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  • 4 days ago
जमशेदपुर में तेलुगू समाज के लोग नवरात्र के दौरान गुड़िया पूजा करते हैं. माता दुर्गा की ये पूजा प्राचीन काल से चली आ रही है.

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00:00बुम्मला कोलू मतलब गुडियों की सजावट लेकिन ये कोई आम गुडिया नहीं ये वो गुडिया है जिसे भगवान का रूप दिया गया है फिर उनकी पूजा की जा रही है ऐसे ही जैसा की अभी आप देख रही हैं
00:24गुडिया के रूप में भगवान शियो भगवान विष्णू भगवान राम और श्री कृष्ण अष्टा लक्ष्मी और मादुरु का ये द्रश्य है गुडिया पूजा का जिसे तलगू में बुमला कोलू कहते हैं
00:37जारकन के जमशेदपुर में ये महिलाएं मंत्रो चारण के साथ गुडिया पूजा कर रही हैं
00:44शर्धालों का कहना है कि ये पूरी दुनिया माता के लिए एक गुडिया के समान है
00:58हम सब उनके लिए गुडिया ही हैं इसलिए मा भी हमें गुडिया के रूप में दर्शन देती हैं
01:05मा को बहुत पसंद है, खुशी है, उनका बचपना याद आता है ये सब देखे और बहुत आसिरवाद देती हैं सबको
01:14तो गुडिया ही क्यों?
01:17गुडिया सही उनको, उनका बच्चा सब गुडिया ही है ना, दुनिया उसके लिए गुडिया ही है
01:24। भगवान के लिए हम लोकों सब गुडिया है, वही रूप में वो देखती है, सबको आसिर्वार दे, रूप में देखती है, आसिर्वार अच्छा से देखती है
01:36नौरातर में जहां देश भर में अलग-अलग रूप में दुर्गा पूजा मनाया जाता है, मही तलगो समाज के लोग गुडिया पूजा करते हैं
01:46इस पूजा में गुडिया को भगवान का रूप दिया जाता है, और उन्हें एक सीड़ी नुमा मंच पर कर्मकार सजाय जाता है, आखिर में माता दुर्गा विराजमान होती है
01:58प्राचिन काल से तलगो समाज के लोग इस परंपरा का निर्वहन करते आ रहे हैं
02:28इनका मानना है कि माता दुर्गा उनकी हर मनुकामना पूरी करती है
02:58कोई भी एक गुड़िया अपने पसंद काम लग लाके लगाते हैं, मननत उतारते हैं जैसे तो एक गुड़िया लगा के मननत उतारते हैं
03:04जारकन के जमशेदपुर में रहने वाले तलगु समाज के लोग हर साल धूम धाम से गुड़िया पूजा मनाते हैं
03:12जिसमें तलगु समाज के लोगों के साथ ही अन्य लोग भी शामिल होते हैं ये पूजा माता दुर्गा के प्रती इनकी आस्था का प्रतीक तो है ही साथ ही अपनी प्राचीन संस्कृति को संजोई रखने का एक प्रयास भी है
03:28आज के डेट पे आप देखेंगे तो जो आजकल की नहीं यूबा पिड़ी है ये इतना ये सब नहीं करती है फोरो बट हमारे घर पे ये हर साल होता है और पंडाल में एक मा की पूजा दिखना अलग होती है और जब भी दुर्गा पूजा आता है उसके पहले से ये सब रे
03:58मत ही महत्व चीज होती है मेरी नानी मा करते आ यह मेरी मा करते आ रही है उस चीज को और आगजा के मैं भी कोशिश करूंगी कि मैं भी अपने घर में लगाऊं गुडिया पूजा इन महिलाओं के लिए सर्फ आस्था नहीं बलके उनकी संस्कृति है ये महिलाएं बता रही
04:28कुमार की रेपोर्ट
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