00:00छोटी काशी में गुर्जर घाटी के नज्दीक प्रभातपुरी के खोले में विराजित है मा वैश्णु देवी
00:07इन दुर्गम पतों से निकलते हुए मा वैश्णु देवी के दर्शन करने के लिए
00:12हजारो शद्धालू, नवरात्र और सावन के समय यहाँ पर पहुंसते हैं
00:19खास बात यह है कि सावन में यहाँ बहने वाला ज़र्णा किसी प्राकर्तिक विहंगम द्रश्य से कम नहीं
00:28इसी वजह से धीरे धीरे ये मंदिर लोगों के संग्यान में आया और आज लोग यहाँ पर भड़ चड़ करके पहुंशने लगे हैं
00:39जिस तरह का कठिन पत्थ जम्मू कश्मीर में माता वैश्णु देवी के दर्शन के समय मिलता है
00:47यहाँ पहुंशने वाले श्रद्धालू को उसी तरह के कठिन पत्स से गुजरना पड़ता है
00:54फिलाल इस जड़ने की स्पीड काफी कम है कम पानी यहाँ पर आ रहा है
01:00लेकिन सावन के महिने में यहाँ पर आप जिस सरसे चट्टानों पर पानी की निशान आप देख सकते है
01:07उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जड़ने की जो गती है वो कितनी तेज हुआ करती होगी
01:12इस दुर्गम सफर से होते हुए चलिए आपको दर्शन कराते हैं मा वैशनु देवी के
01:18पहाडों के बीच मातारानी का इस्थान सीधे आपको यहाँ पर जिस तरह से सांजी चट्ट से होते हुए
01:26जिस तरह से मा, वैशनल देवी कीmirat, प्रेकूरट 기억 पर्वर्परों होते हैं।
01:30उसी तरह का नजार यहाँ पर आप देख सकते हैं।
01:33उसी तरह से यहाँ पर efficientゞ्टी जो माकाली, मालक्ष्मी�र मासर tehष्ष्ष्थ्ष्थ्ती का स्वरूध कहलाती हैं।
01:42वो यहाँ पर विराजमान है कुछ समय पहले तक यहाँ पर चमगादर भी हुआ करते थे लेकिन धीरे धीरे जब लोगों का यहाँ पर आना शुरू हुआ और इस इस्थान की कायकल्प की गई तो बदलाव आया और आज यह वर्तमान स्वरूप जहाँ पर लोग आस्था और
02:12और फरबात पूरीजी जो तब किया करते थे उनसे पहले भी संहीं पर वाद पूरीजी से पहले आमरेत पूरी गनेश पूरीजी मैं
02:21Thank you very much.
02:51have a great day.
02:53This is the best place for the people who are living in the area.
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