो भाई हमारी सरकारे जो हैं ये सिफ इंडस्ट्री लिस्ट के लिए हैं और किसी के लिए नहीं है
07:18तो अच्छा यही रहेगा कि सारे अनिमल लवर्स मिलके हम सब करें इन जानवरों के लिए क्योंकि हमारे अलाव और कोई नहीं करेगा
07:25और ये मैं बहुत बार बोलता हूँ लेकिन ये मेसेज हर अनिमल लवर तक पहुचना चाहिए यार
07:33आज है बंदरों को आम खिलाने का चौथा दिन कम से कम 130-140 किलो आम मैं बंदरों के लिए डाल चुका हूँ अब तक हमारे पेड़ जब तक आम देते रहेंगे तब तक मैं बंदरों के लिए ऐसे डालता रहूँगा
07:48यह देखो जड़ा पीछे कितने अच्छे से आम खा रहे हैं यह देखो फैला के देता हूं ताकि ज्यादा से जादा बंदर खा सकें क्योंकि बड़ा बंदर जो होता है वह छोटे बंदरों को बहुत जादा डराता है
08:10तो सब बंदर चुट्चा फाराम से खा सकें अभी बंदरों में खतरनाक लड़ाई भी हो गई थी बहुत कुछ देखने को मिल जाता है भाई इनके चेहरे पर जो सुकून है भाई बहुत अच्छा लगता देखके
08:28किसी चीज की चिंता नहीं इनको पता है इनी के लिए डाला गया है बड़े चोटे सब खा रहे हैं खुशों के
08:44यही खुशी है यार यही वो सुकून है जो आत्मा हमारी ढूरती है किसी भी जानवर को खिलाओ बंदरों को खिलाओ डॉगिस को खिलाओ बिल्लियों को खिलाओ गाय को खिलाओ इवन डॉंकीस को खिलाओ
08:58किसी भी जानवर को खिलाओ
09:02बहुत मन को सुकून मिलता है यार
09:04आत्मा को अंदर से एक शांती मिलती है ना
09:07भाई वो बहुत जरूरी होती है
09:08दुनिया भर की सारी परिशानियों की बीच में
09:13कुछ ऐसे मोमेंट्स जब बिल्कुल
09:17मन अंदर से ना
09:19बिल्कुल शांत होता है बिल्कुल अंदधा होता है कि जैसे सब कुछ मिल गया
09:25के आखियर calcium
09:31इस बंदरिया को देखो । कितने प्यार से फूरग दूद पहलाने करत लोगारा और साथ में खाती भी जा रह रहा है
09:37ऑन स्था कि टना क्यो outro
09:40सब्सक्राइब ज़ि Beijing करकेसे और दो कि एक यह ए। एक और कि वह थो हैक यह कूछे दिरखे और इतने की आए लिए
09:53चोपकर ऑर डेखो कि युद्री ओक आमैख थोड़ बड़े जोड़े से बड़े लेकिन थिर बी वह बच्चे यह दे निहां कि प्रते हैं दो
10:00जो चोटे है वो
10:30हैऊ है लो दोस्तों आज यह पांचवा दिन बंदरों को आंव कि लाने का अभी कम से कम मैं 200 किलो्तनी cm के आश-पास के आ खिला चुका हूं
10:44क्योंकि हर बार बह्त है कम से कम 40 या 50 kg आम लाता हूँ तो आज भी कम से कम 40 kg आम ले आया था मैं तो आज बच्चे बड़े खुशों के खा रहे हैं आज दो जगा पर मेरे को बंदर दिखे तो दोनों जगाओं पर मैंने थोड़ा डाला एक जगा यहां पर मेरे को पता था य
11:14और इधर भी बंदर बहुत प्यारते खा रहे हैं वो लोग तो बहुत अच्छा लग रहा है आज मंगलवार है फिर से जैसे मैं पिछले मंगलवार आया तब ऐसे इस मंगलवार फिर से आ गया और बीच में भी मैं दो तीन बार और आम क्योंकि गिर रहे थे पेट से तो लेक
11:44पेट लाना है या फिर अगले सीजन का वेट करूंगा या जब सब्जी आ जो सस्ती हो जाती हैं या सब्जी वाले जो फेक ने लगते हैं वो इकठी करके इनके लिए लेया हूं जैसे करना है कुछ नो कुछ तो करना पड़ेगा इनके लिए पर यह है कि कम सकम जब तक वे
12:14तो बस्चंती से बैट के देखते बहुत खा रहे हैं, बहुत प्यार से खेल रहे हैं, वहार है, मेरे खाकर बहुत बढ़ीं होगा है,
12:29और अभ यह बन्दर थोड़ा सा मेरे से Friendly हो गाए। फ्रैंड्ली हो reader तूकर आफा के लिकिन यह भी है कि बहुत जाधा जैसे दूसरों के लिए AG्रिसीव है वैसे एग्रिसीव नहीं है।
12:38मेरी घाडी आती है तो मैं को पता होता है कि मैं हो सकता है कुछ लेकर आऊ।
12:42तो बस चांती से बैट के देखते हैं मैं जब आम गिरा देता हूं उसके बाद सब बहुत पेशेंट ली आम खाने आते हैं तो ये बहुत अच्छी चीज़ है कि इनको थोड़ा सा पता है कि मैं इनका ध्यान रखता हूं तो इनका भी थोड़ा सा एटिट्यूड मेरे लिए �
13:12इनका वीडियो बनाते रहता हूं इनके पास खड़ाय रहता हूं इनको पुछकारते रहता हूं और ये आप कुछ नहीं कहते तो अच्छा लगता है और बहुत प्यार से इवन बंदरिया जो अपने बच्चों के साथ बैठी रहती है वो भी अब कुछ नहीं बोलती जैसे
13:42इन जानवरों को कैसे ट्रीट करते हो जैसा ट्रीट करोगे वैसा ही इनका अटेट्यूट रहेगा तुमारे लिए अब कोई तुमको पत्थर मारेगा तो तुमसे प्यार तो जता होगे नहीं सेम चीज इनके साथ है तो इनको प्यार से रहोगे इनको खाना खिला होगे तो
14:12बने रहना मेरे चैनल के साथ बांचू के व्लॉग्स और सब्सक्राइब बटन दबाओ जल्दी से सब्सक्राइब बटन दबाओ जै हिंद जै भारत बंद मातरम जै श्री राम
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