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Sonam Wangchuk की NGOs में 'करोड़ों का खेल'! विदेशी फंडिंग पर बड़ा खुलासा | क्या पर्यावरण के नाम पर करोड़ों का खेल हो रहा था, जिसके तार लद्दाख में हालात बिगाड़ने की साजिश से जुड़े हैं?
पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक एक बड़े वित्तीय धांधली के आरोपों से घिर गए हैं। केंद्र सरकार ने उनके NGO का FCRA लाइसेंस रद्द कर दिया है, जिससे विदेशी फंडिंग में करोड़ों की अनियमितताएं सामने आई हैं। दान और आंदोलन के नाम पर जुटाई गई रकम NGO से निकलकर निजी कंपनियों और फिर सीधे विदेशी खातों तक पहुंचने का चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। सीबीआई पिछले दो महीने से FCRA उल्लंघन मामले की जांच कर रही है और अब मनी लॉन्ड्रिंग व धोखाधड़ी के आरोप भी जुड़ गए हैं।
About the Story:
This video uncovers a major financial scandal involving environmental activist Sonam Wangchuk. Investigations reveal alleged FCRA violations, undisclosed foreign funding, and suspicious money transfers from his NGOs to private companies and personal foreign accounts. The central government has revoked his NGO's FCRA license, raising questions about financial irregularities and the potential link to destabilizing the situation in Ladakh. CBI and ED probes are expected to intensify.

#SonamWangchuk #FCRA #LadakhScam #OneindiaHindi

~GR.124~HT.408~

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Transcript
00:00क्या पर्यावरेन के नाम पर करोडों का खेल हो रहा है?
00:03क्या एक मशुहूर चेहरा जुसके दाओं में जनहित छिपा था,
00:07असल में पैसो के माया जाल में उलजा है?
00:09क्या दान और अंदोलन के नाम पर जुटाई गई रकम
00:12एंजियो से निकल कर मीजी कमपनी और पिर सीधे विदेशी खातों तक पहुँच गई?
00:17और क्या लद्दाक के हालात बिगड़ने की साजिश के तार इस वितिय धांधली से जुड़े हुए हैं?
00:23नमस्कार मैं हुरिचा!
00:24और पर्यावरन कारेकरता सोनम बांग्चुक की विदेशी फंडिंग के जो तथे सामने आ रहे हैं
00:30उनसे करोडों की फंडिंग खातों में चपाने के मामले में उनकी नियत और लद्दाक में हालात बिगड़ने की साजिश के सूत्र जुड़ते दिख रहे हैं
00:38केंदर सरकार ने वितिय अनिमयतिताओं के चलते वांग्चुक को NGO का FCRA लाइसेंस रद्द कर दिया है
00:45दान और अंदोलन के नाम पर जुटाई गई रकम NGO से निकाल कर नीजी कंपनी में पहुँची और वहां से सीधे नीजी खातों विदेशों तक
00:53वांग्चुक दावा तो जनहित का करते रहे हैं पर हकीकत में पैसो का खेल सामने आ रहा है
00:59CBI दो माह से FCRA उलंगन मामले की जाच कर रही है
01:03सबसे पहले तो बात सोनम वांग्चुक की संस्था हिमालियन इंसिट्यूट ओफ अल्टरनेटिव्स की करते हैं
01:09दस्तबेश बताते हैं कि इस संस्था को 2023-2024 में करीब 6 करोड का चंदा मिला था
01:15पर अगले ही साल यह रकम बढ़कर 15 करोड से भी ज्यादा हो गई
01:20मतलब एक साल में दान दो गुना
01:22यही नहीं संस्था के पास साथ बैंक खाते पाए गए लेकिन इन में से चार की जानकारी सारवजनिक नहीं की गई
01:29यही नहीं, HIAL के बिना FCRA registration कराई ही देर करोर्स रुपे से अधिक का वदेशी चंदा लिया जो कानून का सीधा उलंगन है
01:39आरोप है कि इसी NGO से 6.5 करोड रुपे सीधे शेश्योन Innovations Private Limited नाम की नीजी कंपनी के खाते में भेजे कए
01:48शेश्योन में सोनम वांग्चुक और गितांजली जेबी डिरेक्टर है
01:532023-2024 में कंपनी का कुल लाब 6.13% था
01:572024-2025 में कारुबार बढ़कर करीब 9.85 करोड रुपे हो गया
02:02पर मुनाफ़ा घटकर सिर्फ 1.14 फेसदी रह गया
02:06यानि टर्न ओवर तो बढ़ा लेकिन मुनाफ़ा कायब
02:09जाच एजिंसियों को शक है कि मुनाफ़े का पैसा दबाने का खेल किया गया है
02:14पतना ही नहीं कंपनी के तीन खातों में से दो को छुपा लिया गया
02:19एंजियों से ट्रांसफर हुए 6.5 करोड रुपे इन ही खातों में पहुंचे थे
02:23वांग्चो की पुरानी संस्था Students Educational and Cultural Movement of Ladakh के नाम पर
02:29खुल 9 बैंक खाते हैं पर इन में से 6 का जिक्र नहीं किया गया है कही भी
02:35यानि यहां भी परदेदारी है
02:37अब सचाई सामने आ रही है सामने से Corporate का विरोध किया
02:41पीछे से उनसे पैसे लिया
02:43सबसे दिल्चस्थ बात Corporate Social Responsibility Fund की है
02:47वांग्चो का हर जगह Corporate सेक्टर को कटगरे में खड़ा करते रहे हैं
02:52लेकिन दस्तावेज बताते हैं कि उनकी संस्थाओं ने बड़े-बड़े कॉर्पोरेटर्स और सरकारी PSU से भारी भरकम CSR फंड लिया है।
03:02सामने से कॉर्पोरेट विरोत और पीछे से उनी से अनुदान का घी कम्बलोड कर पिया गया।
03:08नौ नीजी खातों में आठ छिपाए करोडों का विदेशी लेन देरी।
03:12जाच एजंसियों ने सोनम वांग्चुक के नीजी खातों को भी खंगाला तो रिकॉर्ड चोकाने वाले आए।
03:18वांग्चुक के पास फुल नौ वैक्टिगत बैंक खाते हैं इनमें से आठ छिपाए गए।
03:232018 से 2024 के लीच इन खातों में 1.68 करोड रुपे की विदेशी रकम आई।
03:30साल 2021 से मार्च 2024 तक वांग्चुक ने अपने नीजी खातों से 2.3 करोड रुपे विदेश भी भेजे।
03:38ये पैसा किन संस्थाओ या व्यक्तियों को गया इसका कोई साफ रिकॉर्ड नहीं है।
03:42इससे हवाला के शक खुकता होते हैं।
03:45FCRA की धारा 11 और 17 का सपष्ट उलंगन धोखाधड़ी से जुड़े अपराद भी जाच एजनसी को FCRA की धारा 11 और 17 का उलंगन साफ दिखाई दे रहे।
03:55कंपनी अधिनियम की शर्तों को अंदेखी और भारतिया दंड संहिता की धारा 466 यानी फरजी दस्तावेज और धोखाधड़ी से जुड़े अपराद भी जुड़ गये हैं।
04:04यही कारण है कि केंद्र सरकार ने वांग्चुक पर शिकंजा कसते हुए उनके NGO का FCRA रद कर दिया है।
04:11अब वांग्चुक की संस्थाएं विदेश से वितिया लेंदे नहीं का सकेंगे।
04:15आने वारे समय में CBI और ED का शिकंजा भी सोनम वांग्चुक पर कसनाता है।
04:20अब इस खबर में तो इतना ही लेकिन यह मुद्दा यहीं नहीं रुकने वाला है यह बढ़ता जा रहा है।
04:25और इस पर जो भी अपडेट्स आएंगे उन्हें हम आप तक पहुचाते रहेंगे तब तक देश-दुनिया की बाकी खबरों के लिए बने रहवन इंडिया हिंदी के साथ नमस्कार।
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