पोरबंदर में श्री इंटरनेशनल मेहर सुप्रीम काउंसिल द्वारा मनियारो रास-गरबा का भव्य आयोजन किया जाता है। इस महोत्सव में मेहर समुदाय के पांच भाई पारंपरिक वेशभूषा में सजकर रास-गरबा प्रस्तुत करते हैं, जबकि महिलाएं 20 से 25 तोले सोने के आभूषण पहनकर इस नृत्य में हिस्सा लेती हैं। वहीं जामनगर भी गरबा उत्सव में डूबा दिखाई दिया।
00:00गुजरात की सांस्क्रितिक पहचान का प्रतीक रास गर्वा युवाउं के बीच अपनी चमक होता जा रहा है लेकिन पोरबंदर जिले का महर समुदाय इस प्राचीन परंपरा को नकेवल जीवित रखे हुए है बलकि इसे मनियारो रास के रूप में नई उचाईयों तक ले
00:30द्वारा मनियारो रास गर्वा का भव्या आयोजन किया गया है इस महुद्सम में महर समुदाय के लोग पारंपरिक वेश फूशा में सजधच कर गर्वा कर रहे हैं
00:41लास पत्ति साल से हम लोग ये मौटस रूप कर रहे हैं नवराद्री मौटस हम मैर को मियनीट्य आ रहे हैं
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