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  • 3 months ago
बस्तर दशहरा में राजकुमारी चमेली बाबी से जुड़ी रस्म निभाई गई.इस रस्म के बिना दशहरा उत्सव अधूरा माना जाता है.

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00:00बस्तर दशेडा अपनी अनोखी रस्मों के लिए विश्व विख्यात हैं ऐसी ही एक रस्म है बस्तर की राजकुमारी चमेली बाबी से जुड़ी हुए
00:20चमेली बाबी राजा हरिश्वंद्र की बेटी थी जिन्हें राजा अन्नम देव ने विवाह का प्रस्ताव भीजा था ऐसा नहीं करने पर युद्ध की चितावनी दे थी
00:30राज कुमारी चमेली बाबी ने अंन्म देब से yudh करने के लिए पिता को राजी किया
00:36लेकिन राजा हरिश्य crust युद हार गय
00:39इसके बाद चमेली बाबी ने महल में अगनी कुंड बना कर उसमें जोहर कर लिया
00:44In the past, in Kalantar, Raja Virangna Chamilie Babi came to the temple of Maveli Mandir.
00:54The temple was also here today.
00:57This is the temple of Raja Annam Deo.
01:02foreign
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02:00ॐ आजिके समय में आप सकते हैं।
02:10तो आप आज के समय में प्रजूलइत किया जाता है।
02:15राजा नमदीब ने चितर कोट में इंद्रावती- नदि के किनारी चमेली- बावी के नाम पर एक स्मारक बनावाया।
02:22Himself
02:46We have met
02:47गंगाराम पेगर ने बताया कि आज भी मुंडा जाती के लोग सिर्पर पगरी बानते हैं
03:10उतके माल लाल कपड़ा लेकर रत के नीचे खरे रहते हैं
03:14जब रत से फूल का गुच्छा फिका जाता है उसे समीट कर वी कलस में अर्पित कर देते हैं
03:20उसे नमन करते हैं अंत में फूल को इंद्रावती नदी में प्रवाहित किया जाता है
03:25जगदल पूर्सी सुनिल कश्यप की रिपोर्ट इटिव भारत के लिए
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