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  • 2 months ago

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00:00किकरी घरी जगरवा होताया तने भर उपपर चलिक परिये तब फड़ी आई
00:05यह उसना लवकाते ठुट गिने सबर महरारू कवाज है तने भर आउँ उपपर चलिए तब पतल
00:12ये भाई आई तर जे सबक महरा रुआ हो अभिन दुईया महिनना भाई लईले
00:17मौवा नीक बगारी देती है खतरना
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