00:00पर लिकने नहीं सरकों पर लिका लगिया है। आप देखें कि बिहार का चुनाओ है और एक मामुल सी बात पे चार तारीक से चार सिप्तंबर से पूरे देश में बावाल फैलावा है।
00:30सरकार चलेगा आइन से कानून से सम्मीधान से ये सम्मीधान को मानते नहीं है।
01:00उसको लहू लोगान कर दिया पुलिस ने। पुलिस इसी पड़ता के धरती पे जब छात्र नौकरी मांगता है उसमें 500 हिंदू होते हैं तो 50 मुसल्मान होता है। लाठी है तो सबको मार रहा है।
01:10चाहे हिंदू हो मुसल्मान होते हैं अंग्रेश से भी बरबरता पुलिस हो चुकी है भारत की।
01:14हो चुकी है भारत की। सुलिजे हम नौकरी मांगे तो लाठी खाए हम अपना इंसाफ मांगे तो लाठी खाए हम पानी या सड़क मांगे तो लाठी खाए हमने लाठी खाने के लिए क्या देश को आजात करा है। इस देश के जिसने आजादी क्या है चाहे भगर सिंग हो स
01:44की साथ नसले देखेगी और साहम तो पिटाने के लिए पैदा ही हुए मुसल्मान को
01:481400 साल से जो है इसलाम को मिटानी को सिक कि जा रही है इसलाम कभी नहीं मीटा है न मीटेएगा इस तो लिजे
01:56है हम लोग की मांगे कि जो वहां एरिस्टिंग होई है उतर परदेश कंदर में और नहक लाठिया चले आए गई है उसकी नियाइक जाचो और जो है सिटिंग जल से जाचो और जो लोग निर्दोस लोग जो है जेल में बन के जगा है वे एफ आयार यहोगी जी वापस ने इस
02:26हैं हम तो स्वा साम राम जी का गाना सुनते है मेरे सरको से सारा दुर्गा पूजा का जो है जाकी गुझरता है लोग कहता कि मुसल्मान पत्फर चलाता है यह ख़्यूमान कभी पत्फर रहीמ� स्था नहीं चलाइगा जो अगर इमान वाला होगा एक इनसान का कतल होना पूर
02:56तुम्हारे लिए रास्ता कब्रिस्तान या पाकिस्तान है हम पाकिस्तान तो जाने वाले नहीं है चुक्त हम यहीं मर मीटेंगे अगर हम पाकिस्तान जाते तो 1965 के जंग में वीर अब्दुलहबीद बनके नहीं तूट पड़ते हैं अगर हिंदुस्तान हिंदुस्तान का वो �
03:26मेरा नाम आश्चाद अली है नेता जी के नाम के जनुजत है
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