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  • 2 hours ago
Watch Episode 128 of Mohabbat Ek Saza – a gripping tale of love, betrayal, and redemption. As the emotional intensity rises, relationships are tested and hidden truths come to light. Will love overcome all obstacles, or will pain leave lasting scars?

Don't miss this powerful episode filled with drama, emotion, and unforgettable moments.

🌟 Starring: [Insert lead actors' names]
🎬 Genre: Romantic Drama | Family
📺 Presented by: [Insert channel name, e.g., Geo TV / ARY Digital]
📅 Air Date: [Insert air date if known]

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Transcript
00:00उसने तुम्हें मार दिया लेकि मैं तुम्हें जिन्दा रखूंगा
00:03वो तुम्हें सिर्फ रूलाएगा लेकिन मैं तुम्हें हसाऊँगा
00:09मुझे अजासत देदो
00:12मैं तुमसे दर्खास करता है मुझे अजासत देदो
00:15छोड़ो इस दर्द को जो तुम झेल रही हो चोड़ो उन जख्मों को जो उसने तुम ही दिये है
00:20जिन्दगी में एक बार महबबत को दिल से महसूस करने का एक मौका मुझे दे दो मुझे इजासत दे दो अलीना
00:45बलीना में
01:15यार कैता मेरी बास सुनने ही रही हो
01:23मैं तुमसे कहरी हूँ मैंनों उन दोनों को साथ देखा है तुम ऐसे बैठी हो जिससे कोई बड़ी बात नहीं है
01:28साथ है तो क्या हुआ इता बड़ा मसला क्यों बनाँ लिए तो समझ से बाहर है
01:32वाकरी मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा
01:34मैं तुम से कह रही हूं कि वो दोनों एक दूसरे के बहुत करीब थे
01:37बहुत करीब थे और तुम इस वाब को सीरिस नहीं ले रही हो यार
01:39मैंने इतनी बड़ी खबर दी है तना बड़ा बम फोरा है
01:42और तुम इस तरह मुत्माइन बैठी हो
01:43क्या करे रहे हैं अब तब
01:48अली को कॉल करी हूँ
01:49ताके उस पर ये बॉम फोड़ो और तुम्हारी तक्दीर बतल दू
01:52बख्वास बंद और अल्मास
01:54बख्वास तुम्हें बंद करनी चाहिए
01:56हद है मैंने अली के कजन को
01:58अलीना की साथ इसके ममनू करते पक्ड़ा है
02:00और तुम यहाँ पर मुत्माइन खड़ी हो
02:01जाओ ये बॉम बली पर फोड़ो और उसे हासिल करो
02:04ये काम भी मैं करूं क्या
02:05कुछ नहीं करोगी तुम
02:08जो देखा है उसे भूल जाओ
02:09मैं सीरियूस हूँ अल्मास
02:10सौरी
02:11मैंने कहा मैं सीरियूस हूँ
02:13लगता है सर पर गहरी चोट आयी तुम्हे
02:15सच में एकवा होने से पहले तो
02:18तुम्हारी जैनी कैफियत बिल्कुल ठीक थी
02:20फरात अलीना से महबबत करता है मैं जानती हूँ
02:22क्या
02:23उनकी दर्मियान पहले से तालुकात है
02:26और ये बात तुम भी जानती हो
02:27उनका कोई तालुक नहीं है
02:28ये एक तर्फा महबबत है
02:30खतरनाक और जुनूनी है
02:31जैसे अलीना अली के लिए महसूस करती है
02:34जुनून है या जो भी है
02:36तुम ये बात अच्छी तहां से जानती हो
02:38और इसे अपने हग के लिए इस्तमाल नहीं कर रही हो
02:40देखो
02:41ये इपनी सादा सी बात नहीं है
02:43इसलिए तुम दूर रहो अलमास
02:45यहां में किसी और रास्ते पढ़ ले जा सकती है
02:48वो रास्ता जिसका तुम तसवर भी नहीं कर सकती
02:50तुम कुछ छपा रही हो न
02:53तुम्हारी आखो उसे साफ पता चल रहा है
02:56तुम जरूर कुछ चांती हो बताओ मुझे भी
02:58इसका तुमसे कोई तालुक नहीं
03:00इसलिए इंट्रस भी मतलो तु
03:01देखो
03:04तुम्हारे दिमाग में जो कुछ भी
03:06उन दोनों के बारे में चल रहा है
03:07इसी वक्त भूल जाओ
03:08समझ रही हो मेरी बात
03:09उसे भूल जाओ
03:11देखो अगर तुम इस मामले के पीछे पड़ी रहोगी
03:15पुरानी अलमास बन जाओगी
03:16तुम्हें पुरानी अलमास नहीं बनना चाहिए
03:18समझ रही हो
03:19देखो जरागी बात कहा जा रही है
03:20भूल जाओ उसे
03:21मैंने कहा ना भूल जाओ
03:23क्यों बढ़ा रही हो उस बात को
03:25चाहे अलीना हो चाहे फरात हो
03:28इनके मामले से दूर रहो
03:29जो कुछ आश तुमने देखा है उसे भूल जाओ
03:31और अली से तुम इस बार में कुछ नहीं कहो
03:34कस्सम से मुझे तो बहुत हैरांगी हो रही है
03:36तुम अपनी दुष्मन अलीना को बचा रही हो
03:39मुझे तो लगता है के सुरज कई और से निकला है
03:42आज कयामत का दिन है शायद � Allá ही बचा है हमें
03:45मैहलीना को नहीं बचा रहे हैं
03:46भरोषा रखो मैहलीना की मदद नहीं कर रहे हैं
03:50देखो मुझे मालूम है
04:04ये वद्ध मुश्किल है लेकिन फिर भी गुजर जायेगा
04:08और हम पहले वाली जिन्देगी में वापस आजाएंगे
04:10लेकिन इस वक्त तुम्हें मजबूत रहना है
04:12और हाँ फिकर मत करना
04:14ये वादा है मेरा सब ठीक हो जाएगा
04:16समझ गई?
04:29क्या तुम हर बार अली को देखते हुए
04:31ये सवाल नहीं सोचोगी अलीना?
04:33अलीना?
04:33जवाब अली की खामुशी के पीछे चुपा हुआ था अलीना?
04:38तुम चाहे जितना भी रोलो
04:39कोई फाइदा ने अलीना
04:41उस बच्चे की माह होने के नाते भी वो तुम्हें मुन्तखिब नहीं कर सकता था
04:44उस आदमी ने तुम्हें मार दिया है
04:47जिस सक्त के लिए तुम आशो बहा रही हो
04:50वो आदमी तुम्हें अपने हाथों से मार चुका है अलीना
04:53तुम्हें कुछ कहना है?
05:02मैं जानती हूँ
05:03जानती हूँ मैं
05:07मैं जानती हूँ
05:12जानती हूँ मैं
05:25चलो शाबश
05:30मर्द बात सुनो अपनी अम्मी को बिस्तर से मत किरा देना
05:34पर हाँ जिस तरह सोते हो तुम लाते चलाते हो तुम बिल्कुल मत करना
05:37समझ गया ना बात?
05:38ठीक है बाबाजान
05:39एक बात और
05:41खराटे मत लेना
05:42मैं खराटे नहीं लेता आप लेते हैं बाबा
05:45अच्छा ऐसा है तुम ने कब सुन ली?
05:48क्या आप हमारे साथ नहीं सोईंगे बाबा?
05:51नहीं मैं तो काम से जा रहा था बिटा
05:53लेकिन मैंने सोच था कि आप हमारे साथ सोईंगे
05:57मैं तो
05:58वो तुम्हारे बाबा को काम है
06:01और हम तीनों एक बैट पर नहीं आ सकते
06:03कैसे सोईंगे
06:04चलो अपने बाबा को गुट नाइट कहते हुआ
06:07गुट नाइट बाबा
06:07चलो गुट नाइट
06:09मैंने आपको बहुत ही आद के अम्मी
06:21आपके बुरी चुड़ेल नूर की कहानी आजाती थी
06:24अब हम बुरी चुड़ेल नूर की कहानी नहीं सुनेंगे
06:30ठीक है बेटा
06:32जो कुछ हुआ
06:43अली जो कुछ भी हुआ है
06:46हम दोनों ने इस रश्टे में शुरू से अब तक बरदाश किया है ना
06:49उसके बाद मुझे यकीन नहीं आ रहा कि मैं समंदर के किनारे तुम्हारे साथ चल रहे है
06:53वो सब भूलना बहुत मुश्किर है नूर
06:56मगर अब से हमेशा साई की तरह हमारे साथ ही रहेंगे
07:06मैंने कहा ता ना हम इस पर बात नहीं करेंगे
07:08तुसलिए रहने दो
07:09ठीक है ठीक है हम बात नहीं करेंगे
07:12वो अली तुम कह रहे थे ना कि यह सब किसी के लिए भी आसान नहीं है
07:25मुझे पूछना था अलीना कैसी है
07:29ठीक नहीं है ठीक नहीं है और बदल भी गई है
07:34बदल गई मतलब
07:36बदल गई है मैं समझतों मुझे भी नहीं आ रहा
07:40मुझे पर यकीन करो जीना जादा मुश्किल था
07:42यानि यह बहुत अजीब था हम दोनों हाथ पकड़कर
07:47नूर
07:47सही का ठीक है
07:51लेकिन सबसे अजीब क्या था तुम यह जानते हो
07:54मालूम है अची तरह मालूम है इसलिए रहने दो उसम
07:57यानि अगर मुझे से कोई कहता कि एक दिर हम तीनों यह दूसरे को गले लगाएंगे
08:00तुम्हें कभी इस बात पर यकीन न करती
08:02जिंदगी वाकिए अजीब है
08:04हमें अजीब मोर पर ले जाती है
08:07ऐसा ही है
08:08भूलना मुश्किल है मैंने इसी लिए कहा था
08:11तुम्हें पता है
08:12हम तीन की बात कर रहे हैं न
08:14मगर मज़े की बात यह है कि हम तीन नहीं थे वापर
08:19हम चार थे असल में
08:20फराद साब भी तो आगे थे वापर
08:23हीरो बरने के लिए सब के सामने
08:24तुम्हें अच्छा नहीं लगाथा क्या
08:26नहीं मगर मैं ये सोच रहा था
08:29कि उसने अपनी जान को खतरे में डाल कर
08:31मेरा पीछ़� क्यूं किया
08:32किसलिया
08:33आखिर वो तुम्हारे भाईयों की तरह है न
08:36हें
08:37लेकिन ये बज़ा हो सकती है कि हम बाईयों की तरह है
08:54कि बाते कर रहे हो उसके बारे में
08:56अगर ऐसी कोई बात है तो
09:00मुझे जल्दी पता चल जाएगा
09:02मुझे पता चल जाएगा
09:24असिस्टेंट के काम के लिए
09:43नाफ करना मुझे
09:50कुछ पात करनी है मुझे तुमसे
09:53अली क्या तुमने फाते सिर्जवण के
10:03मौमले पर बात की
10:04अली क्या तुम सुन रहे हो
10:07क्या कि अक्या तुमने
10:10फाते से बात करो जो कुछ हुआ उसे
10:12सब बताओ
10:12खेरियत यानी
10:15लिखा जाए तो हमारा प таких
10:17हम बिजनेस पार्टर के सामने क्यू रक्ए
10:19क्या हो गया क्यों मजाग कर रहे हो जब से वो बग निगला है उस आदमें ने हम पर कैसी नज़रे नख्यों हुई है कि कहीं कुछ छुपा हुआ तो नहीं
10:25बिल्कुल सही कहरो तुम
10:27मजाग नहीं है यार कसम से मजाग बिल्कुल नहीं कर रहा
10:31मतलब क्या उसे मालूम नहीं कि जो कुछ हुआ
10:34उसके सामने तो हम कारोबाली लोगा ना पिर अचानक से माफिया क्यों बन गए जर्मनी रिकोर्ट करते पिर देखना तो
10:38अरे यार जहिद बन करो अपना रोना यार बन करो अपना रोना बता दूँगा मैं उसे
10:42और जाहर है वो समझ जाएगा कि कोई नोगी मसरह होगा
10:44बच्चा जहीन है वो
10:46मतलब एक समझदार इंसान है
10:48जाहर है एक तुर के वो
10:50तुम परिशान मत हो
10:51वो समझ जाएगा कि हम लोग परिशान थे
10:54उम्मीद करता हूं कि listeners के मौमले से निकल जाया हम
10:56आमीन
10:57आमीन मैं भी यही चाहता हूँ कि जल्दी निकल जाया हम
11:00जाहिद
11:01वो फराद
11:04मैं सूस किया मैंने
11:06तुम्हें फराद से कुछ उलजन सी है
11:09वेसे क्या लगता है तुम्हें
11:12ऐसा करने की वज़ा क्या हो सकती है आखर
11:22अलेग जवाब की तलाश में है
11:24फराद से मुतालिक जवाब
11:25उसको ये समझ नहीं आरा कि फराद उस दिन वहां क्यूं आया था
11:28यानि वो उसके लिए क्यूं अपनी जान को खत्रे में डाले का
11:32और तुम उसे मजीद भड़का रही हो है ना
11:36सही बात है
11:37तब ही तुम या तुम से बात करने के लिए आई हो खबरदार करने आई हो तुम्हें
11:40हाँ नूर
11:41खुदा के वास्ते
11:43कहीं तुम ये तुनहीं कहना चारे हैं कि तुम मेरी वज़े से फराद की फिकर कर रही हो
11:47तुम कभी भी सीधा तुसोची नहीं सकती हो
11:51वसे वाक है नूर
11:53तुम अलिके बारे में जितना चाहो फिकर करो
11:56लेकिन तुम ये नहीं कह सकती है कि मैं इस मुश्किल सुरते हासल लुटफफ़दोज नहीं हो रही
12:01ठीक है या
12:04ठीक है
12:05मैं यहां आई ही क्यों हूँ
12:07तुमसे तो बात ही करना फजूल है
12:09तुम्हारे बारे में अच्छा भी सोचो तो तुम्हें लगता है
12:11कि सामने वाला तुम्हारे खिलाफ साज़शे ही कर रहा है
12:14और मैं यह कैसे भूल सकती हूँ
12:15कि तुम दोनों ही साज़िशे करने वाले हो
12:17कोई ना कोई रास्ता ढूंडी लोगे निकलने का
12:20उफ अच्छा ना
12:21ठीक है आजाओ
12:23आओ ऐसे अधूरा मत छोड़ो चलो
12:26तफसील से बताओ
12:27क्या सोच रहे है अली
12:28बोलो
12:30क्या है उसके दमाग में
12:32आखर चल क्या रहा है
12:33पहले तुम ये समझ लो
12:40कि मुझे तुम से लड़ाई नहीं करनी
12:41वाकि नहीं चाती कि अली
12:44तुम लोगों के बारे में
12:46कुछ भी जाने और कुछ करे
12:47हम दोनों को ये मालूम है
12:50अगर तुम ने वो गंदा खेल खेला
12:52तो क्या होगा और तुम जानती हो
12:54कि ये बड़ी मुसीबत बन सकता है लिए
12:56इस मुसीबत से हमें
13:06निकलने का कोई रास्ता निकालना होगा
13:08अली की ये फाज़क के लिए
13:10हमें ये घटिया रास
13:11कहीं किसी के कानों तक माँ पहुंच जाए
13:14से महफूज रखना होगा
13:15ये वो फराद है ना
13:23दुनिया का सबसे बुजल तरीन शक्स है
13:25वो सिर्फ ये ही चाता है कि
13:26सब कुछ ठीक रहे और कुछ ना हो
13:28बगर वो वहाँ अपनी जान को खत्रे में डल करा गया
13:30और वो भी किस हाल में
13:32उसके हाथ पर वोली लगी हूई थी
13:33क्या मतलब है
13:33क्या वज़ा है
13:34और वहाँ आकर सिर्फ अलीना को बचाने का सोच रहा था
13:38चिल लाए जा रहा था
13:39क्या अलीना को बचाओ अली तुम सोच क्या रहे हो
13:41एक मिनट एक मिनट यानी
13:43तुम्हारा कहना ये है कि
13:45ये फरहाद वहाँ अलीना को बचाने के लिए आया
13:47मुझे नहीं मालूँ ये सिर्फ एक अंदाजा है इसलिए तुमसे पूछ रहा हूँ
13:51ये कहानी तुम अजीद अजीब होती जा रही है अली क्या तुम
13:53ये कहना चाते हो के
13:56यार जाहिद ये तो मुझे जान नहीं है
13:59मतलब कोई तो वजा होगी ना जो उसने मेरा पीछा किया
14:02और इसलिए उसने ये नहीं सोचा कि उसकी जान को खत्रा भी हो सकता है
14:06तुमने उससे नहीं पूछा तो था
14:07और उसके बाद क्या हुआ वो भी तुम्हें पता है
14:10यानि फरहाद अलीना के लिए
14:14जान देने के लिए आया था वो अपनी
14:16और उसे देखकर कोई भी कह सकता था कि परवन नहीं उस अपनी जान की
14:19नहीं भाई नहीं
14:23मुझे नहीं लगता कि ऐसा होगा
14:24हम तो चचाजाद हैं क्या वाकिए ऐसा हो सकता है
14:27या तुम्हारा शक है
14:28मुझे नहीं मालूँ
14:29मुझे नहीं मालूँ
14:33और ये शक कैसे हो सकता है
14:34जाहिद मैं कुछ भी नहीं समझ पा रहा हूँ
14:37तुम मिस्ट्री समझ लो इसे
14:39और मैं भी
14:43और अगर मैं कुछ भी सोचूं तो
14:49अगर मैं कुछ भी सोचूं तो
14:57कहां जा रहे हैं परहाद और अलीना नहीं नहीं ऐसा मुम्किन नहीं है बाई बिल्कुल मुम्किन नहीं है नहीं अगर अली की तिलमर्शक है तो वो फराद के पीछे पर जाएगा
15:27तुम तो जानती है उसे फराद के साथ तुम्हें अब पहले से जादा महतात रहना होगा ताके तुम दोनों पक्ड़े ना जाओ
15:36इसका क्या मतलब है? मुझे मुझे महतात रहने की जरूरत है?
15:39तुम क्या इशारा देना चारे हूँ बार बार फरात का नाम लेकर?
15:42तुम्हे बाहत समझ नहीं आहरी?
15:43यह तुम्हे लगता है कि मेरे फरात के दम्यान कुछ चल रहा है
15:45या तुम यह समझती हो कि फराद का नाम ले लेकर मेरे दिल में कुछ पैदा हो जाएगा उसके लिए
15:48ऐसा कुछ नहीं कह रही है
15:50अराम से मेरी बात सुनो
15:53मैं जानती हूँ तुम्हारे और फराद के
15:57दर्मियान में सिर्फ एक तरफा महब्बत है इसके लावार कुछ नहीं है
16:00कमसकम अभी के लिए
16:03हाँ देखा
16:04देखे तुम फिर से वही कर रही हो हमेशे कितना इशारे दे रही हो और तजिया बाते कर रही हो
16:08वही सब कुछ या
16:09फिर गुस्सा कर रही हो अली न
16:11मैं सिर्फ जजबात के बारे में बात कर रही है
16:14क्यों नहीं हो सकता
16:16मेरे खयाल से वो शख्स तुमें अली से बहुत ज्यादा प्यार करता है
16:21मैं सजीब एसास को
16:22हकीकी महबबत तो नहीं कह सकती हूँ
16:25लेकिन मुझे लगता है उसके जजबात तुम्हारे लिए
16:27एक मिनट एक मिनट बो
16:28मुझे ये बताओ कि तुम्हारे कहने का मतलब क्या है
16:30हाँ
16:30तुम्हारी महबबत बड़ा इश्क है और मेरी महबबत जुनूर है
16:33तुम कितनी बेशर्मी से और बेहायाई से मेरे सामने ये बात कर रही हो हाँ
16:36आ बस भी कर दो
16:37मेरी बात नहीं हो रही
16:38मैं तुम्हारी और फराद की बात करी है
16:41देखो तुम क्या कह रही हो
16:42मेरे और फराद के दम्यान कुछ भी नहीं है
16:44समझ में नहीं आ रही है कि तुम्हें
16:45गुसालो अपने दिमाग के अंदर
16:46आखिर मेरी बास समझ क्यों नहीं रही हो तुम नूर हाँ?
16:49मैं फराद के लिए तुम्हारे जजबात को मुनासिब नहीं समझती
16:52और इन तमाम साज़िशों के बाद जो तुम दोनों आश तक करते आए
16:55मैं उसके जजबात का इतराम नहीं कर रही हूँ
16:58लेकिन क्या तुम जानती हो?
17:01शायद तुम अगर अली के जणून से बाज आ जाती तो
17:05उन बिमार जजबात का नाम वाके महबद हो सकता था
17:09नहीं यार
17:12नहीं मैं तुम्हें समझ चुके हूँ
17:15वाँ भाई इस औरत की अकल को देखो
17:17मैं फरहाद को मौका दूँ ताके तुम दोरों की रहा से हट जाओ
17:20कोई और रास्ता नहीं मिला तुम मेरी यहाँ पर थेरपी करने चली आई
17:23तुम से तो अच्छे की उमीद ही नहीं हो सकती
17:25तुम जो कहना चाहती है वो सुनने को तयार नहीं हूँ
17:29मुझे वाकिए यह देखना है कि तुम क्या करने वाली हो
17:32क्या तुम अपनी जिंदेगी को मेरे और अली के लिए बरबाद करना चाहती हो
17:36अपनी जवानी को एक ऐसे शक्स के लिए बरबाद करने जा रही हो जो तुम्हें कभी भी महबत नहीं करेगा
17:44तुम्हें के ये सब कुछ नजर नहीं आता लीना के क्या हो रहा है
17:48तुम वाके पागल हो
17:51आखिर तुम क्या करना चारी हो नूर
17:54तुम मुझे फराद की तरफ धकेलने की कोशिश करे हो
17:56तुम बगए शर्म के बगए खिज के चाहट के
17:59मुझे अपने बच्चे के बाप की कजन के तरद अकेल रही हो
18:01लेकिन तुम बगए शर्म के बगए जिजग के अपने बच्चे के बाप के कजन के साथ प्रेगन्ट हो जाती हो
18:06देखो
18:08अगर तुम इस वामले को उतना बचसूरत ना बनाती
18:12तो मैं तुम ये बताती
18:14कि अगर तुम अली और फराग को एक मौका दो तो तुम खुश रहने की उमीद रख सकती हूँ अलीना एक मौका देकर तो देखो
18:21मैं तुम नुकसान पहँआने के लिए नहीं कह रही बलके इसलिए
18:26कि तुम्हारी जिन्दगी में वाकी कोई ऐसा हो जो तुम्हें चाहे और महबत करे
18:30क्या तुम ये सब कुछ नहीं चाहती हो अलीना के कोई ऐसा हो
18:33और चाहे तुम यकीन करो या ना करो
18:37अगर हालात इतने बसूरत ना होते तो
18:39मुझे लगता कि अली भी
18:42फराग की जजबाद को समझने की कोशिश कर सकता था
18:46क्यूकि वो भी चाहता है कि तुम खुश रहो
18:49तुम खाबूं की दुनिया में हो इसे
18:51तुम मुझे इतना नीचे दिखा रही हो के
18:53तुम इतने यकीन से कह रही हो के अली मेरी परभाह नहीं करता
18:56तुम ये कहने वाली हो
18:58कि अली अपनी साफका बीवी और कजन के साथ रहने के लिए
19:00तुम्हारी पीठ थब थपाएगा
19:02क्या बात है तुम्हारी
19:03तुम पागल हो, तुम मेरी जिन्दगी में सबसे बेहुद आउरत हो
19:06और अब मुझे यकीन है कि तुम ही हो
19:09जो अली को फरहाद के बारे में भड़काती हो
19:11क्या तुम जानती हो, वो फाते है ना
19:14फाते, तुम उसे भी सिर्फ इसलिए इस्तेमाल कर रही हो
19:17क्या कहा तुम में, फाते को में
19:19दरसल तुम बिल्कुल पागल हो चुकी हो अलीना
19:22तुम इतनी बत्तमीज और बदलेहाज हो
19:25कि हर चीज़ में तुमें बस बुराई ही नज़र आती है
19:27अब भी तुम मुझे से चलाकियों की तवक्यों कर रही है
19:30अच्छा बस, बस करो तुम, इन फजूल बातों को छोड़ तुम
19:33बहुत हो गया है, फरहाद में उन्हें बात करते हुए सुना
19:36वो दोनों बहस कर रहे थी, हमारे नाम का जिक्र हुआ और उसने कान लगा कर सुना
19:41तुम जानती हो, तुम वाकियी अली को भी अपने पहले इश्की तरह अपने फाइदे के लिए इस्तेमाल करने वारी बेखौफ और थो
19:47ठीक है, ठीक है अलीना, मैं तुम से यहाँ बात करने ही क्यों आई हूँ, जो दिल में आय तुम भो करो
19:53लेकिन, अली को मुश्किल में डालने की हिम्मद भी मत करना
19:57अलीना
20:00यह, देखो, तुम्हारी अकलमा नम्मी भी आगी
20:05चलो, इस मामले पर इन से भी मश्वरा करके देख लो
20:10यह यहाँ क्या कर रहे थी
20:15हाँ, और क्या क्या रही थी यह
20:19इसकी मदद पर नहीं मेरी सबसे बड़ी खलती है
20:21जाहर है, अब मैं जहाँ जाओंगे वहाँ यह लोग होंगे
20:49समझ नहीं आया, यह यहाँ क्यों आई थी
20:55तुम कह रही यह वो रास्ते में ते उससे सोचा, यहाँ आ गई
20:57क्या समझाना चारे तुम मुझको
20:59यह अचानक यह अचानक, तुम्हारी सबसे बड़ी खेरखा बनती ही हो
21:02क्या उसके साथ 24 घंडे गुजाने के बाद कहीं दोस्ताना तो नहीं हो गया तुम्हार उससे
21:07हाँ अम्मी, हम दोना अच्छे दोस्त बन गये हैं, बहुत अच्छे बेस्ट फ्रेंड्स बन गये हैं
21:11क्या तुम मुझसे कुछ चुपा रही है हो अलीना
21:13अम्मी, अब यहां मेरे पीछे मत पड़ जाईगा
21:16फिर बताओ क्या हुआ है, यह क्यों बात कर रही थी
21:19उसकी चाल, उसका अदास देखा तो तुमने और किस बात के बारे में मुझसे मश्वरा लेने का कह रही थी
21:23अम्मी, प्लीज, अपना मुझ पर दबाव मर डालेगा, मुझे सच में बहुत अजीब महसूस हो रहा है
21:27फराद के कोई बात है ना, तब ही तो, फराद के बारे में है, तो यह औरत सब को जानती है
21:35फराद ने बहुत बहादरी का मुझायरा किया, और यह अली के कान भर रही है न, ऐसा नहीं है, ऐसा बिलकुल नहीं है मतलब
21:44वो चाहती है कि जो खेल मैंने और फराद ने खेला था, वो अली को पता न चल जा गई
21:50अली के रियाक्शन से डड़ती है बस
21:54सब जूट है, यह औरत शैतान को भी पाउं के साथ चला के से चलाएगी
21:59वो औरत तुम्हे अपने हाथ में ले चुकी है, नजर आ रहा है, नजर आ ही रहा है
22:02पर तुम कहा चली
22:05मैं बज़ा रही हूँ, एक गंटे में आती हूँ, ठीक है
22:06अलीना
22:24मैं प्रणा ओरो खरोड़ती है
22:39आम प्रणा गया
22:41खरोड़ती है
22:43और प्रणा श्रत
22:45कर वो दो
22:46खरोड़ती है
22:48आम कहा आम
22:50कहा प्राल
22:51क्या सूच रहे हूँ
23:19तो मेरे यहाने की वज़ा तो जानते ही होगे
23:22अली साथ तुम्हारा वेट कर रहे थे लेकिन जा चुके
23:38इत्ती जल्दी कहां गए हैं वो
23:41मुझे नहीं पता मैंनके गर्फरेंड नहीं उसलिए नहीं पूछा मैंने उन्हें
23:44बहुत अच्छा किया
23:46इत्ती जल्दी जल्दी कुछा मैंने गर्फरेंड आजिए नहीं पता मैंने नहीं पता मैंने चुके
24:00हम दोबारे टेकनिकल इशूस में जा सकते हैं
24:17हम सारे कॉंटेक्स उसी के जरीए हो रहे हैं
24:20जानता हूँ काम थोड़ा सोस्त है
24:21लेकिन आखिर का में रिजवान तक पहुची जामगा और समझ जामगा से
24:23मैं सबस किया
24:27बहुत शुकरी है मैं आपको कॉल करूँगा ठीक है
24:31जी अपना भी ख्याल लख लेगा बाई
24:34क्यो तुम्रे फोन चेंज कर लिया है
24:37इंटरनेशनल कॉस के लिए कभी कुभारे से यूज करता हूँ
24:40लेकिन जबान तो यहीं की थी तुम्हारी
24:42आज बहुत जासूसी हो रही है मेरी
24:45माफ करना फोन काफी मुख्तले फैना तुम्हारा ऐसे लिए
24:49मतलब मैंने ऐसा मॉडल कभी देखा नहीं
24:51यूनीक है काफी
24:52तुम्हें अच्छा लगा तो तुम्हारे लिए भी एक लिए लेता हूँ
24:54नहीं
24:55तुम्हें अभी मुझे जासूस कहा था ना
24:59वैसे मैं ऐसी वज़ा से आई थी
25:01चिक है
25:03देखते है हमारा क्या टॉपिक है
25:05और मैं क्या मदद कर सकता हूँ तुम्हारी
25:07टॉपिक
25:12असल में अलीना है
25:14यनी एक अजीब से सवाल होगा
25:17मैं नहीं जानती कि मैं ये सवाल
25:19तुमसे क्यों कर रही हूँ लेकिन फिर भी
25:20अलीना और मेरे बारे में
25:24अली से तुम क्या कह रहे थे
25:25देखो कल जो भी हुआ वो भूल जाओ
25:30क्योंके मैं भी वो भूल चुका हूँ
25:31और मेरे यहाने की वज़ा भी
25:33तुमसे पूछना है कि तुम वहाँ पर बताओ क्या करने आये थे
25:36उस दिन जो हुआ वो चैप्टर तो क्लोज हो चुका है
25:39तुमने मुझसे एक सवाल पूछा था ना
25:41तो अब मैं तुमसे एक सवाल पूछ रहा हूँ
25:44करने के आये थे तुम वहाँ पर फरात
25:47हाँ
25:49देखो, तुम हमेश है मेरे बहुत करीब रहे हो, कजन जो हो न, तो इसलिए मेरा सवाल भी जायज है
25:57और आखिर क्यार, चचचा जात है नाम दोनों भाई हुए उससाब से
26:03हम दोनों ने अपना बच्पन एक साथ ही गुजार है देखा जाये तू
26:06तुम, मैं, जहएद, अलीना भी तो थी ना
26:14और जब से हम लोग घर आये हैं तुम से एकी सवाल पूछ रहा हूँ मैं बार बार
26:21और कितनी बार पूछू, हाँ, यानि एक ऐसा बुजदिल इनसान जो के
26:26सिर्फ अपनी सोचता है, तो वो हीरो बन कर क्यों आया कर वहाँ पे
26:30हीरो कहना, थोड़ा ज्यादा नहीं हो गया
26:43मैंने उन्हें नहीं बचाया
26:45उन्हें मतलब?
26:48ओ, अच्छा-च्छा
26:49मुझे ऐसा लगा कि वहाँ सिर्फ अलİना को बचाने के लिए आयते तो
26:54दिल्टस मै, उन्मेंसे कमसक मेप को बचाने वाले सिर्फ तुम ही थे
26:59हीरो बनने वाले भी सिर्फ तुम ही थे
27:02अली क्या ये सवाल तुमसे किरदार चिंजानी के लिए है?
27:06मैंने यहाँ पर आते ही कहा तके सवाल मैं पूछूँगा
27:11इसलिए बात को घुबाने की जरूरत नहीं है
27:14ये मेरे सवाल का जवाब नहीं है
27:16अलीना और तुम्हारे बारे में मैं भला क्या बात कर सकता हूँ
27:23वैसे इन तमाम वाकियात के बाद तुमसे कहा से बात शुरू करो मुझे समझ नहीं आ रहा
27:27हाँ अलीना को इग्नोर करना मुंकिन नहीं था
27:29क्यूंकि मैंने भी इस बात की फिकर की
27:33और जानता हूँ कि तुम दुनों एक दूसे से तनी नफरत करते हो
27:36तो तुम्हारी ये गरमामूली हरकते मेरा इंटरस्ट बना रही है
27:39मैंने अली के साथ भी यही बाते की
27:41ठीक है मैं समझ के
27:42इस लिए मतलब और क्या बात हो सकती है
27:46क्यों तुम ने क्या सोचा था
27:48नहीं मैंने कुछ भी नहीं सोचा
27:50फरहाद उससे तुम्हारी बाते सुनी थी फरहाद दिल्चस बात नहीं है छुड़ो सिम बूल जाओ ये सब कुछ वैसे भी ये मेरी बेवकुफी थी नहीं स्टॉपिल पर भी वैसे बात का मैं अच्छा है पसे अलीना के साथ मेरी जो भी बात हो ये उस रात मैं तुमसे सु
28:20अच्छा तो तुम शाम को घर आओगे न करगा तुम नहीं आये थे तो अंकल काफी नहराज हो गये थे हाँ मैं आ जाओंगा ठीक है
28:31नूर एक मिनुट दर्वाजा बंद करना
28:37कुछ हुआ है क्या तुम्हें एक बात बतानी है
28:45किस बारे में अलिनार फरहाद के बारे में तुम एक बहुत आहम चीज़ जाने की जरूरत है
28:54सीधा सा सवाल पूछ है मैंने तुमसे इसलिए बात को घुमाओ मत
29:00मैं दुबारा नहीं पूछूगा मुझे जवाब दुशरावत से क्या करने है ते तुम वाँ
29:04ये फुजूल बाते नहीं है ये एक वाज़ जवाब है
29:07ठीक है
29:10तुमसे और कितनी बार पूछू मैं ये सवाल
29:12क्या तुम यकीन है ली
29:15कि तुमने मुझसे वो जवाब बहुत पहले नहीं लिया
29:20जब तुमने मुझे पहली बार फैक्टरी में देखा दिन
29:39क्या मैंने वो जवाब तुमें नहीं दिया ?
29:43मैंने वो जवाब तुमें नहीं दिया ली
29:45जब तुम उस सवाल को अपने दिमाग में भी नहीलाय थे तब
29:49कई साल पहले अली जब हम दोनों ही जबान हुआ करते थे
29:53वो जवाब हमेशे तुमारे सामने दो
30:03अई तो
30:04में अलीन से महब्बत करता हूँ
30:13मैं अलीन से तुमसे भी कही ज़्यादा महब्बत करता हूँ
30:17मैं अलिया से महबत करता हूं अली
30:27यह यह यह तुमने क्या कहा आप मैं महबत करता हूं
30:43मैंने कहा है तुम्हें तुम्हें ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी ज़ी
31:13अल्ला आपने क्या करो
31:21क्या करो मैं
31:24सोचो
31:28सोचो कुछ सोचो चल्दी सोचो कुछ
31:30परना बहुत बुरा हो जाएगा
31:32फून खराबा हुने वाला है
31:34कसम से ऐसा पहले कभी नहीं देखा
31:36पुरिस बला ले
31:37बस यही होना बागी था
31:40तुमने सुना ना कैसे कहा उन्होंने कि चली जाओ यहां से
31:42कुछ सोचो अलीना
31:44क्या करूँ मैं
31:46मैं समझी नहीं बिलकुल भी
31:49मुझे क्यों दोनों पर तवज्जो देनी चाहिए
31:52थोड़ा से समझाओ कि तुम मझे
31:53देखो
31:54मैं तुम्हें किसी भी किसम की टेंशन में नहीं डालना चाहता
31:57लेकिन
31:59अलीना और फरहाद के दरम्यां तालुक
32:02तुम उन दोनों के बारे में क्या जानते हैं बताओ मुझे
32:04जानना नहीं देखना कहते हैं
32:07मेना मतलब यही कि कितनी दफ़ा देखा है तुमने उन दोनों को
32:10दरसल मैं समझ नहीं पारी हूँ कि तुम क्या कहना चाहरे हो
32:14अगर पहली नजर में ही बता लग जाए कि क्या चल रहा है तो बार बार देखने की जरूवत नहीं होती
32:17क्योंकि अगर तुम सही जगा से दिखने में कामियाब हो जो
32:20तो मेरी नजर में इतना देख लेना ही काफी होता है नूर
32:23मैं दबारा कह रही हूँ तुम से फाते
32:25मझे समझ में नहीं आरा कुछ भी
32:27अच्छा ठीक है
32:29उन दोनों के दर्में तालुक
32:31मुझे थोड़ा ज्यादा लगा
32:34और अधसे ज्यादा चीज हमेशा खतरनाक होती है नूर
32:39यह वाकिए बहुत खतरनाक है
32:42मेरे से में से में बहुत दर्द हो रहा
32:46कॉल आ रही है उसे तुम्हें बिकरनी चाहिए
32:53अलीना
32:56क्या
32:58क्या हुआ तुम्हें राम से बात करो नूर
33:01तुम्हें फॉरण एजिंसी आना होगा फॉरण आ
33:03हुआ क्या है उसे तुम्हारे लवा कोई भी नहीं रोख सकता
33:07प्लीज फॉरण यहां आ जा
33:08हुआ क्या है बताओ तो सही मुझे
33:10मुझे जानता है फरहाद के बारे में
33:12तो जो फारण निकलना होगा
33:21नूर, नूर क्या हुआ है
33:23तुम्हारी तरफ से जो कुछ बिठा मुझे लगा था
33:34कि सब बच्पन में खत्म हो गया
33:35अब बूखो लो, बताओ ये सब कब से चल रहा है
33:37तुम मुझे से बात करने चाहते हो, हाँ
33:40तुम चाहते हो कि मैं बताओं
33:42ठीक है
33:43तुम सुनने की दागत रखते हैं अली
33:47क्या तुम मेरा बुलना बर्दाश्ट करोगे
33:50खुदा के वास्तिने, प्लीज अलाद आला, प्लीज नहीं
33:59या लो, सब से युज
34:07तुम समझते हैं कल की बात हैं, क्या ये एक दिन में हुआ है, अफसोस
34:22मुझे अलीना से सालों से महबबत है, मैंने हमेशा उससे महबबत की है
34:27हमेशा वफदार रहा हूँ, हमेशा वफा की है
34:30जब तुम आयतुल साहबा की बातों में आकर उससे शादी करने पर राजी हो गए थे ना
34:34तब भी मैं उससे महबबत करता था अली
34:35तुमने मुझस सहे कुछ छुपाया
34:37मैंने के इस मुझस साल हम एक एसे चुपाया
34:39कैसे चुपाया
34:40तुम जानना चाहते हो यह
34:42तो सुनो फिर
34:43भाग कर
34:44मैंने भाग कर बचनी की कोशिश की जब तुमने इस महनूज साधी के लिए हां के और पीचे मुड कर नहीं देगा
34:49मैं तुम्हारी चाली खुशी से भाग कर फ्रास चलागी है
34:52मालून था तुम उसे खुश नहीं रख सकते
34:55मैं जानता था कि तुम उसे महबत नहीं करते
34:58मैं जानता था कि इस शाधी मेरी महबत को जिर्फ बंधिस्बत ही देगी
35:01मैं बरदाश नहीं कर सका
35:03नेक नहीं सका मैं
35:05मैंने सही आदमी होने के नाते अपनी महबत की
35:08जिद्देगी की घलती तुम्हारे साथ गुजारने का बर्दाइच नहीं किया ली
35:38इया लुझा खुझा भाइच प्रश्ट
35:46खुझा पलिए वाounds
35:53के लुपारी से पुझा को फूझा लाया
35:56जालती नहीं को शुझा को अपकल नहीं
36:06ते शाती ए besáoth
36:07मैं इसका हगदार नहीं दो
36:37उससे महपबत करता था
36:38उसकी जिन्दगी में अगर कोई लाइश सक्स है
36:40तो वो सिर्फ और सिर्फ मैं हूँ
36:41तुम ये सब कुछ अपने दिल में रखकर मेरे ही गर में
36:44मुझे बेवकुफ समझाए
36:46अब क्या ये सब जानकर तुम उससे जालस होगे
36:48हाँ
36:49रखलो गवसार
36:50ये क्या बख़ रर्योह मैं तुमे
37:13अगर कुछ नही झानताए तुम हो
37:15तुम कुछ नही जानते क्योंके तुम अलीना के लिए आंते हो
37:17अपना भूपन कर लो
37:18बदनाए चान दे दूटे में तुम्हारी
37:20दोप जा अली
37:20अलीना
37:22तुम बहुँ क्या कर रही हो लोको
37:30तुम्हे सब कुछ पता था
37:31हा?
37:33तुम्हे पहले से पता था
37:34धोश-में आ� Sing having
37:35अलीना
37:36तुमसे बहुपत कर था
37:37ये बेगरत तुम्हें पता था ये
37:38जवाम दा
37:40मैं माफी चाहता हूँ लिए
37:45माफी चाहता हूँ
37:47याद रखना के मेरे दर्वाजे पर तुम आच के बाद नहीं आओगे
37:53वरना वो तुम्हारा आखरी दिन होगा
37:55कान खोल के सुना
37:56ये बिलकुल आखरी वर्लिंग है तुम्हें
37:58अलीना
38:12तुम्हें क्या की रही
38:15क्या क्या
38:26अली
38:32अली
38:35अब क्या तुम्हें भी पीड दिखा के जाओगे
38:39होता गया है तुम्हें हाँ
38:40यार तुम्हें पता भी हो जगरे ते क्या कहा मुझे अंदर पता है
38:43अगर पता होता तो तुम उससे ये सवाल नहीं करती
38:45मैंने जो सुनना था सुन लिया
38:47क्या हो गिया 좀
38:48प्लीस थोड़ा सा कुण से बात परो मुझसे
38:49बस तुमने अगर मुझे भागा कर नहीं रोका होता
38:52तो मैं उसका वो हशर्ण करता है
38:53क्या करते तुम
38:53च्यूक्छे उसने अलीना से महबपत की
38:55तो क्या माट देते उसे
38:56यार मुझे पहले ही घुसा आ रहा है
38:58तुम बात को और मत पढ़ाओ
39:00तुम्हारी वज़ा से मुझे भी बहुत घुसा आ रहा है
39:01तुम्हारी इस तरह की हरकतों से मैं भी बहुत परिशान हूँ
39:03यार लूर
39:04वो इन्सान मेरे बच्चे की मार से बहुत का दावा कर रहा है
39:07मेरे घर में रहता है मेरा ही किसन तुम्हें अंदाजा भी है इसका
39:10तुम्हें अपनी हरकतों का अंदाजा है क्या
39:12तुम्हारा ये पागलपन
39:14बाहर से कैसा लगता है कि तुम्हें इस बात का अंताजा भी है, कि तुमने सोचा भी है इस बारे में
39:19यार खुदा के लिए मकवास बंद करो, बिल्कुल मत करना
39:22क्योंकि आज के दिन बहुत सी मकवास सुन लिए मैंने, और नहीं सुनूगा वरना कतल हो जाएगा मुझसे
39:27सबर्दस्त, सबर्दस्त अली
39:29तुम ठीक हो नए, तुमने क्या कहा था, अली को पता चल जाए, तो वो बहुत खुश होगा है ना
39:52उसे अपनी घर्टे हारकत की बारे में तो नहीं पताया, यह मेरी कामुशी है नूर
40:08अच्छा किया, बहुत अच्छा किया तुमने
40:22जब तुम अच्छानक चली गई तो मैं भी फिकर मंद हो गया, इसलिए मैं तुम्हारे पीछे चला आया ताकि कुछ गलत ना हो तुम्हारे साथ
40:38आ गए हो तो क्या बूलो
40:40शायद मज़े तुम लोगों के बीच में नहीं आना चाहिए
40:44क्या तुम मुझे अलीना और फराग के बारे में बताना चाहते थे
40:48हाँ, बिल्कुल लेकिन ये कुछ ऐसा नहीं है
40:52फिर छोड़ो, मुझे उसकी कोई परवानी है
40:54वैसे इसका रियक्शन बहुत ज्यादा था
40:59काफी हाइपर था
41:01यानि
41:02अगर कोई बाहर से देखता तो
41:06ठीक है, मैं जानती हूँ तुम क्या कहना चाहते
41:09लेकिन प्लीज मत कहो
41:11तो तुम भी यही सोच रही थी
41:13वो हसद नहीं करता
41:15हाँ, मैं जानती हूँ के बाहर से यह कैसा लगता होगा
41:18लेकिन वो हसद नहीं करता
41:19वो सक्ने में इसके लावा कुछ नहीं
41:22वो उससे जलता नहीं है
41:23बिल्कुल भी नहीं जलता
41:45हाँ, मैं जलता नहीं करता है
42:15अली तुम रुकोगे
42:29अली प्लीज रुच जाओ, बेट करो
42:33मेरी माईगरीन की दो वाला की दो
42:45क्या हुआ आतुल साहबा
42:47खुशी-खुशी गई थी उदास क्यों आई है
42:49क्या अलीना को आपके फूल पसल नहीं आए
42:51मैं कुछ पे नहीं सुना चाता अलीना
42:53एक लब से तुमारे मूँ से और नहीं सुनूँगा
42:55प्ली प्लीज मेरी एक बर बाद सुन लो
42:57प्लीज यह जा खुष टे प्लीज?
42:58क्या हुआ यह जारे?
42:59क्या हुआ एक ग्या हुआ अपाँ भूली अवर सुना मिरीवा
43:01सुल मुआए
43:02सुन दो लो
43:04कि लेख सुना चाता
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