Ultrasound In Pregnancy: प्रेग्नेंसी के दौरान अल्ट्रासाउंड (Ultrasound) टेस्ट एक आम और बेहद जरूरी प्रक्रिया बन गई है। यह न केवल बच्चे की स्थिति और विकास को जानने का तरीका है, बल्कि कई बार जन्म से पहले किसी गंभीर समस्या का पता लगाने में भी मदद करता है।
00:00प्रेगनेंसी की दौरान अल्ट्रसाउंड टेस्ट प्रेगनेंट महिलाओं के लिए एक आम और बहुत जरूरी प्रोसेस बन गई है।
00:30कई बार सुनने में आता है कि ज्यादा अल्ट्रसाउंड से बच्चों में स्वास्त समस्याइं या जन्मजात विकार हो सकते हैं। ऐसे में सही जानकारी जानना बहुत जरूरी है। इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए आज हम आपको इस वीडियो में बताएंगे वह भ
01:00वजन, दिल की धड़कन, अंगों की स्थिती और गर्ब की कंडिशन का पता लगा सकते हैं। अल्ट्रसाउंड समानने तोर पर सेफ माना जाता है लेकिन डॉक्टर्स का कहना है कि इसकी जरूरत से ज्यादा और बार बार एक्सपोजर से कुछ रिस्क हो सकते हैं। अल्ट्
01:30अब सवाल आता है कि ऐसे में कितने बार अल्ट्रसाउंड कराना चाहिए। पहली तिमाही में होने वाले अल्ट्रसाउंड से गर्बस्तली की कंडिशन, दिल की धड़कन और मल्टी पल प्रेगनेंसी की जाच की जाती है। दूसरी तिमाही में भून के अंगों का विकास �
02:00या अस्पताल में अल्ट्रसाउंड करवाएं बिना चिकित्सक की सला के बार बार अल्ट्रसाउंड ना करवाएं। अगर किसी खास समस्या की वज़ज़ से ज्यादा अल्ट्रसाउंड की जरुत पड़ रही हो तो डॉक्टर से इसके फायदे और संभावित जोखिम की भी
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