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  • 1 hour ago
'सिर्फ वोट मांगने आते हैं नेता जी...' देखें मुंगेर के महादलितों का दर्द

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00:00दलितों की हकीकत क्या है उससे आपको रूबरू कराएं यह घर पूरा अंधेरा है यह इनका रसोई घर है और अंदर में मवेशी और मानव दोनों एक साथ रहने को विववस्थ हैं आप लोगों को सरकारी साहता जो होती है वो मिलती है
00:24दो यहां किस तरह से यहां पर जो है बोरा टांग कर या फिर ओला ठांकर
00:54और मिट्पी की छोटी-छोटे दिवारें डालकर रहते हैं
00:58सत्ता हो चाहे भी पक्ष
01:05बातें हमेशा दलितों और महादलितों के उत्थान की करती हो
01:10सरक से लेकर संसत तक उनके लिए आवाज उठाने और लडाई लडने की बात करती हो
01:18लेकिन असल में डलितों और महादलितों की जिंदगी में कितना बदलाव आया है
01:23उसे दिखाने के लिए हम इस वक्त मुंगेर के तारापूर विधान सवाचेतर के असरगंज परखंड के रहमतपूर गाउं में मौजूद हैं
01:33जहां पे महादलित परिवार के लोग इस गाउं में निवास करते हैं
01:38उनकी सबसे पहले आप इस्थिती देख लीजिए जब हम यहाँ पर पहुंचे तो आप इस वाद से समझ सकते हैं कि बजबजाते नाले घर के अंदर से पानी की निकासी और तमाम तरह की दिक्कते इसके बाद बदबू से आप आधे घंटे तक इस जगह पर रह नहीं सकते
02:08के लिए हम इस वक्त यहाँ पर मौजूद हैं और आप देख सकते हैं कि जो यह इलाका है पूरा इसमें महादलित परिवार जो है लंबे समय से रहते चले आ रहे हैं और उनकी जिंदगी में कितने बदलाव आया है उसको लेकर हम चर्चा करेंगे यह बताईए क्या नाम है
02:38लेकिन आपके जो जमुई लोग सबाद रहे हैं आपका सांसद भी तो एक दलीट है दलीट के नेता हैं
02:47कोई जो खार चाहें पूनी मावाश्य जाए चेले अप्टे ना पूनी में कदम है सरकार तो कहती हैं कि दलीट महादलित के लिए बहुत सारी योजना आए शलाए
03:08इधनioso क्यों मैं राच्च नहीं मिला कुछ डया थे विरायक क्हान है तो यह हैं आधे विरायक तो पर लागाज पूनी है
03:14बिरायक आपके कौन है राजीब सिंग विरायक है ना सुरेश मांजी तो आपके वार्ड है विरायक तो राजीब सिंग है ना आते हैं कभी सांसाद आपको आते हैं
03:30यहां पर जो बद्वू इतना होता है कैसे आप लोग ऐसे में रहते हैं
03:55बहुत करें रहे हैं करें लिए करीजा करें लेकिन सरकार तो कहती है यहां पानी जाए यहां अवेचे वचांगी जाए ना वें तुती जाए और पी करतें अगरीब दुख्या ने जहां एगरीशा करें
04:23आप लोग आते नेता जी आते हैं तो पूछते नहीं है आप लोग आते हैं तो पूछते नहीं है
04:41मोदी जी जो पांच किलो रासन देते हैं हर परिवार के लोग यहीं इनकी जिन्दगी है और इसी तरीके से यह लोग यह देखे एक क्या नाम है आपका इसमान जी
05:11यह घर आफिक है आपको इंद्रा आवास वगेरा कुछ मिला है सरकारी सुझा पहले मिला बनाए क्यों नहीं वह 25,000 अब पहले बहुत पहले मिला थे दुवारा नहीं मिला कितने परिवार आप लोग कितने सदस राते हैं इसमें
05:26कि यह बताइए कि कोई सब्सक्राइब कोई देखने के लिए आते हैं कोई नहीं आता है आप लोग नहीं पूछते हैं उनसे कि हमारा विकास कौन करेगा आप सिर्फ
05:56यह इनका रसोई घर है और अंदर में मवेशी और मानव दोनों एक साथ रहने को विववस हैं आप अंदाजा लगा सकते हैं कि इस घर में इस महादलित परिवार के
06:17सदस से रहते हैं और ठीक इसी तरह इसी तरह यह आज भी रहने को मजबूर हैं सरकारे कहती हैं कि हमने दलितों के लिए बहुत से बदलाओं के काम किये लेकिन इस तस्मीरों को देखकर कहीं से भी यह नहीं लगता कि दलितों की महादलितों की जिंदगी में कोई बदलाओ
06:47जो महादलित परिवार के लोग हैं उनके तक्रीफों को दिखाएंगे उनके दर्द को दिखाएंगे और यह जानने कि उनसे पोसिस करेंगे कि क्या सच में जो सरकारें कहती है उस हिसाब से महादलितों का दलितों का बदलाव आया
07:07महादलित लेता भी हमेशा अपने समाज के लोगों के उत्थान की बात करता है लेकिन इस तस्वीर को देखकर आप क्या कह सकते हैं क्या सोचते हैं यह तो आप ही तै करेंगे हमारे साथ और भी लोग होंगे और भी समाज से जूरे लोग होंगे जो यहाँ पर इसी नाले और �
07:37क्या करता है रोजगार करता है किस सीज का रोजगार करते हैं तनिमनी कामधना मिलेगा तो ही करता है और कुछ नहीं आप लोगों को सरकारी साहता जो होती है वो मिलती है नहीं कुछ नहीं मिलता है रासन अभी नहीं मिला है कि कभी कभी सीज को जानने का आप लोग परियास
08:07दो मेहना नहीं देता है छोड़ छोड़ की देता है राज़ा कैसे जीते कैसे हैं आप लोग जीते हैं यहां को रजगार नहीं है
08:28क्या नाम हैं आपका आजहार कुमार मान जी यह बताई यह जाणी जी आपके फूले में कितने लोग हैं और आप लोग इस तरह से कैसे जिल्गी बिटाते हैं
08:50मेरे गाउं में कम से कम नहीं तो 2800 लोग हैं उसमें लेडिस और जेंस दोनों हैं और जो है कि यह दसारा है जो नवरातरी है नवरातरी खतब होने के बाद कुछ लोग तो उपी चले जाएंगे ठापाई करने के लिए क्योंकि यहां पे रोजगार तो है नहीं जो यहां पे �
09:20पर एसी फिर आते हैं अधि और फिर असार में आते हैं वही दो तीन मेन्याशार में पिर चले जाते हैं अच्छी यह बताईए सरकार जो दावा करती है कि हमने दलीतों महाधनीतों के
09:31बहुत सारे काम किए उनकी जिनल्दगी में बदलाव आया तो हम आप से आपकी जिनलीची में सरकारी योजनाओं से कितना बतलाओ आया अब तुम्हेरे को कुछ ही कुछ रहा है
09:43ततो कि है तो यहाँ वह भी तो कहते हैं कि हम ने हिसा अमास के लिए काम्ट किया तो अंके
09:53अपना कटा अपना अपना सद्ट्रीक में करता है अपना गांद पांट दूसरे दूसरे थे जıtनि कि � cái
10:04क्या बोलता है उसको दूसरे जिस्टिक में पढ़ता है मुंगेर में वह जमू देखता है जाजा देखता है हम लोग को कहा देखने आता है एक अबर लेकिन आपके जो सांसद हैं अरुन भारती वह भी तो आपके दलीच समाच से हैं तो क्या कभी वह यहां पर आते हैं आप �
10:34जाने वला है तो उसको क्या देगा जो जानने वला है तो वह लड़के लेता है और कुछ नहीं यहां पर बेसता है यहां सोचाले नहीं सोचाले है तो सवत कैसे बदलेगा यहां पर
11:04बताएक जब सोचाले रहा तभी तो सोच बजलेगा बताका यह खली सोचाले बना दिया है देखते हैं यह पर इबाुन
11:11बना हुआ हो नहीं जमीन मीलता है एक घर में पांच भाई रहते हैं उसमें बताईन एक और है
11:17पुछ पूछ देने के बाद बाद करते हैं कि हम चीज यह चीज कर देंगे
11:38अप लोग पूछते क्यों नहीं है तो उसको बताएंगे क्यों ने किया वो तो भग लेने के आता है
11:44लगता है कि आप लोगों में अभी भी जो एक सिक्षा का मतलब सिक्षित होने में भी कमी है क्या आप लोग के बच्चे जो है जो परिवार के लोग है आप पढ़ाई करने के लिए
12:06अगर जाता है वहां मैं रोड है उसको रोड पार करने में उसको तकलीफ होता है उतना दूर खुन जाएगा बच्चा मेरा अकेले में जाता है अगर एक्सिडेंट हो जाए उसका गारांटी कौन लेगा
12:18कि अगर जो है इस पूरे मोहले की हैं आप देखेए लोग किस तरह से यहां पे जो है जो है बोरा टांकर या फिर कपड़ा टांकर और प्र
12:48और मिट्टी की छोटी-छोटे दिवारें डालकर रहते हैं आप इस चीज से सरकार की घोसनाओं योजनाओं और दावे पर
13:00खुद ही समझ सकते हैं हम और भी पूरे इलाके को आपको दिखाएए और डलितों की हकीकत क्या है उससे आपको रूबरू कराएए
13:15देखिए यह जो है यह पूरा पूरे इस इुलाके की यही हकीकत है और यही सरक्षाइभी यह बनाव
13:27अपका द्यान जाना जी प्टाईए आप लोगों के जिंदगी में कितना बदलावाया क्या जो भिकास के कारे हैं आप लोगों के हूए है यहां पर कुछ नहीं
13:38क्या लगता है सरकार आप लोगों पे ध्यान नहीं दे रहे हैं सरकार बोट करते हैं आप लोगों आप बोती करते हैं
13:57अब यहां पर को सब्सक्राइब धन मनाया है मेरे अब गर अभी गिर रहा है अच्छा आती सब्सक्राइब यह बताईए आप लोग जिस जगप अभी रहा हैं क्या वो सरकारी भूमी है या आप लोगों के अपनी जमीन
14:18इस बार जब नेता जी आएंगे बोट मांगने तो क्या कहिएगा उनसे क्या कहेंगे कि कोई दिखने लाने यह बोट नहीं देगे आप कहने
14:39तो यह पूरे महादलित परिवार जो है वो इसी तरह से रहने को विवस हैं देखिए यह तस्विर घर में नाला बना हुआ है
15:00रसोई घर है चापा कल है और उसी में नाला भी बना हुआ है और नाला जाम होने की सबसे बड़ी समस्या है कि पानी का कहीं भी निकास नहीं है
15:15और ना ही नगर निगम की वह से कभी इन लोगों की सब्खाई विवस्था को देखने के लिए यहां पहुंचते हैं यह देखिए यह लोग मूल रूप से जो अपना जीवन यापन करते हैं वो इधर उदर से लकडियां बीन कर लाते हैं और उसे या तो बेशते हैं या फि
15:45बादा हैं । यह बताईए आप लोगों के लिए विकास कोई काम हुआ है। । कैम नहीं हुआ है। कैसे चलती है जिद्गी आप लोगों के।
16:15डंदा फोरानने के लिए नेधा अची यहां वीडियों नहीं नेटा एक हम महां देखो लेद की के यहाँ यह वीडियो मेट विडियों नाग पंन
16:37करें नाग नंतRI Andrews लेखनकर कंट मार यहां शुया कता लत बार मतिर प्राइब हुआowych फॉर出 मुस्त बांस यह कट आ riots
16:44इसके घर में पांच परिवार हैं और वह किस तरह से रहते हैं
16:59नीचे कितना परिवार रहता है आपका पर तीन परिवार रहता है
17:06सब्सक्राइब नोगा है और इसे रहते हैं कैसे रहते हैं जाग देखिये थोड़ा सब चाहएं और उस पर बालक बिचाहता है बड़े बेज़ चाहता है इस तरह से यह दो परिवार जो है तृपर उपर रहते हैं
17:31और दो परिवार उपर और आप देख सकते हैं कि इनकी इतनी विवस्ता है कि ये एक मजबूत रसी भी इस बांस की सीड़ी में लगाने में और समर्थ है ऐसे में आप दलितों के विकास और उत्थान की बात जो करते हैं धरातल पे वो सच्चाई से कहीं परे है आपको और भी
18:01नाले जो सिर्फ और सिर्फ बद्बू और बिमारी का ही ये एक तरह से घर है और इसी जगह पर ऐसे ही जगहों पर जो महादलित परिवार हैं वो रहने को बिवस हैं
18:21तो सरकार चाहे जो भी कहे लेकिन दलितों के और महादलितों के जीवन में कोई वैसा बदलाव होता हुआ नजर नहीं आ रहा है और लोग आज भी महादलित परिवार उसी नाले और गंदी जगहों पर रहने को मजबूर हैं
18:43गोविंद कुमार गाव रहमत पूर मुगेर आस्टब तो पिता जी को जगाना है मुझे तो वो डिरेक्ट उठाने के बजाए और हिंसा की परंपरा मेरे यहां नहीं थी सो भागे से तो वो क्या करते थे कि उस कम्रे में आ जाएंगे या बाहर से गुजरेंगे और चौप
19:13हो गया वनका मद रृताना
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