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GST 2.0: दिवाली से पहले सरकार ने आम जनता को बड़ी राहत (GST Rates Cut) दी है। अब शैंपू, तेल, साबुन, बिस्कुट, नमकीन, दूध, पनीर, घी, कपड़े और इलेक्ट्रॉनिक सामान (Electronics Items) जैसे टीवी और मोबाइल पर जीएसटी (GST On Mobile Phones) घटा दिया गया है। नए स्लैब सिर्फ 5% और 18% के होंगे, जिससे घरेलू बजट पर सीधा असर पड़ेगा। पनीर, दूध टैक्स फ्री हो गए हैं और घी, मक्खन अब सस्ते मिलेंगे। इससे त्योहारों के सीजन में खर्च करना आसान होगा। मिडिल क्लास और किसानों के लिए ये राहत बड़ी खुशखबरी है।

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~HT.178~PR.89~ED.104~GR.124~

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00:00देखे ये जो हमारा विक्सित भारत का सपना है उसमें हर एक ये बहुत बड़ा महत्वपुन स्टेप है आज से 10 सालों बाद 20 सालों बाद जब हम पीछे देखेंगे और विक्सित भारत की स्टोरी देखेंगे तो ये जो है कि लैंडमार्क डिसिजिन्स ये होंगे
00:12आज आप देख रहे हैं पध्यातरा निकाल रहे हैं लोगों में ये जागुर्पता ला रहे हैं कि ये जो वक्त है आज स्वदेशी बनने का वक्त है पधानमंत्री जी कहते हैं कि जवानों का जहां पे पसीना लगा हुआ है उसको जो है हम उनकी महनत निकल लाए और उतसव क
00:42से बना हुआ, यह 1500 रुपे की साड़ी है, देखें यह जो हमारा विक्सित भारत का सपना है, उसमें हर एक बहुत बड़ा महत्वपुन स्टेप है, आज से 10 सालों बाद, 20 सालों बाद, जब हम पीछे देखेंगे, और विक्सित भारत की स्टोरी देखेंगे, तो यह जो है कि
01:12आज स्वादेशी बनने का वक्त है, यह जो वक्त है हमारे जितने भी जो अपने जो जैसे प्रधान मंतरी जी कहते हैं कि जवानों का जहां पर पसीना लगा हुआ है, उसको जो है, हम उनकी मेहनत जो है, उनको रंग लाए और उत्सव को जो यह बचत के उत्सव के रूप म
01:42जो हमारा यह जो वक्त है, यह एक जुट होकर खड़े होने का वक्त है, देश के साथ में, पधान मंतरी जी के आवाहन पर देश को एक साथ खड़े होने का वक्त है, तो जी इसी के लिए.
01:56हिमाचल में जो हैंडिगराफ्ट इंडस्ट्री या हस्त शिल्प है, उसमें किस तरह से बदला आप आप मानते हैं इस डिफॉर्म से होगा है?
02:02मैंने ये सुझाव भी दिया था, ये हमारे वहां पर भी वरक्शॉप हुई थी के स्वदेश को और ज्यादा कैसे, हिमाचल में हमारी ज्यादा उनी, खासकर उपर के हिमाचल में, वो जो उन की जितने भी पैटन्स हैं, अगर हम कॉटन या खादी के साथ में ब्लेंड करक
02:32तो निश्चे ये हम पूरी दुनिया में पहुचाना चाहते हैं, लेकिन उसके साथ भी हम आल वेदर चाहते हैं, और उसके साथ जो भी उत्पादन है, जैसे की अलग तरह के नट्स हो गये, वाइठ हनी हो गया, हमारे हिमाचल में बहुत क्षमता है, एक मुझे लगता है �
03:02अले भी आवाज उठाई है, अगर हमें केंदर सरकार से मदद मिलेगी, तो यहां बड़े लेवल पे इस तरह की जो और्गानिक रहती है, उस तरह की इंडस्ट्री भी होनी चाहिए, तो क्या नहीं हो सकता है, यह आज हमारे जो जैन जी है, या आगे आने वाली जैनरेशन
03:32जब गांदी जी ने आवान किया था, कि वी देशी छोड़ो और देशी अपनाओ, तो लोग सड़कों पे निकल गए थे, और खादी, आज जो खादी मैंने पहना हुआ है, यह हाथ से बना हुआ, यह 1500 रुपे की साड़ी है, तो अगर हम चाहें, देशवासी चाहें, तो �
04:02जो है, वो ख्याल रखना है, कि स्वादेशी ही हम अपना है, तो अपने सुना पूरे विस्तार से, हर टाइप के, वैट से लेके, सर्विस टेक्स से लेके, कितने, 6 से 7 टेक्स थे, जब उनके, उनका वक्त था, लेकिन अब जो है, हमें यह जो नए सुधार आए है, जी एस
04:32यह जो है, एक काया कल्प करेगा, और हम चाहते है कि लोगों को भी इसकी जो है, परदान मंतरी जी ने यह जो एक बचट उत्सप करके, लेकिन अब इसमें बचट जो होनी चाहिए, वो हमारे अपने, हमारे एक कहावत है न, कि घी गिरे तो अपनी खिचडी में गिरे, तो
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